पूरा देश कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहा है। कोरोना के कहर को कम करने के लिए दिल्ली सहित देश के कई राज्यों में लॉकडाउन जैसी सख्त पाबंदियां लागू हैं फिर भी मामलों में कमी नहीं आ रही। इसी बीच सोशल मीडिया पर दिल्ली के केजरीवाल सरकार का एक और कारनामा वायरल हो रहा है, जिसमें नाकामी छुपाने के लिए कोरोना मरीजों की मौतों के आंकड़ों में हेराफेरी का आरोप लगाया गया है।
सिर्फ टीवी पर चलने वाली @AamAadmiParty सरकार के मुखिया @ArvindKejriwal अब तक केवल अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए टीवी पर बड़े बड़े विजापन देते थे लेकिन अब देखो दिल्ली में कोरोना से हुई मौतों का आकड़ा भी छुपा रहे है।
27अप्रैल का डेटा 15099 और 28अप्रैल का डेटा 14616 कैसे हुआ..? pic.twitter.com/uHtcFIJolm— Kamaljeet Sehrawat (@kjsehrawat) April 29, 2021
देश की राजधानी दिल्ली में भी कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मंगलवार यानि 27 अप्रैल, 2021 को जारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में 381 मरीजों की मौत हो गई, जो एक दिन में जान गंवाने वाले लोगों का यह सबसे ज्यादा आंकड़ा है। इस दौरान देश की राजधानी में 24,149 नए मामले सामने आए और पॉजिटिविटी रेट करीब 33 प्रतिशत तक पहुंच गई। 27 अप्रैल तक कोरोना से जान गंवाने वालों का आकंड़ा 15,009 पहुंच गया। साथ ही एक्टिव मामलों की संख्या 98,000 के पार हो गई। इन आंकड़ों को नीचे लाल घरे में देखा जा सकता है।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुधवार यानि 28 अप्रैल, 2021 को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में दिल्ली में 368 मरीजों की मौत हो गई। इस दौरान देश की राजधानी में 25,986 नए मामले सामने आए और पॉजिटिविटी रेट घटकर करीब 31.76 प्रतिशत हो गई। एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 99,752 के पार हो गई है। इन आंकड़ों को नीचे लाल घरे में देखा जा सकता है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि 27 अप्रैल तक कोरोना से मरने वालों का जो आकंड़ा 15,009 था, वो 368 की बढ़तोरी के बावजूद घटकर 14616 हो गया। यानि मरने वालों की संख्या 393 कम हो गई है। इन आंकड़ों को लाल घेरे में देखा जा सकता है। इससे पता चलता है कि केजरीवाल सरकार आंकड़ों में भी हेराफेरी करने लगी है।

केजरीवाल सरकार की आंकड़ों की यह हेराफेरी सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने केजरीवाल की जमकर क्लास लगाई। लोग सवाल पूछ रहे हैं कि अब केजरीवाल डेटा से भी छेड़छाड़ करने लगे हैं। कब तक ये जुठ बोल के राजनीति करते रहोंगे। लोगों का कहना है कि केजरीवाल ने सारी ऊर्जा तो बस विज्ञापन देने में लगाई। दिल्ली में किसी भी रोड पे चले जाओ हर जगह बस एक ही चेहरा दिखाई पड़ता है। लेकिन जमीन पर कोई काम दिखाई नहीं देता है। आज केजरीवाल के झूठ और फरेब की वजह से दिल्ली के लोग ऑक्सीजन और बेड़ के लिए भटक रहे हैं।
पहले कोरोना टेस्ट कम करने शुरू कर दिए और अब आप मौत के आंकड़े भी छुपाने लगे हो। 27अप्रैल को 15099 का डेटा अपने आप 28अप्रैल को 14616 कैसे हो गया? नाकामियों को छुपाने के लिए पहले आप विज्ञापन देते थे और अब डेटा से भी छेड़छाड़। कब तक ये जुठ बोल के राजनीति करते रहोगे @ArvindKejriwal ? pic.twitter.com/oB7BsnbBsL
— Siddharthan (@siddharthanbjp) April 29, 2021















