‘’खेलो इंडिया अभियान से जो प्रतिभाएं ऊपर आ रही हैं, वो छोटे-छोटे शहरों के बच्चे हैं। सामान्य परिवार से आने वाले बच्चों ने देश के लिए नई आशा पैदा की है। कभी संसाधन और एक्सपोजर के अभाव में आगे बढ़ने का मौका नहीं मिलता था। अब संसाधन भी मिल रहे हैं और कम उम्र में ही राष्ट्रीय स्तर का एक्सपोजर भी मिल रहा है। खिलाड़ी अपना ध्यान सिर्फ अपने श्रेष्ठ प्रदर्शन पर लगाएं, बाकी की सारी चिंता देश कर रहा है।‘’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ये बातें शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कटक में पहले खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का औपचारिक उद्घाटन करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि आज ओडिशा में नया इतिहास बना है। उन्होंने प्रतिभागियों की हौसलाआफजाई करते हुए कहा कि आपका लक्ष्य 200 से ज्यादा गोल्ड मेडल जीतने का है ही, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात है कि आप खुद से भी कंपीट कर रहे हैं। इस आयोजन में किया गया आपका परिश्रम आपके सपनों को, आपके परिवार के सपनों को और भारत के सपनों को आगे बढ़ाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज का यह दिन सिर्फ एक टूर्नामेंट के आरंभ का नहीं है, बल्कि खेल आंदोलन के अगले चरण की शुरुआत का है। उन्होंने कहा कि युवा टैलेंट की पहचान में खेलो इंडिया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। श्री मोदी ने कहा, ‘’खेल और खिलाड़ियों का स्तर, खेल इंफ्रास्ट्रक्चर इन सभी विषयों पर निरंतर सुधार हो रहा है। टैलेंट की पहचान हो, ट्रेनिंग हो या फिर चयन प्रक्रिया हो, हर स्टेज पर ट्रांसपेरेंसी को प्रमोट किया जा रहा है। इसका परिणाम देखने को मिल रहा है।‘’
Khelo India University Games, a great effort to promote sports and fitness among youth. https://t.co/dYLN6qiaol
— Narendra Modi (@narendramodi) February 22, 2020