Home समाचार JEE और NEET एग्जाम का विरोध करने वाले राज्यों का दोगलापन देखिए

JEE और NEET एग्जाम का विरोध करने वाले राज्यों का दोगलापन देखिए

SHARE

JEE-NEET परीक्षा को लेकर कांग्रेस पार्टी का दोगलापन एक बार फिर सामने आया है। एक तरफ तो कांग्रेस और सहयोगी पार्टी NEET/JEE परीक्षा का विरोध कर रही हैं, वहीं हाल तक तकरीबन सभी कांग्रेसी शासित राज्यों के सीएम जोरशोर से शराब की दुकान खोलने की वकालत करते रहे हैं।

आइए डालते हैं NEET/JEE परीक्षा रद्द करने को लेकर कांग्रेस के दोगलेपन पर एक नजर-

1. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अप्रैल में कहा कि आप फलों की बिक्री की अनुमति दे सकते हैं लेकिन शराब की नहीं? लेकिन अगस्त में अपना टोन बदलते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा कि छात्रों के लिए #NEETJEE परीक्षा में बैठना सुरक्षित नहीं है। इसे आप क्या कहेंगे परीक्षा में बैठना सुरक्षित नहीं है, लेकिन शराब की दुकानों के बाहर लाइन लगाने के लिए लोगों की भीड़ बेहद सुरक्षित है!

पहले 

अब

वीडियो देखिए

 

 

 

 

 

 

 

2. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अप्रैल में कहा कि आइए छत्तीसगढ़ को शराब की दुकान खोलने वाला दूसरा राज्य बनाएं! लेकिन अगस्त आते आते बघेल बदल गए और #NEETJEEpostponekaro की मांग करने लगे। साफ है कि आप कांग्रेस के इस तर्क को क्या कहेंगे कि रोज शराब की दुकान खोलने से कोरोना वायरस नहीं फैलेगा, लेकिन 3 घंटे की परीक्षा से फैल जाएगा।

पहले 

अब

3. महाराष्ट्र शुरू से ही कोरोना के मामले में देश में सबसे आगे रहा है फिर भी अप्रैल में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री शराब की दुकानों को खोलने पर अड़ गए। अब, जब छात्रों के करियर की बात आई, तो अचानक सीएम उद्धव ठाकरे कोरोना को खतरा बता रहे हैं। इस तरह के दोहरे चरित्र को आप क्या कहेंगे।

पहले 

अब

4. इसी तरह राजस्थान की कांग्रेसी सरकार को लगता है कि देश में कोरोना मामलों की भरमार हो गई है इसलिए परीक्षाओं को स्थगित कर दिया जाना चाहिए। जबकि इसी अशोक गहलोत सरकार ने जब राज्य में शराब की दुकानें खोल लोगों की जान जोखिम में डाल दी थी, तब इस बात पर विचार नहीं किया था। कोर्ट ने इसपर सरकार को फटकार भी लगाई थी।

पहले 

अब

5. दिल्ली के विवादित सीएम अरविंद केजरीवाल की तो बात ही जुदा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की चेतावनी के बाद भी केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में शराब की दुकानें खोल लाखों लोगों के जीवन के साथ खेला। अब जब देश कोरोना पर काबू पाने की ओर बढ़ रहा है तो दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का कहना है कि परीक्षा देना बच्चों की ज़िंदगी के साथ खेलना होगा।

पहले 

अब

6. इसी तरह कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने अप्रैल में कहा था कि कोरोनावायरस क्या? चलो शराब की दुकानें खोलते हैं! शराब की दुकान खोलने पर सहमति देने वाले सिद्धारमैया अगस्त में पलटी मार गए और कहा कि क्या छात्रों को #NEETJEE परीक्षा देने के लिए अपना जीवन गिरवी रखना चाहिए?

पहले

अब

Leave a Reply