कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन है, ऐसे में प्रधनमंत्री मोदी की अपील पर कई लोगों ने आगे आकर मदद के लिए हाथ बढ़ाए हैं। वहीं पीएम मोदी की अपील के बाद ही भाजपा पार्टी के कार्यकर्ता रोजाना पांच करोड़ लोगों को खाना खिलाएंगे। पार्टी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में ये फैसला लिया है।
पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर रहे नड्डा
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पिछले दो दिनों से पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संवाद कर रहे हैं। राष्ट्रीय पदाधिकारियों और प्रदेश अध्यक्षों के साथ ही वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये यह चर्चा हो रही है।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये ये निर्देश दिए गए कि भाजपा के एक करोड़ ऐसे कार्यकर्ताओं की सूची तैयार करें, जो लॉकडाउन की इस विषम परिस्थिति में गरीबों के भोजन का पूरा ध्यान रखें। नड्डा ने सभी कार्यकर्ताओं को यह भी संदेश दिया है कि इस पूरे क्रम में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें और जिला प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर अभियान को सफल बनाएं।
कोई भी गरीब और मजदूर भूखा न सोए
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारियों के साथ बैठक की है। इस बैठक में यह फैसला लिया गया है कि देश में जारी 21 दिन के लॉकडाउन की अवधि में कोई भी गरीब और मजदूर भूखा न सोए।
जेपी नड्डा ने निर्देश दिया है कि हर एक कार्यकर्ता पांच जरूरतमंद लोगों को खाना खिलाने की जिम्मेदारी उठाए।
खाने के संकट से निपटने के लिए ‘महाभोजन अभियान’ की शुरआत
पार्टी का दावा है कि लॉक डाउन के दौरान गरीब, मजदूर ,रेहड़ी पटरी वालों के सामने खाने का संकट पैदा न हो, इसलिए ‘महाभोजन अभियान’ की शुरआत की हुई है । भाजपा के अनुसार पार्टी के इतिहास में गरीब लोगों तक भोजन मुहैया कराने का यह अब तक का सबसे बड़ा अभियान है ।
जरूरतमंदों को बांटी जाएंगी ‘मोदी किट’
भाजपा ने जरूरतमंदों को ‘मोदी किट’ भी बांटेगी। इस किट में जरूरतमंदों के लिए राहत सामग्री होगी. जिसमें 2 लीटर तेल, 2 किलो चावल, 1 किलो दाल, 1 किलो शक्कर 200 ग्राम लाल मिर्च, हल्दी सरसों, धनिया पाउडर, ढाई सौ ग्राम चाय पत्ती, 1 किलो नमक, 500 ग्राम चना, चार कपड़े धोने वाले साबुन की बट्टी, एक नहाने वाला साबुन, 5 किलो आटा, चार पारले जी बिस्किट के पैकेट होंगे।
पीएम मोदी की अपील पर मदद के लिए आगे आए देश के उद्योगपति –
मुकेश अंबानी ने की मदद की घोषणा
मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए उत्पादन क्षमता बढ़ाकर एक लाख मास्क प्रतिदिन करने, कोविड 19 के मरीजों को ले जाने वाले वाहनों को मुफ्त ईंधन देने और विभिन्न शहरों में मुफ्त भोजन उपलब्ध कराने की घोषणा की है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि उसकी सीएसआर (कंपनी सामाजिक जिम्मेदारी) इकाई द्वारा संचालित अस्पताल ने अपने एक अस्पताल में कोरोना वायरस मरीजों के लिये 100 बेड वाली एक इकाई स्थापित की है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने यह भी कहा कि अगर इस संकट के कारण उसका काम रूकता है तो भी वह स्थायी और ठेका पर काम करने वाले कर्मचारियों को पूरा वेतन देगी। सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल पूरी तरह से सुसज्जित आइसोलेशन सुविधा का निर्माण किया है और इसे जिला अधिकारियों को सौंप दिया है।
इसके साथ ही जियो ने माइक्रोसॉफ्ट टीमों के साथ अपनी डिजिटल क्षमताओं को मिलाते हुए ऑफिस 365 में टीमवर्क के लिए एकीकृति कम्युनिकेशन और कोलेबरेशन हब को तैयार किया है ताकि व्यक्तियों, छात्रों, शैक्षिक और स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों को अपने प्रोफेशनल लाइफ को जारी रखने के लिए सक्षम किया जा सके, जबकि इसके साथ ही वे सामाजिक तौर पर दूरी बना कर चलने का अभ्यास कर रहे हैं। जियो अपने 4जी डेटा ऐड-ऑन वाउचर में डबल डेटा प्रदान करेगा।
आनंद महिंद्रा ने की कोरोना केयर के लिए रिजार्ट की पेशकश
महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा कोरोना के खिलाफ जंग में मदद के लिए आने आने वाले पहले उद्योगपति हैं। उन्होंने कोरोना वायरस के खिलाफ युद्ध स्तर पर वेंटीलेटर्स बनवाने और कोरोना केयर के लिए अपने एक रिसॉर्ट की पेशकश की है। आनंद महिंद्रा ने कहा कि हम बड़ी संख्या में वेंटिलेटर्स बनवाएंगे जिससे की मरीजों को परेशानी न आए। इसके अलावा महिंद्रा हॉलिडेज में, टेंपरेरी सुविधाओं के लिए हम अपना रिसॉर्ट आफर कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इससे जिन छोटे कारोबारियों और स्वरोजगार वाले लोगों को नुकसान हुआ है उसकी भरपाई के लिए महिंद्रा फाउंडेशन के जरिए फंड जुटा रहे हैं। इसमें हम अपने वेतन का 100 प्रतिशत योगदान देंगे और अगले कुछ महीनों में इसे और बढ़ा देंगे।
Going by various reports from epidemiologists, it is highly likely that India is already in Stage 3 of transmission.
