राजस्थान की कांग्रेस सरकार में हिन्दू दोयम दर्जे के नागरिक बन गए हैं। जहां एक ओर मुस्लिम तुष्टिकरण की वजह से मुस्लिमों को मॉब लिंचिंग से लेकर तमाम तरह की खुली छूट मिली हुई है वहीं हिन्दुओं को अपने पर्व के दौरान भी पाबंदियों और तुगलकी फरमानों का सामना करना पड़ता है। राजस्थान के अलवर में एक फिर जिहादियों ने एक हिंदू को पीट-पीट कर मार डाला। लेकिन मॉब लिंचिंग को लेकर देश और दुनिया में तूफान खड़ा करने वाले सभी मौन हैं, क्योंकि मरने वाले का नाम चिरंजीलाल है और मारने वाले मुस्लिम हैं और राज्य में कांग्रेस की सरकार है। मुस्लिमों द्वारा लगातार मॉब लिंचिंग की घटनाओं को अंजाम देने के बाद भी गहलोत सरकार के कानों पर जू तक नहीं रेंग रही है। गौतस्कर पहलूखां की मौत पर छातियां पीटने वाले सेक्यूर गैंग भी अभी चुप है। वहीं दूसरी तरफ अभी किसी मुस्लिम की मौत हुई होती तो संविधान खतरे में आ जाता। राजस्थान की गहलोत सरकार आखिर इस तरह का डबल स्टैंडर्ड कब तक रहती रहेगी।
#HinduRashtra
राजस्थान में मॉब लिंचिंग, चोर समझकर सब्जी बेचने वाले चिरंजीलाल की जिहादियों ने की हत्या !‘पहलू खान’ अथवा ‘अकलाख’ की कथित रूप से हत्या करने का आरोप लगाते हुए, आकाश-पाताल एक करने वाले धर्मनिरपेक्षतावादियों का समूह अब चुप क्यों है ? ✊️✊️ pic.twitter.com/RqQBpoulFr
— Moneshri Hundre (@MoneshriH) August 20, 2022
राजस्थान में 45 वर्षीय चिरंजीलाल को जिहादयों ने इतनी बेदर्दी से मारा की उसकी मौत हो गई है,
पहलूखान पर रोने वाली गैंग को #चिरंजीलाल की मोबलिन्चिंग नहीं दिखाई दे रही है।#GehlotKaJungleRaj ??
— लोकेश जोशी ?? (@LokeshJoshi2017) August 20, 2022
मीडिया में ऐसी चुप्पी नहीं है बिल्किस पर कम से कम सवाल जवाब तो कर रहे हैं
लेकिन जैसी चुप्पी आपके गैंग की राजस्थान में 26 मासूम बच्चियों के साथ रेप के बाद मर्डर दलित बच्चे की पिटाई के बाद मृत्यु .उसके पिता की पिटाई पुलिस द्वारा. चिरंजीलाल की लिंचिंग मैं मौत क्या यह इंसानियत थी?— sanjay rawat (@sanjayrawat14) August 21, 2022
इंसान बनो पहले अच्छे इंसान की इंसानियत सब जगह एक जैसी होनी चाहिए राज्य और सरकार देख कर इंसानियत का ढोंग रचने वाले अपने निजी एजेंडे के लिए आप जैसे लोग. ठीक है बिल्किस पर भी बोलो लेकिन राजस्थान में जो घटा है वह भी इंसान थे मासूम बच्चियां थी रूद्र था चिरंजीलाल था उस पर आपकी चुप्पी?
— sanjay rawat (@sanjayrawat14) August 21, 2022
मुस्लिमों की उन्मादी भीड़ ने चिरंजीलाल को मार डाला
राजस्थान में भीड़ के उन्मादी होकर लोगों की हत्या करने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। अब अलवर जिले से मॉब लिंचिंग का एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। अलवर के गोविंदगढ़ कस्बे में 14 अगस्त को मुस्लिमों की जमात ने एक सब्जी बेचने वाले चिरंजीलाल को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। अगले दिन उसकी जयपुर के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। सब्जी का ठेला लगाने वाला 45 साल का चिरंजीलाल खेत में गया था। उसी दौरान एक चोर ट्रैक्टर चुराकर भाग रहा था। पीछे से सदर थाना पुलिस और ट्रैक्टर मालिक चोरों का पीछा कर रहे थे। चोरों ने खुद को पुलिस और ट्रैक्टर मालिकों से घिरा देख ट्रैक्टर को बिजली घर के पास स्थित एक खेत में छोड़ा और भाग गए। इतने में ही पुलिस से पहले ट्रैक्टर के मालिक आ गए। वहां मौजूद चिरंजीलाल को मुस्लिम समुदाय के 20-25 लोगों ने चोर समझकर बुरी तरह से पीट दिया। पुलिस ने घायल चिरंजीलाल को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। भीड़ के उन्माद की ये कोई पहली घटना नहीं है। राजस्थान में कई बेगुनाह लोग लिंचिंग का शिकार हुए हैं।
गौतस्कर पहलूखां की मौत पर छातियां पीटने वाले फ्रजी गांधी परिवार or राजस्थान का मुख्यमंत्री, गरीब किसान चिरंजीलाल सैनी को उसी के खेत में शांति दूतों द्वारा पीट पीट कर मोबलिंचिंग कर कत्ल करने पर मौन साधे हैं क्योंकि मरने वाला हिन्दू है !
