गीता प्रेस गोरखपुर को गांधी शांति पुरस्कार देने के फैसले का कांग्रेस ने विरोध किया है। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के करीबी जयराम रमेश ने गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार दिए जाने के फैसले की आलोचना की है। जयराम रमेश ने गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार दिए जाने की तुलना सावरकर और गोडसे से की है। जयराम रमेश ने कहा है कि शताब्दी वर्ष मना रही गीता प्रेस गोरखपुर को 2021 के लिए गांधी शांति पुरस्कार देने का फैसला किया गया है। अक्षय मुकुल की 2015 में लिखी गई किताब एक बहुत अच्छी जीवनी है, जिसमें उन्होंने महात्मा गांधी के साथ इसके संबंधों, राजनीतिक, धार्मिक और सामाजिक एजेंडे पर बात कही है। यह फैसला वास्तव में एक उपहास है। यह सावरकर और गोडसे को पुरस्कार देने जैसा है।
The Gandhi Peace Prize for 2021 has been conferred on the Gita Press at Gorakhpur which is celebrating its centenary this year. There is a very fine biography from 2015 of this organisation by Akshaya Mukul in which he unearths the stormy relations it had with the Mahatma and the… pic.twitter.com/PqoOXa90e6
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) June 18, 2023
कांग्रेस नेता के इस बयान के बाद लोगों की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आ रही है। बीजेपी ने इसके लिए कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है और कहा है कि वह गीता प्रेस से इसलिए नफरत करती है क्योंकि वह सनातन का संदेश फैला रहा है। बीजेपी ने यह भी कहा कि कांग्रेस मुस्लिम लीग को धर्मनिरपेक्ष मानती है, लेकिन गीता प्रेस सांप्रदायिक है। जाकिर नाइक शांति का मसीहा है, लेकिन गीता प्रेस सांप्रदायिक है। बीजेपी के साथ ही कांग्रेस के रवैये पर आम लोग भी सोशल मीडिया पर पार्टी को लताड़ लगा रहे हैं। लोग कांग्रेस पर सवाल उठा रहे हैं, जिससे पार्टी की फजीहत हो रही है।
गीता प्रेस पर हिन्दू विरोधी कांग्रेस के हमले से कोई हैरान है क्या?
अगर इसे “xyz प्रेस” कहा जाता तो वे इसकी सराहना करते लेकिन क्योंकि यह गीता है – कांग्रेस को समस्या है
कांग्रेस मुस्लिम लीग को धर्मनिरपेक्ष मानती है, लेकिन गीता प्रेस सांप्रदायिक है; जाकिर नाइक शांति का मसीहा है… https://t.co/doRvmMr9YM
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) June 19, 2023
कर्नाटक में मिली चुनावी जीत के घमंड में चूर होकर कांग्रेस अब भारतीय संस्कृति पर खुला प्रहार कर रही है।
वह चाहे धर्मांतरण विरोधी कानून को रद्द करना हो या फिर गीता प्रेस की आलोचना करना; भारत की जनता निश्चित रूप से दोगुनी शक्ति के साथ कांग्रेस के ऐसे प्रयासों को नाकाम करेगी। https://t.co/pIximIAZhY
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) June 19, 2023
तुष्टिकरण की सियासत करने वाली कांग्रेस को
सनातन धर्म पर आधारित साहित्य प्रकाशित करने वाले सबसे बड़े केंद्र गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार मिलने पर आपत्ति हो रही है। pic.twitter.com/lzZhz24h5w— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) June 19, 2023
कांग्रेस नेता मानसिक संतुलन खो बैठे हैं,गीता प्रेस धार्मिक पुस्तकों का प्रकाशन ही नहीं करता,
भारतीय एवं सनातन संस्कृति की जीवन रेखा है,प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में गांधी शांति पुरस्कार देना गौरव पूर्ण ऐतिहासिक निर्णय है,
