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राजस्थान और महाराष्ट्र के बाद अब बिहार में नूपुर शर्मा के समर्थक पर हमला, चाकू मारने के बाद अल्लाह-हू-अकबर का नारा लगाया

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राजस्थान और महाराष्ट्र के बाद अब बिहार में नूपुर शर्मा के समर्थक पर हमला हुआ है। बिहार के सीतामढ़ी का युवक अंकित झा अपने मोबाइल पर नूपुर शर्मा का वीडियो देख रहा था। इसी दौरान चार मुस्लिम युवकों ने उसके शरीर में चाकू से छह बार गोद कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। अंकित ने बताया कि वो अपने दोस्त के साथ एक दुकान पर बैठकर मोबाइल में स्टेटस देख रहा था। उसमें नूपुर शर्मा का वीडियो था। पीछे से कुछ लोग आए और पूछा कि नूपुर शर्मा के समर्थक हो। मैंने जैसे ही हां कहा, चाकू मारने लगे। बाजार में दौड़ा-दौड़ाकर अंकित पर 6 बार चाकू से हमला किया गया। चाकू मारने के बाद मुस्लिम युवकों ने अल्लाह-हू-अकबर का नारा लगाया। हमले में घायल युवक की हालत गंभीर बनी हुई है। उसे दरभंगा के एक अस्पताल के ICU वार्ड में भर्ती कराया गया है। इस मामले में दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, दो आरोपी अभी फरार है।

राजस्थान और महाराष्ट्र के बाद अब बिहार में हुई घटना को लेकर मुस्लिम समुदाय के प्रति लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। मजहब के नाम पर जुमे की नमाज के बाद पत्थरबाजी, धर्मांतरण, बात-बात पर चाकू निकाल लेना, गला रेत देना और आतंकी कार्रवाई करना इससे देश-दुनिया के लोग इनसे कटने लगे हैं। लिबरल और सेकुलर इनके बचाव में आकर आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता का रट्टा लगाने लगते हैं, लेकिन अब आम लोग इससे पक चुके हैं।

अब इन घटनाओं को देखने के बाद यह सहज ही सवाल उठता है कि मुस्लिम समाज में यह कट्टरता कहां से आई है। सोशल मीडिया पर भी लोग इस कट्टरता को लेकर चर्चा कर रह रहे हैं और अंकित पर हमले की निंदा कर रहे हैं। अस्पताल के बेड पर लेटे अंकित का बयान भी सुना जा सकता है।

मोबाइल पर नूपुर का वीडियो देखने पर भड़का मुस्लिम युवक

अंकित पान की एक दुकान पर 16 जुलाई को पान खाने गया था। इसी दौरान नूपुर शर्मा का वीडियो मोबाइल में देख रहा था। मोहम्मद बिलाल सहित 3 लोग पान की दुकान पर आए और नूपुर शर्मा का वीडियो मोबाइल पर देखते ही गुस्सा हो गए। युवकों ने पहले अंकित के चेहरे पर सिगरेट का धुआं उड़ाया। इसके बाद गाली-गलौज करने लगे। विरोध करने पर अंकित के दाहिने तरफ कमर के पास चाकू से तीनों ने हमला कर दिया।

अंकित के पिता ने सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की

सीतामढ़ी के नानपुर के बहेरा गांव निवासी अंकित झा के पिता मनोज झा ने बताया कि उनका बेटा पान की दुकान पर पान खाने के लिए गया था। दुकान के बगल में खड़ा होकर वह अपने मोबाइल पर नूपुर शर्मा का वीडियो देख रहा था। इसी दौरान मोहम्मद बिलाल अपने साथियों के साथ आया। वह अंकित के नूपुर का वीडियो देखने पर गुस्सा हो गया। इसके बाद आरोपी ने अंकित के चेहरे पर सिगरेट का धुआं उड़ाते हुए गाली-गलौज शुरू कर दिया। इसका विरोध करने पर आरोपियों ने दन-दनादन चाकू से हमला कर दिया। अंकित के शरीर पर चाकू से छह वार किए गए हैं। पुलिस ने एफआईआर में नूपुर शर्मा का नाम हटा दिया है। अंकित के पिता ने हमलावरों की गिरफ्तारी के अलावा सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

बिलाल, निहाल सहित 5 आरोपी

आरोप है कि परिजनों ने पहले जो शिकायत की थी, उसमें नुपूर शर्मा मामले का जिक्र था। पुलिस ने इसे बदलने को कहा, शिकायत से नुपूर शर्मा का जिक्र हटाने के बाद ही FIR दर्ज की गई। इस मामले में पुलिस ने नानपुर गांव के गौरा उर्फ मो. निहाल, मो. बिलाल सहित 5 अन्य लोगों को आरोपी बनाया है। FIR के बाद लगातार पीड़ित परिवार को धमकी मिल रही है।

घटना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

घटना के बाद एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें लोगों की भीड़ के बीच जख्मी युवक नजर आ रहा है। वहीं, घटना स्थल पर खड़े लोग चाकू मारने की बात कह रहे हैं। वीडियो में एक युवक बाइक लेकर निकलने की कोशिश करता दिख रहा है, जिसे वहां मौजूद लोगों ने बल पूर्वक रोक रखा है।

