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मोदी राज में हो रहा भ्रष्टाचार का पर्दाफाश, एक-एक कर निकल रहा नोटों का खजाना, 10 बड़े कैश कांड जानिए

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कांग्रेस पार्टी ने इस देश में भ्रष्टाचार का ऐसा बीज बोया कि देश की क्षेत्रीय पार्टियों से लेकर नेताओं और कारोबारियों तक में यह लत फैल गया। कांग्रेस की ही पार्टी के प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने स्वीकार किया था कि केंद्र से 1 रुपये भेजते हैं तो गांवों में 15 पैसे पहुंचते हैं। यानि 85 पैसे भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाते थे, लेकिन अफसोस की बात यह है कि इस बात की जानकारी होते हुए भी कांग्रेस की सरकारों ने भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की। लेकिन 2014 के बाद यह भ्रष्टाचार के फन को कुचलने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। उन्होंने कई बार कहा है कि भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करना है। यही वजह है कि एजेंसियां इस पर कठोर कार्रवाई कर रही हैं। इसी नतीजा है कि आज देश के कई हिस्सों में नोटों का खजाना मिल रहा है। कांग्रेस नेता धीरज साहू और बंगाल के मंत्री रहे पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के घर से निकले नोटों के बंडल आज भी आम लोगों के जेहन में कौंधते रहते हैं। यही नहीं नेताओं के अलावा कई कारोबारियों और अन्य लोगों के पास से भी पिछले कुछ समय में भारी मात्रा में नकदी जब्त की जा चुकी है।  

1. झारखंड में कांग्रेस सांसद के ठिकानों से 351 करोड़ रुपए मिले
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और कारोबारी धीरज साहू के ठिकानों पर आयकर विभाग की कार्रवाई चल रही है। पांच दिन पहले झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में 9 ठिकानों पर एक साथ छापा मारा गया था और तलाशी ली गई। छापेमारी में कुल 351 करोड़ रुपए मिले हैं। यह कार्रवाई एक रिकॉर्ड बन गई है। किसी भी एजेंसी द्वारा एक ही ऑपरेशन में अब तक की सबसे ज्यादा नकदी बरामद की गई है। साहू ग्रुप पर टैक्स चोरी का आरोप है। इसी सिलसिले में 6 दिसंबर को छापेमार कार्रवाई शुरू हुई थी। अधिकारियों ने कुल 176 बैग में नकदी को रखा था। इन बैग में रखे कैश की गिनती शुरू की गई। भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक भगत बेहरा ने रविवार को बताया कि उन्हें गिनती के लिए 176 बैग में नकदी मिली थी। कैश की गिनती के काम में आयकर विभाग और विभिन्न बैंकों की लगभग 80 अधिकारियों की 9 टीमें जुटी थीं। इन्होंने 24 घंटे की शिफ्ट में काम किया। सुरक्षा सुरक्षा कर्मियों, ड्राइवरों और अन्य कर्मचारियों समेत 200 अधिकारियों की एक और टीम तब शामिल हुई जब कर अधिकारियों को कुछ अन्य स्थानों के अलावा नकदी से भरी 10 अलमारियां मिलीं। 40 मशीनों के जरिए कैश की गिनती की गई है। अधिकांश नकदी ओडिशा में बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े परिसरों से बरामद की गई है। कुछ कैश साहू के पाटर्नर्स के घर मिला है।

2. कर्नाटक में कांग्रेस के पूर्व नेता के घर मिलीं नोटों की गड्डियां
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में आयकर विभाग ने अक्टूबर 2023 में एक पूर्व कांग्रेसी नेता के घर छापा मारा गया। इस छापे में आईटी विभाग की टीम को जो कुछ मिला, उसे देखकर वह खुद भी चौंक गए। यह छापा कांग्रेस की पूर्व कॉरपोरेटर अश्वतम्मा और उनके एक रिश्तेदार के घर पर पड़ा। यहां जब टीम पहुंची तो रिश्तेदार के घर से कार्टन बॉक्स के अंदर नोटों के कई बंडल रखे हुए मिले। इन्हें देखकर आयकर विभाग के अधिकारियों के भी होश उड़ गए।

3. पश्चिम बंगाल में अर्पिता मुखर्जी के घर से 20 करोड़ कैश मिले
पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके मंत्री जनता को लूटने में लगे हैं। इसका खुलासा प्रवर्तन निदेशालय ने किया है। ईडी ने 23-07-2022 को शिक्षक भर्ती घोटाले में ममता सरकार में मंत्री और तृणमूल कांग्रेस महासचिव पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी को भी हिरासत में ले लिया है। एक दिन पहले ही ईडी ने अर्पिता मुखर्जी के घर पर छापेमारी की थी, जिसमें करीब 20 करोड़ रुपये के कैश मिले थे। ईडी ने एक बयान में कहा क‍ि ये कैश शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़े हो सकते हैं।

4. कोलकाता में ED की रेड, खाट के नीचे से मिले 15 करोड़ रुपये
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में सितंबर 2022 में फिर भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई थी। खाट के नीचे 500 और 2000 रुपये की नोटों की गड्डियां मिली थी। ईडी की टीम ने गार्डनरिच में ट्रांसपोर्ट कारोबारी निसार खान के घर पर छापा मारा था और वहां से मोटी रकम बरामद हुई। खाट के नीचे प्लास्टिक के पैकेट में लिपटे 500 और 2000 रुपये के कई बंडल मिले। खाट के नीचे से 15 करोड़ की नोटों की गड्डियां मिली थी। ईडी के अधिकारियों का कहना है कि वह मोबाइल गेम ऐप के फ्रॉड से जुड़ा हुआ था। इसी मामले में कोलकाता के छह ठिकानों पर छापेमारी की गई थी।