कांग्रेस का विरोध माफ़ी लायक़ भी नहीं!— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) June 19, 2023
जब कभी भविष्य में भारत में कांग्रेस की वर्तमान राजनैतिक दुर्गति पर शोध ग्रंथ लिखे जायेंगे तब उनमें जयराम रमेश जैसे स्वनामधन्य नेताओं के योगदान पर पूरा चैप्टर होगा। " मोर कैथोलिक दैन द पोप" शिरोमणि, जो वैयक्तिक रूप से एक म्युनिसिपैलिटी वार्ड का चुनाव जीतने की भी हैसियत नहीं रखते। https://t.co/r8o9QxuM7I
— Yashwant Deshmukh 🇮🇳 (@YRDeshmukh) June 19, 2023
जयराम रमेश ऐसी शर्मनाक हरकत क्यों कर रहे हैं। देश के हर आस्थावान हिन्दू की आस्था के केंद्र गीता प्रेस पर लांछन लगाने का प्रयास कर रहे हैं। हिन्दू और, हिन्दुओं की आस्था के प्रेस गीता प्रेस का तो कुछ न बिगड़ेगा, लेकिन कांग्रेस का कितना बिगड़ेगा, इसका अनुमान लगाना मुश्किल है। https://t.co/XvfzUrMURd
— हर्ष वर्धन त्रिपाठी 🇮🇳Harsh Vardhan Tripathi (@MediaHarshVT) June 19, 2023
जयराम रमेश गीता प्रेस को गांधी पीस प्राइज देने का विरोध कर रहे हैं।
ये हैरान करने वाला है क्योंकि गीता प्रेस इस देश के जन जन के भीतर धार्मिक विचारों की स्थापना का सबसे बड़ा प्रतीक़ है।
एक और मुस्लिम लीग का समर्थन करना और दूसरी ओर गीता प्रेस का विरोध करना। कांग्रेस कहीं एक बार… pic.twitter.com/AVHqWXQx7m
— abhishek upadhyay (@upadhyayabhii) June 19, 2023
भारत की सनातन संस्कृति को सहेजने वाले गीताप्रेस गोरखपुर को गांधी पुरस्कार प्रदान किए जाने की घोषणा लोकभावना का सम्मान है।
गांधीजी स्वयं प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त रहे। ‘श्रीराम के देश’ में गीता प्रेस सांस्कृतिक विरासत की महान संरक्षक है।
शर्मनाक है कि कांग्रेस इसका विरोध कर… pic.twitter.com/tI2FNHaE2c
— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) June 19, 2023
एक ओर मुस्लिम लीग का समर्थन करना और दूसरी ओर गीता प्रेस का विरोध करना।
यही कांग्रेस का वास्तविक चरित्र है। https://t.co/9njF3qnHCA
— Prashant Umrao (@ippatel) June 19, 2023
मुस्लिम लीग को सेक्यूलर बताकर तारीफ
गीता प्रेस को सांप्रदायिक बताकर पुरस्कार का विरोध
2024 के लिए कांग्रेस ने अपना रास्ता बना लिया है ?
— Minakshi Shriyan (@Minakshishriyan) June 19, 2023
गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार मिल रहा है तो कांग्रेस को दर्द हो रहा है।
क्योंकि गोरखपुर की गीता प्रेस सनातन धर्म ग्रंथों, पुस्तक पुस्तिकाओं का प्रकाशन करती है।
हिन्दू विरोध में अंधे कांग्रेसी कहीं आत्मदाह न कर लें पुरुस्कार मिलते ही।— Ravi Bhadoria (@ravibhadoria) June 19, 2023
जिस गीता प्रेस के छपे ग्रंथ हर हिंदू घर में हैं काँग्रेस उस गीता प्रेस को कलंकित कर रही है। यह पहला अवसर नहीं जब काँग्रेस ने हिंदू आस्था और प्रतीकों पर प्रहार किया हो। राहुल सोनिया की कांग्रेस उन मुस्लिम और यूरोपीय आक्रांताओं का विस्तार है जो हिंदू भारत को नष्ट कर देना चाहते थे।
— Vikas Saraswat (@VikasSaraswat) June 19, 2023
मुस्लिम लीग को secular बताना और गीता प्रेस का विरोध करना। यही है कांग्रेस का असली भेष
जागो हिंदू जागो pic.twitter.com/N0JeFmptI4
— Riniti Chatterjee Pandey (@mainRiniti) June 19, 2023
So just because a publication is promoting books related to Sanathan Dharm you will compare it with Godse?