बिहार के आरा में नूपुर के समर्थन में पोस्ट पर पिटाई

करीब दो हफ्ते पहले नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट डालने पर बिहार के भोजपुर जिले के आरा में एक युवक को जमकर पीटा गया था। एक चाय की दुकान पर 20-30 युवकों ने उसे घेरकर लात-घूंसों से पीटा था। चाय की दुकान में भी तोड़फोड़ की और दुकानदार को भी मारा। बिहार के आरा के दीपक ने कुछ दिन पहले फेसबुक पर नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट किया था। इसके बाद रईस नाम के लड़के ने उसके पोस्ट पर अभद्र टिप्पणी कर दी। इस पर विवाद बढ़ गया। रईस अपने साथ करीब 20 से 30 लोगों को ले आया। सभी ने युवक की पिटाई शुरू कर दी। लात-घूंसों से जमकर दीपक को पीटा गया। चाय की दुकान में तोड़फोड़ के साथ दुकानदार से भी मारपीट की गई।

मदरसे नफरत की जड़, कट्टरता बढ़ा रहेः आरिफ मोहम्मद खान

अब इन घटनाओं को देखने के बाद यह सहज ही सवाल उठता है कि मुस्लिम समाज में यह कट्टरता कहां से आई है। मुस्लिम समाज के एक तबके में बढ़ते कट्टरपंथी विचारों को लेकर केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा है कि मदरसे नफरत की जड़ हैं। उन्होंने कहा कि बचपन में ही सिखाया जा रहा है कि कोई विरोध में बोले तो सर कलम कर दो। उन्होंने कहा कि मदरसों में बच्चों को यह पढ़ाया भी जाता है कि ईशनिंदा की सजा सिर तन से जुदा करना है। इसे खुदा के कानून के तौर पर पढ़ाया जाता है। आरिफ मोहम्मद खान अक्सर कहते रहते हैं कि मौलाना और मदरसों ने मुसलमानों के एक तबके को कट्टर बना रखा है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं मदरसों में बच्चों को दी जा रही गलत शिक्षा के चलते हो रही हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना की असली वजह के बारे में जानने की जरूरत है। मदरसों में बच्चों को जो पढ़ाया जा रहा है, उसकी जांच होनी चाहिए।

राजस्थान में कन्हैया की हत्या 

राजस्थान में कट्टरता की हदों को पार करते हुए उदयपुर में एक दर्जी का ‘सर तन से जुदा’ कर दिया। उसका कुसूर सिर्फ इतना ही था कि उसने बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नुपूर शर्मा के समर्थन में 10 दिन पहले सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली थी। दो हत्यारों ने न सिर्फ उसकी गला रेतकर दिनदहाड़े हत्या कर डाली, बल्कि नृशंसता से की इस हत्या का वीडियो भी बनाया है। इतना ही नहीं एक धर्म से संबंधित हत्यारों ने कत्ल के बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर हत्या की जिम्मेदारी ली है। आरोपी 28 जून को कन्हैयालाल की दुकान में कपड़े सिलवाने गए थे। यहां नाप लेते वक्त आरोपियों ने कन्हैया पर हमला कर दिया और बेरहमी से हत्या कर दी। जांच में पता चल रहा है कि कन्हैया लाल का हत्यारा रियाज राजस्थान में दावत-ए इस्लामी का स्लीपर सेल खड़ा कर रहा था। 

नुपुर के समर्थन की वजह से महाराष्ट्र के अमरावती में उमेश कोल्हे की हत्या

महाराष्ट्र के अमरावती में रहने वाले केमिस्ट उमेश कोल्हे की बीती 21 जून को गला रेतकर हत्या कर दी गई। हत्या तब हुई जब रात के समय उमेश कोल्हे अपने मेडिकल स्टोर से घर लौट रहे थे। यह हत्याकांड कन्हैयालाल की हत्या से एक सप्ताह पहले का बताया जा रहा है। नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट की वजह से कोल्हे की निर्मम हत्या की गई है। उमेश कोल्हे महाराष्ट्र के अमरावती जिले में अमित मेडिकल नाम से एक मेडिकल स्टोर चलाते थे। 54 वर्षीय कोल्हे 21 जून की रात को जब बेटे संकेत और बहू वैष्णवी के साथ अलग-अलग बाइक पर अपने घर जा रहे थे। तभी घात लगाकर बैठे हमलावरों ने उनकी गर्दन पर पीछे से चाकू से हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले में वो बुरी तरह से जख्मी हो गए थे। घटना के बाद उनके बेटे और बहू ने उन्हें लहूलुहान हालत में अस्पताल पहुंचाया। हालांकि उनकी जान नहीं बचाई जा सकी, डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गए थे। उमेश कोल्हे ने व्हाट्सएप पर नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट सोशल मीडिया पर शेयर किया था। जो गलती से एक मुस्लिम सदस्यों के ग्रुप में चला गया। जिनमें कुछ उनके ग्राहक भी थे। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक ने पुलिस को बताया कि उनके मुताबिक यह पैगंबर का अपमान था। इसलिए उनकी हत्या की गई।

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