— Omprakash Shau (@ChoudharyOmpra8) August 21, 2022
राजस्थान मे ही एक ठेले वाले को 20 शांतिदूत समुदाय के लोगों ने पीट पीटकर मार डाला। क्योंकि वो(चिरंजीलाल) एक हिंदू था। कोई विशेष समुदाय का अखलाक नहीं की,,फिर सरदर्द ये की राजस्थान तो आपका ही शाषित प्रदेश है।आप अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ आकर भाजपा सासित प्रदेश आओ धरने पर
— Brijesh Kumar (@Brijesh25661813) August 21, 2022
आखिर तुष्टिकरण में डूबी राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर भाजपा कार्यकर्ताओं का दबाव काम आया। मेरा सभी भाजपा कार्यकर्ताओं से निवेदन है कि चिरंजीलाल के लिए न्याय की लड़ाई अभी बहुत लंबी चलनी है। हम पूरे दमखम से इस लड़ाई में पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं। pic.twitter.com/Xi0RdGRHhr
— Sukhwant Singh (@SukhwantBJP) August 21, 2022
हिन्दू तेज जागो !
अलवर (राजस्थान) में धर्मांधों ने चोरी के आरोप में चिरंजीलाल को पीट-पीटकर मार डाला !
राजस्थान में कांग्रेस का राज धर्मांधों के साथ !
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— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) August 18, 2022
पुलिस ने 7 आरोपियों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने घटना के संबंध में पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। नामजद आरोपी विक्रम खां सहित अन्य आरोपियों असद खां पुत्र मकबूल,स्याबु पुत्र असरफ खां, साहुन पुत्र जुमे खां, तलीम पुत्र यासीन खां, कासिम पुत्र साहाबदीन खां, पोला उर्फ ताफिक पुत्र रूजदार खान को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त स्कॉर्पियो को भी बरामद कर लिया है। इस मामले में अन्य आरोपियों के बारे में जांच की जा रही है।
आपकी कथनी करनी पर सबसे बड़ा अंतर है जब राजस्थान मे कोई घटना घटती है तो विदेश टूर पर तुरंत निकल लेते हैं। राजस्थान मे,इंद्र मेघवाल(6वर्षीय बालक)को टीचर ने पीट पीटकर, चिरंजीलाल ठेलेवाले की मॉबलिंचिंग और एक महिला अध्यापिका(जयपुर घटना) को जलाकर मार डाला। @TajinderBagga @sambitswaraj https://t.co/kefgfEzV9U
— Brijesh Kumar (@Brijesh25661813) August 21, 2022
राजस्थान के अलवर में आज चिरंजीलाल जी को पीट पीट कर मार दिया
मारने वाले अपराधी हैं , विक्रम खां, असद खां ,स्याबु , साहुन तलीम ,कासम खाँ , तौफ़ीक़ खाँ और उनके साथीकुछ बोलोगे @RahulGandhi ? pic.twitter.com/Ewnp2x3f5Y
— Laxmikant bhardwaj (@lkantbhardwaj) August 16, 2022
अलवर,राजस्थान मे गोविंदगढ़ कस्बे में सब्जी का ठेला लगाने वाले चिरंजीलाल सेनी पर मुस्लिम समुदाय के 20 लोगों ने उन्हें 14 अगस्त को बेरहमी से पीटा।इस में 45 वर्षीय चिरंजीलाल की मृत्यु हो गयी।राजस्थान में हिंदू की जान की कोई क़ीमत अब बची मत है । सोचो इसका उल्टा होता तो क्या होता ? pic.twitter.com/4qJXuwL1gY
— Hem Men (@hem_men1) August 17, 2022
मुस्लिम मॉब ने राजस्थान के चिरंजीलाल को पीट पीट कर मार डाला लेकिन ' सिक्युलर' गैंग इस पर कुछ नहीं बोलेगा। अगर पीड़ित मुस्लिम और कातिल हिंदू होता सेकुलर गिरोह सड़कों पर नाच रहे होते और ट्विटर पर ट्रेंड चल रहा होता।
— शुभम् पाण्डेय (@TShubhamPandey) August 18, 2022
मुस्लिम तुष्टीकरण का परिणाम हैं ये घटनाएंः सतीश पूनिया