5. काली कमाई का कुबेर निकला क्लर्क, घर के कमरे से मिलीं नोटों की गड्डियां
भोपाल में चिकित्सा शिक्षा विभाग के सतपुड़ा भवन में पदस्थ क्लर्क हीरो केसवानी के घर पर हुई छापेमारी में करोड़ों रुपए की काली कमाई मिली है। अगस्त 2022 में ईओडब्ल्यू (EOW) की टीम ने क्लर्क हीरो केसवानी के संत हिरदाराम नगर (बैरागढ़) स्थित मकान पर छापेमारी की थी। कार्रवाई के दौरान क्लर्क के घर से करीब 85 लाख रुपए कैश जब्त हुए हैं। घर के हर कमरे से टीम के सदस्यों को नोटों की गड्डियां मिलीं जिन्हें गिनने के लिए मशीन बुलानी पड़ी। इतना ही नहीं 85 लाख रुपए नकद तो 12 से अधिक अचल संपत्तियों के दस्तावेज और चार लक्जरी वाहन भी क्लर्स के पास मिले।

6. हैदराबाद में आयकर छापे में नोटों से भरी मिली आलमारी
हैदराबाद की एक प्रमुख दवा कंपनी पर आयकर विभाग ने 6 अक्टूबर 2021 को छापेमारी की थी क्योंकि कपंनी ने अपने आय के स्रोत की जानकारी नहीं दी थी जिसके बाद इनकम टैक्स विभाग ने कंपनी पर छापा मारा जिसमें 142.87 करोड़ रुपये जब्त किए गए। आयकर विभाग की छापेमारी के बाद एक तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। इस फोटो में एक अलमारी दिखाई दे रही है जिसको देख शायद आप भी हैरान हो सकते है क्योंकि इस अलमारी में कपड़े नहीं बल्कि 142 करोड़ से भी अधिक नकदी भर कर रखी हुई थी।

7. नोटों के बिस्तर पर सोता था इंजीनियर, छापेमारी में मिले 2.40 करोड़
बिहार में निगरानी विभाग ने पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक इंजीनियर सुरेश प्रसाद और कैशियर शशिभूषण कुमार को 14 लाख रुपये की रिश्वत लेते 2019 में रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। यह रकम पटना के पास बिहटा से बिक्रम के बीच बन रहे सड़क के करार के लिए मांगी गई थी। छापेमारी में खुलासा हुआ कि इंजीनियर नोटों की सेज पर सोता था। उसके बाद उसके घर से 2.40 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई।

8. हवाला कारोबारी के बाथरूम में मिले 5.7 करोड़ के नोट और 32 किलो सोना
कर्नाटक के चित्रदुर्ग और हुबली में 2016 में आईटी विभाग ने छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपये कैश और सोना जब्त किया है। यहां एक हवाला ऑपरेटर के यहां छापेमारी के दौरान 5 करोड़ 70 लाख रुपये 2000 के नोट और 90 लाख रुपये के पुराने नोट जब्त किए हैं इसके साथ ही 32 किलो सोना इस हवाला ऑपरेटर के यहां से मिला है। नोटबंदी के बाद से भारी मात्रा में कैश और सोना आयकर विभाग ने छापेमारी के दौरान जब्त किया है।

9. उत्तर प्रदेश में इत्र कारोबारी के ठिकानों से करीब 200 करोड़ रुपये मिले
उत्तर प्रदेश में इत्र व कंपाउंड कारोबारी पीयूष जैन के कानपुर स्थित आवास पर महानिदेशालय जीएसटी इंटेलिजेंस (डीजीजीआई) और आयकर विभाग ने 24 दिसंबर 2021 को छापेमारी की। इस छापेमारी में उनके कानपुर आवास से 181 करोड़ मिले। इसके साथ ही कारोबारी के कन्नौज स्थित घर पर भी छापेमारी की गई जिसमें के घर की दीवारें, फर्श, सीलिंग और तहखाने तक से करोडों रुपये और सोना-चांदी मिली। कन्नौज में महानिदेशालय जीएसटी इंटेलिजेंस (डीजीजीआई) और आयकर विभाग की कार्रवाई में करीब 110 करोड़ रुपये नकद और 275 किलो सोना-चांदी मिला।

10. तमिलनाडु में IT रेड में 163 करोड़ कैश, 100 किलो सोना जब्त
आयकर विभाग ने तमिलनाडु में राजमार्ग निर्माण के काम में लगी एक कंपनी के परिसरों पर 17 जुलाई 2018 को छापे मारे और 160 करोड़ रूपये नकद एवं 100 किलोग्राम सोना जब्त किया। छापे मेसर्स एसपीके एंड कंपनी के परिसरों पर मारे गए जो कि सरकार से ठेका मिलने के बाद सड़क एवं राजमार्ग निर्माण लगी एक पार्टनरशिप कंपनी है। यहां से करीब 163 करोड़ रूपये नकद जब्त किये गये जिसके बिना हिसाब का होने का संदेह है। इसके साथ ही करीब 100 किलोग्राम सोने के आभूषण भी जब्त किये गये। चेन्नई में 17, अरुप्पुकोट्टाई में चार और कोटपाडी में एक परिसर सहित 22 परिसरों में छापेमारी की गई।

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