Home विपक्ष विशेष गहलोत सरकार में दलित जनप्रतिनिधि भी नहीं सुरक्षित, बीजेपी की दलित सांसद...

गहलोत सरकार में दलित जनप्रतिनिधि भी नहीं सुरक्षित, बीजेपी की दलित सांसद रंजीता कोली पर चौथी बार हमला, खनन माफियाओं ने की ट्रक से कुचलने की कोशिश

SHARE

राजस्थान की गहलोत सरकार में दलित जनप्रतिनिधि ही सुरक्षित नहीं है, ऐसे में जनता के तो भगवान ही मालिक हैं। भरतपुर से बीजेपी की सांसद रंजीता कोली पर एक के बाद एक हमले हो रहे हैं, लेकिन पुलिस-प्रशासन का खनन माफिया और समाजकंटकों पर कोई कंट्रोल नहीं है। दलितों के हितों के लिए कांग्रेस कोरे वादे जरूर करती है, लेकिन जब दलितों पर अत्याचार की बारी आती है तो सिवाए घड़ियाली आंसू बहाने के कुछ नहीं करती। खनन माफिया के खिलाफ लगातार आवाज उठाने वाली भरतपुर की सांसद कोली पर गत रात्रि चौथी बार जानलेवा हमला हुआ है। बदमाशों ने उनकी गाड़ी को ट्रक से कुचलने की कोशिश की। लगातार हमलों के कारण बीजेपी अब गहलोत सरकार पर हमलावर है। दिल्ली से लौटते हुए कामां-कोसी मार्ग पर सासंद की गाड़ी को ट्रक से कुचलने की कोशिश
राजस्थान के भरतपुर से बीजेपी सांसद रंजीता कोली एक बार फिर हमले का शिकार हुई है। बताया जा रहा है कि दिल्ली से लौटते वक्त रंजीता कोली पर जानलेवा हमला किया गया। घटना कामां-कोसी मार्ग पर लेवडा मोड़ के पास की है। रास्ते में खनन माफियाओं ने उनकी गाड़ी को ट्रक से कुचलने की कोशिश की। साथ ही सांसद की गाड़ी के शीशे भी तोड़ डाले। इस हमले में सांसद कोली बाल-बाल बची हैं। इधर हमले की सूचना मिलते ही स्थानीय भाजपा नेता और ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। वहीं हादसे के बाद रंजीता कोली ग्रामीणों के साथ धरने में बैठ गई हैं। कलेक्टर-एसपी लगातार उनसे समझाइश की। सांसद कोली ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए और सुरक्षा व्यवस्थाओं पर भी सवाल खड़े किए हैं।अवैध खनन में लिप्त माफिया के लोगों को रोकने की कोशिश की तो गाड़ी के शीशे तोड़े
देर रात हुई इस हमले की वारदात के बारे में सांसद रंजीता ने कहा कि अवैध खनन को रोकना और जनता की सेवा करना भी मेरा लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि रात को वो अपनी गाड़ी के दिल्ली से लौट रही थीं। रास्ते में करीब डेढ़ सौ ट्रक खड़े दिखे, जो कि अवैध खनन के काम में लिप्त थे। हमने ट्रकों के आगे गाड़ी लगाई तो वे उतरकर भागने लगे। अगर वे अवैध नहीं थे तो भागने की जरूरत क्या थी? उन्हें रोकने की कोशिश की तो मेरी गाड़ी को तोड़ दिया, मुझे मारने की कोशिश की गई”। गौरतलब है कि सांसद कोली पर यह चौथी बार हमला हुआ है। पिछले साल नवंबर में और उससे पहले मई में उन पर हमला हुआ था। इस दौरान हलैना थाना इलाके में धरसोनी गांव के पास कुछ अज्ञात बदमाशों ने उसकी गाड़ी पर हमला बोल दिया। इस घटना के बाद भी बीजेपी सांसद रंजीता कोली ने प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन पर घेरे में लिया था। बीजेपी सांसद जसकौर मीणा ने भी प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।

धमकी के बोल- अंबेडकर बचाएगा और न मोदी और शाह, अगली बार तेरे अंदर गोलियां भर देंगे

