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PM Modi की हैट्रिक से पहले ही झूमा बाजार, एग्जिट पोल के आंकड़ों से ही सर्वकालिक पर ऊंचाई पर पहुंचा सेंसेक्स और निफ्टी, डॉलर के मुकाबले रुपया 42 पैसे मजबूत

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लोकसभा के चुनाव परिणाम भले ही 4 जून को आने जा रहे हैं, लेकिन उससे एक दिन पहले ही पीएम मोदी की लगभग तय हो चुकी हैट्रिक से बाजार इसकदर झूमा है कि अपने सर्वकालिक पर पहुंच गया है। चुनाव नतीजों से एक दिन पहले शेयर बाजार में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिली। शनिवार को आए अधिकांश एक्जिट पोल के बाद यह तय माना जा रहा था कि सोमवार को बाजार बढ़त के साथ खुलेगा। एग्जिट पोल के अनुमानों के बाद आज पहले कारोबारी सत्र में सेंसेक्स और निफ्टी अपने-अपने नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गए। इससे पहले प्री ओपनिंग के दौरान सेंसेक्स 2777 पॉइंट की तेजी के साथ 76,738 के ऑलटाइम हाई पर पहुंच गया। वहीं निफ्टी ने भी 808 पॉइंट की तेजी के साथ 23,338 का ऑल टाइम हाई बनाया। बाद में बाजार अपनी ऊपरी स्तरों से थोड़ा नीचे आया और सेंसेक्स 2,507 पॉइंट के तेजी के साथ 76,468 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 733 पॉइंट चढ़कर 23,263 के स्तर पर बंद हुआ।

शेयर बाजार में तेजी से निवेशकों की वेल्थ लगभग 12 लाख करोड़ रुपये बढ़ी
लोकसभा चुनाव के रिजल्ट से पहले एक्जिट पोल में भाजपा को प्रचंड बहुमत और एनडीए को 350 से 400 से बीच सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। पीएम मोदी सरकार की लगातार तीसरी बार जीत और हैट्रिक से उत्साहित शेयर बाजार में सोमवार को अभूतपूर्व तेजी देखने को मिली। एग्जिट पोल में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की निर्णायक जीत का अनुमान लगाए जाने के बाद शेयर बाजार अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। इससे निवेशकों में काफी उत्साह देखने को मिला। शेयर बाजार में आई इस तेजी से निवेशकों की वेल्थ लगभग 12 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई है। BSE का मार्केट कैप शुक्रवार को 4,12,12,881 करोड़ रुपए था जो आज यानी, 3 जून को बढ़कर 4,23,71,233 करोड़ रुपए पहुंच गया है। पावर ग्रिड, एनटीपीसी, लार्सन एंड टुब्रो, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक और आईसीआईसीआई बैंक और महिंद्रा एंड महिद्रा के शेयर टॉप गेनर्स रहे।

इकोनॉमी पर असर और रुपया भी डॉलर के मुकाबले 42 पैसे मजबूत हुआ
भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियों को लगभग सभी एग्जिट पोल्स में बहुमत मिलने की उम्मीद जताई गई है। सभी अनुमानों में एनडीए को औसतम 374 सीटें मिल सकती है। देश को मजबूत और स्थिर सरकार मिलने का सीधा और सकारात्मक असर देश की इकोनॉमी पर पड़ेगा। सेक्टरवार निफ्टी, पीएसयू, बैंक्र ऑयल एंड गैस, वित्तीय सेवाएं, मेटल, रियल्टी और ऑटो सेक्टर के बढ़त तीन से पांच प्रतिशत की बढ़त के खुला। सोमवार को शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 42 पैसे मजबूत हुआ है। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 83 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंच गया है। इससे पहले ये को डॉलर के मुकाबले रुपया 83.42 रुपए प्रति डॉलर पर था। यह बदलाव ओपीईसी की ओर से 2025 में कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती के संकेत देने के बाद आया है। इससे पहले मई महीने के आखिरी दिन विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 1613.24 करोड़ रुपये की खरीदारी की। वहीं, घरेलू निवेशकों ने 2,114.17 करोड़ रुपये की खरीदारी की।

फोटो सोशल मीडियाबीते 6 महीने में 10% और एक साल में 21% चढ़ा सेंसेक्स
सेंसेक्स पिछले एक साल से लगातार बढ़त की तरफ है। इसमें पिछले एक महीने में 2.88% और 6 महीने में 10.41% की तेजी देखने को मिली है। पिछले एक साल में यह 21.05% और 5 साल में 91.86% चढ़ चुका है। पिछले 2 साल में यह शेयर बाजार की एक दिन में सबसे ज्यादा बढ़त है। इससे पहले 30 अगस्त 2022 को सेंसेक्स में 1500 अंक से ज्यादा की तेजी रही थी। सुबह 10 बजे सेंसेक्स 76.050 और निफ्टी 23,200 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। आज बाजार में तेजी की वजह एग्जिट पोल को माना जा रहा। 1 जून को लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल आने के बाद सोमवार को मार्केट पहली बार खुला है। माना जा रहा है कि एग्जिट पोल में मजबूत सरकार बनने के अनुमान ने मार्केट में पॉजिटिव सेंटिंमेंट को बढ़ावा दिया है।

