पंजाब में कांग्रेस की चरणजीत सिंह चन्नी सरकार ने पुलिस के साथ मिलकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा से बड़ा खिलवाड़ किया था। इस खिलवाड़ की सजा जनता ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को दे दी थी। अब पंजाब पुलिस के सात अधिकारियों पर गाज गिरी है। इन सात पुलिस अधिकारियों को सुरक्षा में लापरवाही बरतने के कारण निलंबित कर दिया गया है। इसमें फिरोजपुर के तत्कालीन एसपी ऑपरेशन और मौजूदा समय में बठिंडा के एसपी गुरबिंदर सिंह, डीएसपी परसन सिंह, डीएसपी जगदीश कुमार, इंस्पेक्टर तेजिंदर सिंह, इंस्पेक्टर बलविंदर सिंह, इंस्पेक्टर, जतिंदर सिंह और एएसआई राकेश कुमार के नाम शामिल है।
5 जनवरी, 2022 को पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा चूक से जुड़े मामले में 7 पुलिस अधिकारी – बठिंडा एसपी गुरबिंदर सिंह, डीएसपी परसन सिंह, डीएसपी जगदीश कुमार, इंस्पेक्टर तेजिंदर सिंह, इंस्पेक्टर बलविंदर सिंह, इंस्पेक्टर जतिंदर सिंह और एएसआई राकेश कुमार को निलंबित किया…
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 26, 2023
पदोन्नति रोकने से लेकर सेवा से बर्खास्तगी तक हो सकती है
पंजाब पुलिस के सात अधिकारियों पर यह कार्रवाई 18 अक्टूबर, 2023 को भेजी गई डीजीपी की रिपोर्ट के आधार पर की गई है। इस रिपोर्ट में फिरोजपुर के तत्कालीन एसपी गुरबिंदर सिंह को ड्यूटी में कोताही का जिम्मेदार माना गया है। राज्य के गृह विभाग के आदेश के अनुसार, सभी सात पुलिसकर्मियों को पंजाब सिविल सेवा (दंड और अपील) नियम, 1970 के नियम 8 के तहत कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। इन नियमों के तहत दंड पदोन्नति रोकने से लेकर सेवा से बर्खास्तगी तक हो सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फिरोजपुर यात्रा के दौरान उनकी सुरक्षा में हुई चूक के लगभग दो साल बाद, पंजाब पुलिस ने शनिवार को एक पुलिस अधीक्षक (एसपी) सहित 7 अधिकारियों को निलंबित कर दिया।
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— दैनिक ट्रिब्यून (@DainikTribune) November 26, 2023
जांच कमेटी की रिपोर्ट में मुख्य सचिव और डीजीपी पर लापरवाही का आरोप
प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में चूक के बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जांच के लिए पूर्व जस्टिस इंदू मल्होत्रा की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कमेटी गठित की थी। इस कमेटी ने पूरे घटनाक्रम की जांच की। पहले इस घटनाक्रम के लिए एसएसपी हरमनदीप हंस को जिम्मेदीर माना जा रहा था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर बनी कमेटी की रिपोर्ट में तत्कालीन मुख्य सचिव और डीजीपी की लापरवाही सामने आई थी। कमेटी ने आठ महीने पहले अगस्त 2022 में यह रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट और केंद्र सरकार को सौंप दी थी। इस रिपोर्ट के आधार पर केंद्र सरकार ने सितंबर 2022 में पंजाब सरकार को पत्र लिखकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट में पंजाब के तत्कालीन मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवारी और डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को फिरोजपुर में पीएम की सुरक्षा में लापरवाही के लिए दोषी ठहराया गया है.#PMModi #SecurityBreach #Bharatexpresshttps://t.co/qQV5huM1gG
— Bharat Express (@BhaaratExpress) November 25, 2023
15-20 मिनट तक एक फ्लाईओवर पर रुका रहा पीएम मोदी का काफिला
गौरतलब है कि 5 जनवरी, 2022 को प्रधानमंत्री मोदी का पंजाब के फिरोजपुर का दौरा था। वह 5 जनवरी की सुबह बठिंडा में उतरे जहां से उन्हें हेलीकॉप्टर द्वारा हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाना था। लेकिन खराब मौसम और बारिश के कारण प्रधानमंत्री को सड़क मार्ग से जाना पड़ा। राष्ट्रीय शहीद स्मारक से करीब 30 किमी पहले प्रधानमंत्री मोदी का काफिला जब फ्लाईओवर पर पहुंचा, तो उन्हें बताया गया कि आगे किसान प्रदर्शनकारियों ने रास्ता रोक रखा था। प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए सड़क से गुजरते वक्त अतिरिक्त सुरक्षा होनी चाहिए थी लेकिन ऐसा कोई बंदोबस्त नहीं किया गया था। प्रधानमंत्री मोदी का काफिला करीब 15-20 मिनट तक एक फ्लाईओवर पर रुका रहा। प्रधानमंत्री मोदी को पंजाब से वापस लौटना पड़ा। बठिंडा एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी ने पंजाब सरकार के अधिकारियों से कहा कि अपने मुख्यमंत्री का धन्यवाद करना कि मैं एयरपोर्ट तक जिंदा लौट पाया हूं।
Punjab CM Charanjit Channi on the security breach and blockage of road cavalcade of the PM: Yeh kudrati hua. (This happened naturally.)
