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योगी सरकार ने लागू किया बड़ा फैसला: UP के मदरसों में पढ़ाई से पहले हर दिन होगा जन-गण-मन, अब MP के मदरसों में भी राष्ट्रगान अनिवार्य करने की तैयारी

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उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ‘उपयोगी सरकार’ की भूमिका बड़े अच्छे तरीके से निभा रही है। सरकार ने प्रदेश में मस्जिदों से हजारों लाउडस्पीकरों को उतरवाकर शोर को खत्म करने का बड़ा फैसला लागू किया, लेकिन इससे कहीं विवाद नहीं हुआ और पूरे प्रदेश में बनी रही। लाउडस्पीकरों के बाद अब बारी राष्ट्रगान की है। उत्तर प्रदेश सरकार ने मदरसों में पढ़ाई से पहले राष्ट्रगान अनिवार्य कर दिया गया है। प्रदेश में रमजान की छुट्टियों के बाद मदरसों में कक्षाएं शुरू हो रही हैं। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश आजाद अंसारी के मुताबिक अब सभी मदरसों में राष्ट्रीय गान गाया जाएगा और इसके लिए सभी को सूचित कर दिया गया है। ऐसा न करने वाले मदरसों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। यूपी के बाद अब कुछ अन्य राज्यों में भी मदरसों में राष्ट्रगान अनिवार्य करने की मांग उठने लगी है। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने संकेत दिए हैं कि एमपी के मदरसों में भी राष्ट्रगान अनिवार्य किया जाएगा।मध्य प्रदेश के गृह मंत्री ने दिए संकेत, राज्य में मदरसों में जरूरी होगा जन-गण-मन
उत्तर प्रदेश के बाद मध्य प्रदेश के मदरसों में भी राष्ट्रगान अनिवार्य किया जा सकता है। इसके संकेत शुक्रवार को गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दिए। प्रेस ब्रीफिंग के दौरान मिश्रा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि यह एक विचारणीय बिंदु है। इस मुद्दे पर विचार किया जा सकता है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जन गण मन होना चाहिए। सभी जगह होना चाहिए। यह राष्ट्र का गीत है। मदरसों में राष्ट्रगान कराए जाने को लेकर पूछे सवाल पर सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि हम पाकिस्तान में राष्ट्रगान कराने का नहीं कह रहे हैं। हम तो मध्य प्रदेश के अंदर, उत्तर प्रदेश के अंदर और देश के कोने-कोने में शिक्षण संस्थानों को राष्ट्रगान कराने का कह रहे हैं। उनमें राष्ट्रगान हो, राष्ट्र की स्तुति हो, भारत माता की जय हो, तो क्या गलत है। होना ही चाहिए।उत्तर प्रदेश के सभी तरह के मदरसों के लिए अनिवार्य किया राष्ट्रगान
प्रदेश के मदरसों में पढ़ाई से पहले राष्ट्रगान अनिवार्य करने का आदेश यूपी मदरसा शिक्षा बोर्ड परिषद ने जारी कर दिया है। यह आदेश मान्यता प्राप्त, अनुदान पाने वाले और अनुदान नहीं पाने वाले सभी मदरसों पर लागू होगा। कक्षाएं शुरू होने से पहले सुबह की प्रार्थना के समय राष्ट्रगान होगा। रमजान और ईद की छुट्टियों के बाद सभी मदरसे खुल चुके हैं। मदरसों में राष्ट्रगान का फैसला मदरसा शिक्षा परिषद ने मार्च में लिया था। इसे अब लागू किया गया है। रजिस्ट्रार निरीक्षक एसएन पांडेय ने इसके आदेश जारी किए हैं। उन्होंने बताया कि सत्र 2022-23 के स्कूल खुलने पर ही राष्ट्रगान कराने का फैसला किया गया था।मंत्री दानिश आजाद बोले- कंप्यूटर के साथ धर्मग्रंथ भी पढ़ेंगे बच्चे
मदरसा बोर्ड की परीक्षाएं शुरू होने पर यह फैसला लागू कर दिया जाएगा। 14 मई से मदरसों में बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश आजाद ने राष्ट्रगान गाने की वकालत करते हुए कहा- ‘जब मदरसा छात्र राष्ट्रगान गाएंगे तो समाज के मूल्यों को भी जानेंगे। मदरसा शिक्षा के उत्थान के लिए सरकार काम कर रही है। अब मदरसा के छात्र गणित, विज्ञान, कंप्यूटर के साथ-साथ धर्मग्रंथों का भी अध्ययन करेंगे।’ उन्होंने कहा कि राष्ट्रगान देश से मोहब्बत का इजहार है, इसीलिए इस पर किसी को भी एतराज नहीं होना चाहिए।

मौलाना सुफियान ने कहा- मदरसों में राष्ट्रगान से हमें कोई आपत्ति नहीं
लखनऊ के दारुल उलूम फरंगी महली के प्रवक्ता मौलाना सुफियान निजामी ने कहा- ‘मदरसे में राष्ट्रगान अनिवार्य करने पर कोई भी आपत्ति नहीं है। इसके साथ ही मदरसों में भी अन्य स्कूलों की तरह एनसीईआरटी की पुस्तकों से पढ़ाई कराई जानी चाहिए। बरेली में तंजीम उलेमा-ए-इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने कहा कि पहले विशेष मौके जैसे 26 जनवरी, 15 अगस्त पर राष्ट्रगान होता ही था। मगर यह हर रोज लागू किया गया है। हमे कोई एतराज नहीं है। मदरसों को इसके साथ ही हाइटेक किए जाने पर भी काम होना चाहिए।

यूपी में 14 से 23 मई तक होंगी मदरसा बोर्ड की परीक्षाएं
यूपी मदरसा बोर्ड की परीक्षाएं 14 से 23 मई के बीच होंगी। लखनऊ के जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी जगमोहन की ओर से सभी मदरसों को परीक्षा कार्यक्रम भेजा गया है। इसमें परीक्षा नियमों का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने बताया कि अरबी, फारसी की 2022 की परीक्षा 14 मई से शुरू होगी। पहली पाली सुबह 8 से 11 बजे तक और सीनियर सेकेंडरी की परीक्षा दोपहर 2 से शाम 5 बजे के बीच होगी। सभी मदरसों से कहा गया है कि अपने यहां पढ़ने वाले छात्रों को समय सारणी के बारे में जानकारी दें।

मदरसों में एक लाख 62 हजार से अधिक छात्र देंगे परीक्षा
इस बार वार्षिक परीक्षा के लिए कुल एक लाख 62 हजार 631 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। क्लास के हिसाब से देखें तो सेकेंडरी क्लास की परीक्षा के लिए सबसे अधिक 91 हजार 467 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। वहीं, सीनियर सेकेंडरी के लिए 25 हजार 921, कामिल फर्स्ट ईयर के लिए 13 हजार 161 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। कामिल सेकेंड ईयर के लिए 10 हजार 888, कामिल थर्ड ईयर के लिए 9 हजार 796, फाजिल फर्स्ट ईयर के लिए 5 हजार 197 और फाजिल सेकेंड ईयर के लिए 6,201 परीक्षार्थियों ने फार्म भरे हैं।

 

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