आइए, हम ऐसे पांच बेहद महत्वपूर्ण फैक्टर्स के बारे में जानकारी लें, जिनसे बाजार की चाल तय होगी…

1. लोकसभा इलेक्शन के फाइनल रिजल्ट भी एक्जिट पोल जैसे होंगे एग्जिट : एग्जिट पोल के बाद सभी की नजरें अब 4 जून को आने वाले एक्चुअल चुनाव नतीजों पर रहेंगी। मार्केट एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि फाइनल रिजल्ट्स भी एग्जिट पोल के आसपास होंगे। 4 जून के बाद बाजार अगले पांच सालों के लिए सरकार के रोडमैप पर फोकस करना शुरू कर देगा। मतदान के बाद मतदान केंद्रों से बाहर निकलने वाले लोगों के सर्वे में कई एजेंसियों ने संकेत दिया कि भाजपा के नेतृत्व वाले NDA को 2024 के लोकसभा चुनाव में 350 से ज्यादा सीटें मिलने की संभावना है। वहीं कुछ एजेंसियों ने NDA को 400 से ज्यादा सीटें मिलने का अनुमान बताया है, जिसमें नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे।

2. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी मार्केट: एक्सपर्ट्स का कहना है कि चुनाव नतीजों के अलावा बाजार के लिए एक अन्य अहम इवेंट रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की मीटिंग है। MPC की मीटिंग के नतीजे 7 जून को आएंगे। ज्यादातर एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि पॉलिसी रेट्स में कोई बदलाव नहीं होगा और मुख्य रूप से RBI गवर्नर शक्तिकांत दास के बयान पर फोकस होगा। बार्कलेज की रीजनल इकोनॉमिस्ट श्रेया सोधानी ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में GDP का आंकड़ा 7.8% रहा, जो बताता है कि विकास दर RBI की उम्मीद से ज्यादा तेजी से बढ़ रही है। जिसका मतलब है कि केंद्रीय बैंक को दरों में कटौती करने की कोई जल्दी नहीं होनी चाहिए।

3. डोमेस्टिक और ग्लोबल इकोनॉमिक डेटा:  इस हफ्ते मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज PMI के मई के आंकड़े भी आने हैं। मई महीने के लिए HSBC मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज PMI आंकड़े 3 जून और 5 जून को जारी किए जाएंगे। एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि दोनों आंकड़े अप्रैल में दर्ज किए गए 58.8 और 60.8 की पिछली संख्या से ज्यादा होंगे। इसके अलावा, 31 मई को समाप्त हफ्ते के लिए फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व के आंकड़े भी आने वाले हफ्ते में 7 जून को जारी किए जाएंगे। इसके अलावा ग्लोबल लेवल पर इस हफ्ते बाजार का फोकस अनइंप्लॉयमेंट रेट, नॉन-फार्म-पेरोल्स, JOLTs जॉब ओपनिंग एंड क्विट्स पर रहेगा। यह सभी डेटा अगले हफ्ते 12 जून को तय FOMC मीटिंग से पहले अहम हैं। इसके अलावा अमेरिका, चीन, जापान और यूरो एरिया समेत कई देशों के मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज PMI डेटा पर भी बाजार की नजर रहेगी, जो 3 जून और 5 जून को जारी किए जाएंगे।

4. फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FII) की एक्टिविटी पर भी बाजार की नजर: फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FII) की एक्टिविटी पर भी बाजार की नजर रहेगी। एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि पिछले कुछ महीनों में उनके आउटफ्लो के बाद FII वापस आएंगे। भारत में संभावित राजनीतिक स्थिरता, मजबूत आर्थिक विकास और मैनेजेबल इन्फ्लेशन के चलते खरीदारी हो सकती है। FII ने मई में कैश सेगमेंट में 42,214 करोड़ रुपए की नेट सेल्स की है, जो जून 2022 के बाद से सबसे ज्यादा मंथली सेल्स है, जिसका कारण चीनी शेयरों में उनकी खरीद और US बॉन्ड यील्ड (4.5% पर कारोबार) में उछाल है। हालांकि, डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने मई महीने में 55,733 करोड़ रुपए के शेयर खरीदकर FII के आउटफ्लो की पूरी भरपाई की, जो वास्तव में बाजार के लिए एक प्रमुख सपोर्टिंग फैक्टर के रूप में काम कर रहा है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर चुनाव परिणाम राजनीतिक स्थिरता सुनिश्चित करते हैं, तो ऐसी स्थिति में FII के भी खरीदार बनने की संभावना है।

5. निवेशकों को इस हफ्ते में तीन नए IPO देखने को मिलेंगे: प्राइमरी मार्केट में निवेशकों को इस हफ्ते में तीन नए IPO देखने को मिलेंगे। मेनबोर्ड सेगमेंट से 130 करोड़ रुपए का क्रोनॉक्स लैब साइंसेज का IPO 3 जून को ओपन होगा। वहीं अन्य दो IPO मैजेंटा लाइफकेयर और सैट्रिक्स इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी SME सेगमेंट से होंगे, ये दोनों IPO 5 जून को ओपन होंगे।

 

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