PM Modi on his return to Bhatinda airport told officials there,“Apne CM ko thanks kehna, ki mein Bhatinda airport tak zinda laut paaya.” pic.twitter.com/0PsqMy2lBR
— Modi Bharosa (@ModiBharosa) January 5, 2022
कांग्रेसियों के साथ चाय की चुस्कियां ले रहे थे पुलिसकर्मी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा में सेंध की जब परतें उघड़ने लगी, तो चौकाने वाले तथ्य सामने आए। पंजाब पुलिस जिनको किसान प्रदर्शनकारी बता रही थी, असल में वे कांग्रेसी ही थे। प्रधानमंत्री मोदी के रूट को क्लियर कराने के बजाए पंजाब पुलिसकर्मी इस रूट पर एकत्रित हुए कांग्रेसियों के साथ ही आराम से चाय की चुस्कियां ले रहे थे। उन्हें देख कर लगा नहीं है कि पंजाब पुलिस यहां प्रधानमंत्री का रूट निर्बाध बनाने में दिलचस्पी ले रही थी। प्रधानमंत्री की सुरक्षा में यह चूक कांग्रेस नेताओं और पुलिस की मिलीभगत से नहीं हो सकती थी। इस घटना के बाद कांग्रेस नेताओं के शर्मनाक ट्वीट्स से स्पष्ट हो गया कि कांग्रेसियों ने प्रधानमंत्री मोदी की हत्या की बड़ी साजिश रची थी। सवाल यह भी उठा कि प्रधानमंत्री मोदी के सिक्योरिटी ब्रीच पर कांग्रेस जश्न क्यों मना रही है?
पीएम @narendramodi के इस रूठ पर तैनात पंजाब पुलिसकर्मी प्यारेआना गाँव के प्रदर्शनकारियों के साथ चाय पीते नज़र आ रहे हैं, देख कर लगता नहीं है कि पंजाब पुलिस यहाँ पीएम का रूठ निर्बाध बनाने में दिलचस्पी ले रही है, ऐसे होती है प्रधानमंत्री के रूठ की सुरक्षा ?
via @jainendrakumar pic.twitter.com/gCaqCOiedN— Vikas Bhadauria (@vikasbha) January 5, 2022
पीएम मोदी की सुरक्षा में सेंध लगने का जश्न क्यों मना रहे थे कांग्रेसी ?
पंजाब के फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली सुरक्षा कारणों से रद्द कर दी गई। कांग्रेस नेता पीएम मोदी की सुरक्षा में सेंध लगने का जश्न मना रहे थे। यूथ कांग्रेस अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने प्रधानमंत्री से सवाल किया, “मोदीजी हाउज द जोश।” इसके बाद यूथ कांग्रेस ने भी इसी तर्ज पर बयानबाजी की। ट्वीट किया, “यह कर्मों का फल है।” कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, “आपा मत खोइए। जरा शराफत से याद करिए कि प्रधानमंत्री की रैली के लिए 10 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए। SPG और दूसरी एजेंसियों के साथ मिलकर सभी व्यव्सथाएं की गईं थीं।
Modi ji,
How’s the Josh?#Punjab
— Srinivas BV (@srinivasiyc) January 5, 2022
लापरवाही पूरी तरह नाक़ाबिले बर्दाश्त, इसमें जवाबदेही तय की जाएगी : अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले में ‘जवाबदेही तय की जाएगी।’ ऐसी ‘लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती है।’ गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट करके बताया, “पंजाब में आज सुरक्षा में सेंध को लेकर गृह मंत्रालय ने विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। ” उन्होंने आगे लिखा, “प्रधानमंत्री के दौरे की सुरक्षा प्रक्रिया में ऐसी लापरवाही पूरी तरह नाक़ाबिले बर्दाश्त है और इसमें जवाबदेही तय की जाएगी।”
कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आने से पीएम के कार्यक्रम में नहीं गया
प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में चूक पर पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने सफाई देते हुए कहा था कि ‘प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में चूक नहीं हुई है। पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी। चन्नी ने कहा, ‘मैं कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में था, इसलिए पीएम के कार्यक्रम में नहीं गया। हमने उनसे (पीएमओ) खराब मौसम की स्थिति और विरोध के कारण यात्रा रद्द करने के लिए कहा था। बड़ा सवाल यह भी है कि सीएम के मुताबिक वे कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आने के कारण पीएम के कार्यक्रम में नहीं गए, फिर वे संवाददाताओं की भीड़ में कैसे शामिल हुए?”
Former DGP of MP explains how a PM’s route is cleared and whose responsibility it is. It is clearly the job of the local/state police that must secure the entire outer circle while SPG looks at the core. The state police IS RESPONSIBLE!
https://t.co/4TyfZfDrAN— Rajesh Kalra (@rajeshkalra) January 5, 2022