प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने सबका साथ-सबका विकास, सबका प्रयास और सबका विश्वास के मंत्र पर चलते हुए देश की तस्वीर बदल दी है। उनकी जनकल्याणकारी योजनाओं ने देश के गांव-गरीब और आम लोगों के जीवन की तस्वीर बदल दी है। समाज के अंतिम व्यक्ति को भी जन सुरक्षा की सुविधा प्रदान करने वाली मोदी सरकार की प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY- पीएमजेजेबीवाई), प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY – पीएमएसबीवाई) और अटल पेंशन योजना (APY- एपीवाई) के 8 साल पूरे हो गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने 9 मई, 2015 को कोलकाता में इन तीनों योजनाओं को लॉन्च किया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने देश के असंगठित क्षेत्र के लोगों को आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई) और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई) के साथ ही वृद्धावस्था में जरूरतों को पूरा करने के लिए अटल पेंशन योजना (एपीवाई) की शुरुआत की। ये तीनों योजनाएं आम नागरिकों के कल्याण के लिए समर्पित हैं, जो अप्रत्याशित घटना और वित्तीय अनिश्चितताओं से मानव जीवन को सुरक्षित करने की आवश्यकता को पूरा करने के लिए हैं। पीएमजेजेबीवाई और पीएमएसबीवाई लोगों को कम लागत में जीवन और दुर्घटना बीमा कवर की सुविधा देतीं हैं, जबकि एपीवाई बुढ़ापे में नियमित पेंशन प्राप्त करने का अवसर प्रदान करती है। इन तीन जन सुरक्षा योजनाओं ने बीमा और पेंशन को आम आदमी की पहुंच में ला दिया है। कम लागत वाली इन बीमा योजनाओं के कारण पहले जो वित्तीय सुरक्षा कुछ चुनिंदा लोगों को ही उपलब्ध थी, अब समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच रही है।
प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई)
गरीब-वंचितों के साथ आम किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना की शुरूआत की है। गरीब से गरीब व्यक्ति भी अब पीएमजेजेबीवाई के तहत 2 लाख रुपये का जीवन बीमा कवर प्राप्त कर सकता है। इसमें आपको 436 रुपये प्रति वर्ष के प्रीमियम भुगतान पर 2 लाख रुपये का जीवन बीमा कवर मिलता है।
पीएमजेजेबीवाई एक साल की जीवन बीमा योजना है, जो किसी भी कारण से होने वाली मौत के लिए कवरेज प्रदान करती है। 18 से 50 साल उम्र के व्यक्ति किसी बैंक या डाकघर से इस योजना के तहत पंजीकरण करा सकते हैं। 50 वर्ष की आयु से पहले योजना में शामिल होने वाले लोग प्रीमियम का भुगतान करने पर जीवन के जोखिम का कवरेज 55 वर्ष की आयु तक प्राप्त कर सकते हैं।
पीएमजेजेबीवाई के तहत, 26 अप्रैल 2023 तक 16.19 करोड़ व्यक्तियों ने जीवन बीमा के लिए पंजीकरण कराया है। इसमें 52 प्रतिशत महिला खाता धारक हैं। इस योजना की खास बात यह है कि इसके 72 प्रतिशत खाताधारक ग्रामीण क्षेत्रों के लोग हैं। अब तक 6,64,520 व्यक्तियों के परिवारों को योजना के तहत कुल 13,290 करोड़ रुपये मूल्य के दावे प्राप्त हुए हैं। यह योजना कोरोना महामारी के दौरान कम आय वाले परिवारों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित हुई है, क्योंकि वित्त वर्ष 2021 में भुगतान किए गए कुल दावों में लगभग 50 प्रतिशत कोरोना से हुई मौतों से सम्बंधित थे। इस योजना के बारे में भी विस्तृत जानकारी आप इस लिंक को क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं- https://jansuraksha.gov.in
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई)
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना मोदी सरकार की एक दुर्घटना बीमा योजना है। इसमें बेहद मामूली रकम देकर दुर्घटना बीमा कराया जा सकता है। पीएमएसबीवाई से 26 अप्रैल 2023 तक 34.18 करोड़ लोगों ने दुर्घटना कवर के लिए पंजीकरण कराया है और 1,15,951 दावों के लिए 2,302.26 करोड़ रुपये की धनराशि का भुगतान किया जा चुका है।