दरअसल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका वाड्रा दलितों पर अत्याचार की बड़ी-बड़ी बातें तो करते हैं, लेकिन दिए तले अंधेरा ही है। खुद उनकी कांग्रेस सरकार के राज में दलितों पर अत्याचार हो रहे हैं और ने सिर्फ घड़ियाली आंसू ही बहाते हैं।  इसलिए उन्होंने कांग्रेस शासित राज्य में दलितों के उत्पीड़न की घटनाओं पर चुप्पी साध रखी है। प्रदेश की गहलोत सरकार में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो चुके है कि वे अब खुलेआम बीजेपी के दलित महिला सांसद के घर पर हमला कर रहे हैं और जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का नाम लेकर चुनौती दे चुके हैं।

सांसद के पोस्टर पर क्रॉस का निशान लगाकर उस पर जिंदा कारतूस चिपका दिया 

इससे पहले भी भरतपुर की बीजेपी सांसद रंजीता कोली के आवास पर गोलीबारी की गई थी। हमलावरों ने रंजीता कोली के घर पर तीन गोलियां चलाईं। इसके बाद सांसद की तस्वीर वाले पोस्टर पर क्रॉस का निशान लगाकर उस पर जिंदा कारतूस चिपका दिया। साथ ही साथ एक धमकी भरा लेटर छोड़ा। इस लेटर में लिखा था, “दलित है, दलित बनकर रह। सारी सांसद गिरी निकाल देंगे। पहले तो एक बार छोड़ दिया तो नहीं मानी। औकात में रह, तेरे को न तो अंबेडकर बाबा साहब बचाएगा और न मोदी और शाह। हवा में उड़ रही है न तू। यह तो सिर्फ एक ट्रेलर है। अगली बार तेरे अंदर गोलियां भर देंगे।”

गहलोत सरकार के कोई सख्त कदम न उठाने से खनन माफिया के हौसले बुलंद

सांसद रंजीता कोली ने बताया कि अवैध खनन के खिलाफ लगातार आवाज उठाने के कारण उन पर बार-बार हमले हो रहे हैं। पहले गोलीबारी और अब ट्रक से कुचलने की इस चौथी कोशिश के बाद से उनके परिजन दहशत में हैं। लेकिन राज्य सरकार अवैध खनन माफिया के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठा रही है। कांग्रेस से विधायक भरत सिंह ही खान मंत्री को माफिया बता रहे हैं, लेकिन सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। सरकार की लापरवाही का ही नतीजा है कि पिछले दिनों ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग पर अवैध खनन को रुकवाने के लिए एक साधु को आत्महत्या तक करनी पड़ी। 

कोली पर चली गोली के बाद तब बीजेपी ने कांग्रेस की गहलोत सरकार पर निशाना साधा था। उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि गहलोत सरकार अवैध खनन नहीं रोक पा रही है। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट कर कहा, “राजस्थान की बिगड़ती कानून व्यवस्था के प्रतिदिन अनेक उदाहरण देखने को मिल रहे हैं; सांसद जैसे जनप्रतिनिधियों पर बार बार जानलेवा हमला हो रहा है; भरतपुर सांसद श्रीमती रंजीता कोली के घर पर हमला; आखिर राज्य के गृहमंत्री कब तक सोते रहेंगे; कानून व्यवस्था न सम्भले तो इस्तीफा दें।”रंजीता के ससुर गंगाराम कोली दो बार रहे हैं भरतपुर से सांसद
गौरतलब है कि बीजेपी सांसद रंजीता कोली पर चौथी बार हमला किया गया है। इससे पहले 27 मई, 2021 को भी एक हमला किया गया था। उस समय वह धरसोनी गांव में कम्युनिटी हेल्थ सेंटर का दौरा करने पहुंची थी। हमले के बाद की तस्वीरों में देखा गया था कि उनकी गाड़ी के शीशे टूट गए थे और सीट पर ईंट-पत्थर भी थे। रंजीता कोली पहली बार भरतपुर की सांसद बनी हैं। रंजीता के ससुर गंगाराम कोली दो बार भरतपुर के सांसद रह चुके हैं।

Leave a Reply