If anyone has different opinion than M K Gandhi then they become Godse? Pen became Gun? Next you will say Netaji was also Godse?
And this Akshaya Mukul is the same person…
— Facts (@BefittingFacts) June 19, 2023
you still think people will believe these kind of propaganda.. specially, from those who inflicted the horror/mayhem of partition on this country..
— Keh Ke Peheno (@coolfunnytshirt) June 19, 2023
Despite congress attempts to suppress and destroy Hinduism, Gita press survived many years, mainly on donations of average Hindus and marwari merchants. Congress supported every islamic institution and despised Hindu institutions like Gita press. Congress is enemy of Hindus
— DharmVeer ( Speak the truth ) (@sanatanDha) June 18, 2023
Most of us from Pre-Internet era have access to our scriptures is because of Gita Press. Their contribution to Bharat is tremendous. Your hate for Hindus & Hinduism is very clearly shown now! Is this the official congress party’s stand too?
— Ankit Bhuptani 🏳️🌈 (@CitizenAnkit) June 19, 2023
Statements given by Arundhati Roy and Guha to praise the book that demonises Gita Press that has provided easily understandable Hindu scriptures to masses……. And Cong comes out in support of such a book…
Their Agenda is clear…..
— Abhishek (@abaranwal1802) June 19, 2023
Jairam you must change your name to Jalaludin Sultan. You have lost your basic instincts of being a Hindu, this is a century old book publisher who has been publishing & sharing knowledge on rich Indian culture & heritage. You guys want to criticise anything & everything.
— Raghavendra Rao (@rajabhi123) June 19, 2023
इस आदमी को यह भी नहीं पता कि गीता प्रकाशन का क्या योगदान है भारत के इतिहास में फिर भी कुछ भी उल जलूल बकता रहता है कांग्रेसमें ऐसे लोगों के मीडिया प्रभारी होने के बाद उसका भगवान ही मालिक है।
— 4R Consultancy Myanmar (@jain_ravindra2) June 19, 2023
ये कांग्रेसी हिंदू विरोधी खुलेआम हिंदुओं के प्रति अपनी नफरत दिखाते हैं और कुछ मूर्ख हिंदू अभी भी उनका समर्थन करते हैं।
— Ambuj Mishra (@Ambujmishra9090) June 19, 2023
गजब हो गया!फिर तो मोदी जी को सत्ता से बाहर करना भूल जाइए,राहुल जी की बातों को तो लोग वैसे भी गंभीरता से नहीं लेकिन आप तो उनसे भी दो हाथ आगे निकल गए।भगवान इस पार्टी के नेताओं को सद्बुद्धि प्रदान करें।🙏
— Om Prakash Tiwari (@omprakashtiwa18) June 19, 2023
तू शिखंडी जैसी शक्ल लेकर दिन रात बेतुकी बातें करता रहता है लेकिन असल में तेरी औकात एक मोहल्ले से चुनाव जीतने की भी नहीं है, बस एक परिवार के तलवे चाटने के अलावा और कोई काबिलियत तो है नहीं तुझमे।
— Rkay (@RK_analysis) June 19, 2023
मुझे लगा था कि कांग्रेस में आप समझदार नेता हैं..लेकिन आप दिग्गी,,मणिशंकर आदि की तरह कांग्रेस को दीमक की तरह चाल रहे हैं..लगे रहिए… और कांग्रेस को मिटा डालिए…काश गीता प्रेस की कुछ किताबों को भी आप पढ़े होते….
— Ashutosh kumar pandey (SaveManoramaRiver) (@ashutoshp02) June 19, 2023