इस योजना का मकसद बीमा से वंचित देश की एक बड़ी आबादी को बीमा कवर उपलब्ध कराना है। यह दुर्घटना के कारण हुई मृत्यु या दिव्यांगता के लिए कवरेज प्रदान करता है। इसमें मात्र 20 रुपये का सालाना प्रीमियम देकर 2 लाख रुपये का एक्सीडेंटल इंश्योरेंस कराया जा सकता है।
बचत बैंक या डाकघर में खाता रखने वाले 18 से 70 वर्ष के व्यक्ति इस योजना के तहत पंजीकरण करा सकते हैं। इस योजना के बारे में भी विस्तृत जानकारी आप इस लिंक को क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं- https://jansuraksha.gov.in
अटल पेंशन योजना
अटल पेंशन योजना सभी भारतीयों, खासकर गरीबों, वंचितों और असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा देने के उद्देश्य से शुरू की गई है। यह असंगठित क्षेत्र के लोगों के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने और भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकार की एक पहल है। यह योजना 18 से 40 वर्ष आयु वर्ग के सभी बैंक खाताधारकों के लिए खुली है। अटल पेंशन योजना में निवेश करने वाले व्यक्ति की मृत्यु होने पर उसकी पत्नी और पत्नी की भी मृत्यु होने की स्थिति में बच्चों को पेंशन मिलने का प्रावधान है। रिटायर होने के बाद जीवनभर पेंशन पाने के लिए आपको अटल पेंशन योजना में कुछ सालों तक ही निवेश करना होता है।
मोदी सरकार की अटल पेंशन योजना (APY) गरीबों के लिए वरदान साबित हो रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीबों के लिए जो सपना देखा था, अटल पेंशन योजना उसे पूरा करती दिखाई दे रही है। अटल पेंशन योजना की कामयाबी को आप इसी से जान सकते हैं कि अब तक इसके 5.20 करोड़ से अधिक खाते हो गए हैं। 31 मार्च 2023 तक अटल पेंशन योजना के तहत कुल नामांकन ने 5.20 करोड़ के आंकड़े को पार कर लिया है। इसमें से 1.19 करोड़ लाख से अधिक अटल पेंशन योजना के खाते वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान खोले गए हैं, जो पिछले वित्त वर्ष में 99 लाख की तुलना में 20 प्रतिशत से ज्यादा है। अब तक अटल पेंशन योजना में प्रबंधन के अंतर्गत कुल परिसंपत्ति (AUM) 27,200 करोड़ रुपये से अधिक है। योजना के आरंभ होने के बाद अब तक इसने 8.69 प्रतिशत का निवेश लाभ अर्जित किया है।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की सक्रिय भागीदारी के कारण इस योजना को जबरदस्त सफलता मिल रही है। सरकारी बैंकों की श्रेणी में, 9 बैंकों ने वार्षिक लक्ष्य अर्जित किया है, जबकि बैंक ऑफ इंडिया, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन बैंक की प्रति शाखा ने 100 अटल पेंशन योजना खाते खोले हैं। क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की श्रेणी के तहत 32 बैंकों ने वार्षिक लक्ष्य अर्जित किया है, जबकि झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक, विदर्भ कोंकण ग्रामीण बैंक, त्रिपुरा ग्रामीण बैंक और बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक ने प्रत्येक शाखा में 160 से अधिक अटल पेंशन योजना खाते खोले हैं। तमिलनाडु मर्केंटाइल बैंक, धनलक्ष्मी बैंक और एयरटेल पेमेंट्स बैंक ने वित्त मंत्रालय द्वारा आवंटित वार्षिक लक्ष्य की उपलब्धि हासिल की है।