—Cases could rise exponentially with millions of casualties, putting a huge strain on medical infrastructure (1/5)— anand mahindra (@anandmahindra) March 22, 2020
—To help in the response to this unprecedented threat, we at the Mahindra Group will immediately begin work on how our manufacturing facilities can make ventilators.
—At Mahindra Holidays, we stand ready to offer our resorts as temporary care facilities. (3/5)— anand mahindra (@anandmahindra) March 22, 2020
—Our Projects team stands ready to assist the Govt/Army in erecting temporary care facilities. —The Mahindra Foundation will create a fund to assist the hardest hit in our value chain (small businesses & the self employed) (4/5)
— anand mahindra (@anandmahindra) March 22, 2020
—We will encourage associates to voluntarily contribute to the Fund. I will contribute 100% of my salary to it & will add more over the next few months. I urge all our various businesses to also set aside contributions for those who are the hardest hit in their ecosystems (5/5)
— anand mahindra (@anandmahindra) March 22, 2020
पेटीएम के विजय शेखर देंगे 5 करोड़
डिजिटल भुगतान से जुड़ी कंपनी पेटीएम के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर ने कहा है कि हमें अधिक संख्या में भारतीय इनोवेटर्स, शोधकर्ताओं की जरूरत है जो वेंटिलेटर की कमी और कोविड-19 के इलाज के लिए देशी समाधान खोज सकें। पेटीएम संबंधित चिकित्सा समाधानों पर काम करने वाले ऐसे दलों को पांच करोड़ रुपये देगी।
We need more Indian innovators to start building such indigenous solutions for potential ventilators shortage and other COVID cures. @Paytm commits ₹5 crore for such teams working on COVID related medical solutions. pic.twitter.com/YZ1a6RzaKp
— Stay Home, Stay Safe (@vijayshekhar) March 22, 2020
वेदांता के अनिल अग्रवाल देंगे 100 करोड़
खनन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी वेदांता लिमिटेड के कार्यकारी अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने 100 करोड़ रुपये की मदद का एलान किया है। उन्होंने ट्वीट किया कि मैं कोरोना महामारी से लड़ने की दिशा में 100 करोड़ का योगदान कर रहा हूं। #DeshKiZarooratonKeLiye एक प्रतिज्ञा है जिसे हमने शुरू किया है और यह ऐसा समय है जब हमारे देश को हमारी सबसे ज्यादा जरूरत है। कई लोग अनिश्चितता का सामना कर रहे हैं और विशेष रूप से दैनिक वेतन भोगियों की स्थिति चिंता का विषय है। हम मदद करने के लिए हम सब कुछ करेंगे। उन्होंने यह भी कहा है कि कंपनी इस संकट की अवधि में अस्थायी कर्मचारियों सहित अपने कर्मचारियों के वेतन में कटौती नहीं करेगी या किसी भी कर्मचारी को निकालेगी नहीं।
I am committing 100 cr towards fighting the Pandemic. #DeshKiZarooratonKeLiye is a pledge that we undertook & this is the time when our country needs us the most. Many people are facing uncertainty & I’m specially concerned about the daily wage earners, we will do our bit to help pic.twitter.com/EkxOhTrBpR
— Anil Agarwal (@AnilAgarwal_Ved) March 22, 2020