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि गहलोत के राज में लगातार बहुसंख्यक हिन्दुओं को प्रताड़ित किया जा रहा है। अलवर के गोविंदगढ़ में चिरंजीलाल सैनी के साथ समुदाय विशेष की मॉब लिंचिंग की घटना कांग्रेस सरकार की तुष्टीकरण की राजनीति के कारण हुई है। अशोक गहलोत के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री पीरियड में अपराध और अपराधियों का हौसला बढ़ना दुर्भाग्यपूर्ण और चिंताजनक है। प्रदेश में मॉब लिंचिंग की घटनाएं और अपीजमेंट के कारण लगातार अपराधियों को संरक्षण मिला है। गहलोत कानून व्यवस्था संभालने में पूरी तरह नाकाम सीएम और गृहमंत्री साबित हुए हैं। पुलिस की ढिलाई, प्रशासनिक कमजोरी रही है। पुलिस की पंचलाइन है, अपराधियों में डर और आमजन में विश्वास, अब आमजन असुरक्षित है और अपराधी अपराध करते वक्त यह सोचता नहीं है, उसका क्या होगा। ऐसे हालातों से पानी सिर से ऊपर गुजर चुका है। राजस्थान की कानून व्यवस्था को जो नजर लगी है, अशोक गहलोत के सियासी बयान उसको ठीक नहीं कर पाएंगे। इससे पहले मॉब लिंचिंग अलवर, झालावाड़ और जयपुर सहित कई जिलों में हो चुकी हैं, जिसमें लगातार बहुसंख्यक हिंदुओं को प्रताड़ित किया जा रहा है।
देश में मानवाधिकार की बात करने वाले मौनः अरुण चतुर्वेदी
बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी बोले- अलवर जिले के गोविंदगढ़ में जिस तरह घेरकर के समुदाय विशेष के लोगों ने वहां के एक बहुत ही साधारण और आर्थिक दृष्टि से कमजोर चिरंजीलाल सैनी को मारने का काम किया है, वह पूरे राजस्थान में आम आदमी के लिए चिन्ता की बात है। अपराध के नजरिए से राजस्थान पहले नम्बर पर आया है और राजस्थान में अलवर क्राइम में टॉप पर है। मैं राजस्थान के सीएम और गृहमंत्री से पूछना चाहता हूं, इस तरह की घटना किसी दूसरे समुदाय की ओर से की गई होती तो किस तरह का वातावरण होता और कैसे कार्रवाई होती। चतुर्वेदी ने कहा आज चिरंजीलाल सैनी के परिवार के लोग न्याय की गुहार कर रहे हैं। लेकिन देश में ह्यूमन राइट्स की बात करने वाले लोग मौन हैं। क्योंकि चिरंजीलाल सैनी को मारने वाले लोग विशेष समुदाय से हैं। उन्होंने कहा कि अपेक्षा थी कि राजस्थान सरकार लगातार हो रही घटनाओं से सबक लेकर कानून व्यवस्था को मजबूत करेगी, लेकिन जाती हुई सत्ता के भागीदारों में मची मलाई खाने की होड़ में जिस तरह थाने और चौकी आज सत्ताधारी दल के विधायकों के रहमों करम पर हैं, उसने राजस्थान और विशेषकर अलवर में इस प्रकार की घटनाओं को और बढ़ावा दिया है।
राजस्थान में मॉब लिंचिंग की घटनाएं :
बीते 5 सालों की बात करें तो राजस्थान के कई जिलों में खौफनाक मॉब लिंचिंग की घटनाओं ने दिल को दहला दिया। आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में पांच सालों में एक दर्जन से ज्यादा लिंचिंग की घटनाएं हुई हैं जिनमें लोगों की जान जा चुकी है।
25 जुलाई, 2018 को बाड़मेर जिले में एक दलित युवक खेताराम भीम की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। खेताराम भीम का कथित तौर पर एक मुस्लिम युवती से प्रेम संबंध था।
16 जुलाई, 2019 को दलित युवक हरीश जाटव की मॉब लिंचिंग हुई थी। युवक का कसूर केवल इतना था कि उसके बाइक से एक मुस्लिम महिला को टक्कर लग गई थी।
31 जुलाई, 2019 में मुख्यमंत्री के गृह जिले में जोधपुर के देचू थाने के गोलाई में पेड़ से बांधकर एक युवक को लाठियों से पीट-पीटकर मार डाला गया।
22 सितंबर, 2019 को झालावाड़ में धुलीचंद मीणा को मोटर पंप चोरी के आरोप में इस कदर बेरहमी से पीटा गया कि उसकी जान चली गई।
2020 में दौसा में जीवा राम मीणा और जीतू की एक गुट ने मिलकर हत्या कर दी।
1 जुलाई, 2021 को झालावाड़ में एक दर्जन से ज्यादा लोगों ने मिलकर कृष्णा वाल्मीकि को बुरी तरह पीटा और फरार हो गए। घटना के चार दिन बाद कृष्णा की उपचार के दौरान मौत हो गई।
15 सितंबर, 2021 को अलवर के 19 साल का योगेश अपनी बाइक से गांव जा रहा था. इस दौरान एक बालिका उसकी बाइक से टकरा गई थी। इस पर मुस्लिम समाज के लोगों ने योगेश को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था। उसके बाद मारपीट में घायल युवक की 3 दिन बाद जयपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई।
10 मई, 2022 को भीलवाड़ा में हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता आदर्श तापड़िया की हत्या कर दी गई थी।
14 अगस्त, 2022 को अलवर में चिरंजीलाल की हत्या संदेह के आधार पर ही कर दी गई।