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फिर पकड़ा गया कांग्रेस का झूठ, महाराष्ट्र में स्कूली बच्चों को गुमराह कर कराया प्रदर्शन

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कांग्रेस इस समय अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही है। इसलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुकाबला करने के लिए झूठ, फरेब और फर्जीवाड़े को अपना हथियार बना रही है। लेकिन सोमवार (14 फरवरी, 2022) को कांग्रेस के झूठ की पोल खुल गई। जब महाराष्ट्र में एक प्रदर्शन के दौरान स्कूली बच्चों ने बताया कि उन्हें शिवाजी के खिलाफ प्रधानमंत्री मोदी की टिप्पणी के विरोध में प्रदर्शन के लिए लाया गया है। 

अपनी नाकामी छिपाने के लिए कांग्रेस का प्रदर्शन

दरअसल कांग्रेस अपनी नाकामी छुपाने के लिए कोई-न-कोई प्रोपेगंडा करती रहती है। पिछले दिनों संसद में प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस की जमकर क्लास लगाई थी। उन्होंने कोरोना की पहली लहर में हुए लॉकडाउन के दौरान मजदूरों के पलायन के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार बताया था। प्रधानमंत्री मोदी ने इसमें खासतौर पर महाराष्ट्र का जिक्र किया था। इसे लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के नेतृत्व में पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के घर के बाहर प्रदर्शन किया गया। इसके लिए कांग्रेस ने शिवाजी महाराज को अपना ढाल बनाया और बच्चोंं का इस्तेमाल किया।  

कांग्रेस ने प्रदर्शन के लिए बच्चों और शिवाजी को बनाया ढाल

इस प्रदर्शन के दौरान ही कांग्रेस के झूठ से पर्दा हट गया और सच्चाई खुद ही सामने आ गई। प्रदर्शन में कांग्रेस नेता जिन महिलाओं और स्कूली बच्चों को लेकर पहुंचे थे, उन्हें ये तक नहीं पता था कि वे किस लिए यहां आए हैं। इस प्रदर्शन के दौरान एबीपी न्यूज ने कुछ बच्चों से बात की तो कांग्रेस का झूठ सामने आ गया। रिपोर्टर ने सवाल किया कि क्या आपको पता है कि किस वजह से विरोध कर रहे हैं? तो एक बच्चा ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने शिवाजी के विरोध में कुछ बोला है। रिपोर्टर ने दूसरे बच्चों से प्रदर्शन को लेकर सवाल किया तो उन्होंने प्रदर्शन की वजह बताने में असमर्थता जतायी। इससे पता चलता है कि कांग्रेस अपने निहित राजनीतिक स्वार्थ के लिए मासूम बच्चोंं का इस्तेमाल कर रही है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले की कोई नहीं सुनता

इस समय महाराष्ट्र कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है। अपनी ही पार्टी में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की बात कोई मानने के लिए तैयार नहीं है। इसकी पोल उस समय खुल गई, जब नाना पटोले ने मुंबई में कांग्रेस के प्रदर्शन का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप को दी थी, लेकिन मुंबई प्रदेशाध्यक्ष ने नाना पटोले की बातों को गंभीरता से नहीं लिया। मुंबई कांग्रेस के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे ही नहीं। इससे नाना पटोले की जमकर किरकिरी हुई।

आघाडी सरकार में नाना पटोले की अनदेखी

महाविकास आघाडी सरकार में एनसीपी और शिवसेना मिलकर कई फैसले ले लिया करती हैं और कांग्रेस से राय तक नहीं ली जाती है। काफी समय से कांग्रेस के कई सीनियर नेता इन बातों को दोहरा चुके हैं। शिवसेना और एनसीपी नेता कांग्रेस को जब चर्चाओं में शामिल करते भी हैं तो अपनी सुविधा के हिसाब से वे बालासाहेब थोरात से बात करते हैं। थोरात इन दोनों से सुर मिला कर चलते हैं। नाना पटोले इस अनदेखी से काफी नाराज है। यही वजह है कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ‘एकला चलो रे’ का राग अलापते रहे हैं।

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