राजस्थान में अशोक गहलोत की कांग्रेस सरकार दलितों को सुरक्षा देने में शुरू से ही नाकाम रही है। राज्य में दलितों के खिलाफ अत्याचार के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। दलित उत्पीड़न का ताजा मामला बाड़मेर से सामने आया है। बाड़मेर में एक दलित पिता-पुत्र को न सिर्फ पीटा गया, बल्कि उन्हें जबरदस्ती पेशाब भी पीने के लिए मजबूर किया गया। इंडिया टुडे की खबर के अनुसार बाड़मेर में बीजराड़ थाना के गोहड़ का ताला गांव में एक किराने की दुकान से सामान खरीद रहे पिता-पुत्र पर अचानक करीब 15 लोगों ने हमला कर दिया। लाठी-कुल्हाड़ी से लैस लोगों ने पिटाई के बाद रायचंद को पेशाब पीने के लिए मजबूर किया। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर दोनों को अपमानित भी किया। पिता रायचंद के सिर पर चोट लगी है और उसका एक दांत टूट गया, जबकि उनके बेटे रमेश का पैर टूट गया और हाथ में भी चोट आई। बाड़मेर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में दोनों का इलाज चल रहा है। मामले में 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सभी आरोपी फरार हैं।
राजस्थान के माण्डलगढ़ में दलित युवक के साथ हो रहा अत्याचार देखिए , रूह काँप जाएगी ..
राजस्थान को इस तरह अराजक बनाने के लिए वोट लिए थे @RahulGandhi जी ? शर्म नहीं आती आपको ? @DrSatishPoonia @chshekharbjp pic.twitter.com/cGUcj7gzpp
— Laxmikant bhardwaj (@lkantbhardwaj) July 10, 2021
इसके पहले इसी महीने वायरल एक और वीडियो में दिख रहा है कि झालवाड़ जिले के झालरापाटन में बीच सड़क पर कुछ बदमाश कृष्णा वाल्मीकि नाम के एक दलित युवक को बेरहमी से पीट रहे हैं। सड़क पर गिरे युवक पर लगातार डंडे बरसा रहे हैं। मोची मोहल्ला के निवासी कृष्णा वाल्मिकी की सूरजपोल दरवाजा क्षेत्र में रहने वाले सागर कुरैशी से लड़ाई थी। इसी का बदला लेने के लिए सागर कुरैशी ने अपने एक दर्जन साथियों के साथ कृष्णा को बुरी तरह पीटकर फरार हो गया।
राजस्थान के झालावाड़ में कृष्णा वाल्मीकि की पीट पीट कर , सागर कुरैशी, रईस , इमरान , अख्तर अली, इशु कुरैशी ने बेरहमी से हत्या कर दी …
दलित युवक की इस निर्मम हत्या पर कब चुप्पी तोड़ोगे @RahulGandhi जी ? pic.twitter.com/siHTaWH1TT
— Laxmikant bhardwaj (@lkantbhardwaj) July 7, 2021
राजस्थान में दलितों के खिलाफ अत्याचार के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं लेकिन सेक्युलर, लिबरल और वामपंथी गैंग के साथ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस पर चुप्पी साध रखी है। अगर यही घटना किसी बीजेपी शासित राज्य में हुई होती, तो ये लोग अब तक काफी हो-हल्ला मचा चुके होते।