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ममता सरकार में फिर हिन्दुओं पर बर्बरता, मंदिर में पूजा करने पर पुलिस ने की पिटाई, सैकड़ों लोग गिरफ्तार

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पश्चिम बंगाल में पूरी तरह से तालिबानी शासन है। वहां पर हिन्दुओं का उत्पीड़न जारी है। हिन्दुओं को न तो मंदिरों में पूजा करने की आजादी है और न ही सार्वजनिक रूप से जय श्री राम बोलने की। 5 अगस्त को जब पूरे विश्व के हिन्दू अयोध्या में राममंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन को लेकर उत्साहित थे। वहीं पश्चिम बंगाल की पुलिस लॉकडाउन के बहाने हिन्दुओं पर जुल्म ढा रही थी। मंदिर में पूजा कर रहे लोगों पर पुलिस ने लाठियां बरसाईं और सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया। 

खड़गपुर में स्थानीय लोग राम मंदिर शिलान्यास के उत्सव में मंदिर में पूजा कर रहे थे। लेकिन ममता की पुलिस को यह बर्दाश्त नहीं हुआ। इससे सार्वजनिक व्यावस्था और लॉकडाउन का उल्लंघन नहीं हो रहा था। फिर भी शांतिपूर्वक पूजा कर रहे लोगों को पुलिस ने घसिटकर मंदिर से बाहर निकाला। लोग पुलिस से पूजा करने का आग्रह करते रहे, लेकिन पुलिस ने उन्हें पूजा करने की अनुमति नहीं दी।

बीजेपी कार्यकर्ता ने नारायणपुर इलाके में ‘यज्ञ’ आयोजित करने का प्रयास किया लेकिन ममता के गुंडों ने उन्हें रोक दिया। हिन्दुओं और ममता के गुंडों के बीच झड़प हो गई। जिसके बाद पुलिस ने लोगों को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया। जिसमें कई लोगों को चोटें आईं। उधर खड़गपुर में श्री राम मंदिर के लिए पूजा का आयोजन किया गया था। लेकिन ममता बनर्जी की पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया, महिलाओं को भी नहीं छोड़ा।

बीजेपी की राज्य इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने अपने न्यू टाउन आवास पर भूमि पूजन का आयोजन किया। उन्होंने कहा कि पुलिस की बर्बरता राज्य सरकार की ‘हिंदू-विरोधी मानसिकता’ को दर्शाती है। दिलीप घोष ने कहा, ‘हम बीते कई दिन से पूर्ण लॉकडाउन की तारीख बदलने का अनुरोध कर रहे थे लेकिन ऐसा नहीं किया गया। जब भगवान राम के भक्त सादगी से इस दिन का जश्न मना रहे थे तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। टीएमसी सरकार ने जानबूझकर राज्य में हिंदुओं की भावनाओं का अपमान किया है।’

दक्षिण 24 परगना जिले में बुधवार को एक मंदिर में शिवलिंग स्थापित करने को लेकर हुए विवाद हो गया। पुलिस ने जब शिवलिंग स्थापित करने से रोकने की कोशिश की, तो स्थानीय लोग आक्रोशित हो गई। पुलिस और लोगों में झड़प हो गई, जिसमें स्थानीय लोगों के साथ कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। उधर खरगोन के सराफा बाजार में उत्सव मनाते युवकों पर पुलिस ने कार्रवाई की।

पश्चिम बंगाल में एक दुकान पर भगवा झंडा लगाने पर विवाद हो गया। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने झंडा लगाने पर आपत्ति जतायी और इसे हटाने के लिए गुंडागर्दी पर उतर आए। जब इसका विरोध स्थानीय हिन्दुओं ने किया तो टकराव बढ़ गया। हिन्दुओं ने झंडा हटाने से इनकार कर दिया।

पश्चिम बंगाल में भगवा झंडा लगाना भी अपराध है। राज्य के कई इलाकों में पुलिस खुद पोलों पर लगे भगवा झंडे को उतारती हुई नजर आई। पुलिस ने झंडे को उतार कर फेंक दिया। स्थानीय लोगों के मुताबिक श्रीराम मंदिर भूमि पूजन के विरोध मे पश्चिम बंगाल पुलिस कट्टरपंथी मुसलमानों के दबाव में भगवा झंडे को उतार रही है। लोगों का कहना है कि बंगाल में हिन्दुओं के त्योहार मनाने पर कट्टरपंथी मुसलमानों का झुंड दंगा भड़काता नजर आता है। आज ममता के राज में हिंदू डरे हुए हैं।


उत्तरी 24 परगना जिले के बैरकपुर में बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह के घर के पास से बीजेपी समर्थकों को गिरफ्तार किया गया। अर्जुन सिंह ने राज्य प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि ममता बनर्जी हिन्दुओं को अपमानित कर रही है। पुलिस इस मौके पर पटाखे जलाने पर गिरफ्तार कर रही है। हमारे बैनर उतारे जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश में बदलने की साजिश रची है।

 

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