इसके अतिरिक्त 12 राज्यों- बिहार, झारखंड, असम, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, त्रिपुरा, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और उत्तराखंड ने भी अपनी संबंधित राज्यस्तरीय बैंकर समिति (एसएलबीसी) की सहायता और समर्थन से अपने वार्षिक लक्ष्य अर्जित किए हैं। पेंशन निधि विनियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) ने राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलबीसी) और भारतीय ग्रामीण बैंक (आरआरबीएस) के साथ तालमेल से संपूर्ण भारत के विभिन्न स्थानों पर 47 अटल पेंशन योजना आउटरीच कार्यक्रम और टाउन हॉल बैठकें आयोजित कीं।
आधार का प्रयोग करके कई डिजिटल ऑनबोर्डिंग सुविधाओं का शुभारंभ किया गया है। इनमें संशोधित अटल पेंशन योजना ऐप का शुभारंभ और अटल पेंशन योजना के लाभों के बारे में जागरूकता के लिए 17 पॉडकास्ट, अटल पेंशन योजना पर प्रारंभिक जानकारी के लिए चैटबॉट जैसी सुविधाएं शुरू करने की कई पहल भी की गई हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 9 मई 2015 को असंगठित क्षेत्र में मजदूरों को वृद्धावस्था आय सुरक्षा देने और 60 वर्ष की आयु के बाद न्यूनतम पेंशन की गारंटी प्रदान करने के उद्देश्य से यह योजना शुरू की गई थी। यह पेंशन योजना लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो गई है। भारत सरकार द्वारा देश के नागरिकों के लिए घोषित की गई गारंटीड पेंशन वाली इस स्कीम अर्थात अटल पेंशन योजना के तहत असंगठित क्षेत्र के उन कामगारों पर फोकस किया जाता है, जिनकी हिस्सेदारी कुल श्रम बल में 85 प्रतिशत से भी अधिक है। अटल पेंशन योजना के तहत 60 साल की उम्र पूरी होने पर प्रति माह 1000, 2000, 3000, 4000 या 5000 रुपये की गारंटीड न्यूनतम पेंशन मिलेगी जो सदस्यों द्वारा किए जाने वाले अंशदान पर निर्भर करेगी। संबंधित सदस्य की पत्नी/पति भी पेंशन पाने का हकदार है और नामित व्यक्ति को संचित पेंशन राशि दी जाएगी। केंद्र सरकार इस योजना के तहत निर्धारित अधिकतम पेंशन की राशि 5000 रुपए से बढ़ाकर 10 हजार रुपए करने पर विचार कर रही है।
क्या है अटल पेंशन योजना
असंगठिक क्षेत्र के कामगारों को भविष्य की आर्थिक सुरक्षा को लेकर काफी चिंता रहती है। ऐसे में अटल पेंशन योजना असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए बुढ़ापे का सहारा बन सकती है। अटल पेंशन योजना में वे ना केवल कम राशि जमा करवाकर हर माह ज्यादा पेंशन के हकदार हो सकते हैं, बल्कि असामयिक मृत्यु की दशा में उनके परिवार को भी इसका फायदा मिलता है। इस पेंशन योजना के धारक की मृत्यु होने पर उसकी पत्नी और पत्नी की भी मृत्यु होने की स्थिति में बच्चों को पेंशन मिलती रहेगी।
किसके लिए है अटल पेंशन योजना
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने असंगठित सेक्टर में काम करने वाले लोग जैसे- नाई, लौहार, सुनार, दर्जी, धोबी, मोची से लेकर हर तरह के छोटे-छोटे रेहड़ी चलाने वाले, रिक्शा चलाने या मजदूरी करने वालों के लिए भी सरकार ने अटल पेंशन योजना के तहत पेंशन की व्यवस्था की है।
अटल पेंशन योजना से कितना मिलेगा पेंशन
कोई भी व्यक्ति जिसकी उम्र 18-40 वर्ष के बीच है। इस योजना के तहत किसी भी बैंक या डाकघर में खाता खुलवा सकता है। इस खाते में खाताधारक को 60 साल की उम्र पूरी होने तक हर महीने एक निश्चित रकम जमा करनी होती है। 60 साल की उम्र पूरी होने के बाद सरकार इस योजना के तहत जमा की गई मासिक रकम के आधार पर न्यूनतम एक हजार रुपए और अधिकतम 5 हजार रुपए पेंशन देती है तो जो ताउम्र मिलती है।
अटल पेंशन योजना में कितना करें मासिक निवेश
इस योजना के तहत एक से लेकर पांच हजार रुपए के बीच मासिक पेंशन मिलता है। एक बार तय कर लिया कि 60 साल की उम्र में 5000 रुपए का पेंशन चाहिए तो इसके लिए निवेश की उम्र के हिसाब से एक तय राशि जमा करानी होती है। उदाहरण के लिए अगर 18 साल की उम्र से जमा करना है तो 42 साल तक 42 रुपए मासिक जमा करेंगे तो 1000 हजार रुपए मासिक पेंशन इस योजना से मिलेगा। अब 1000 हजार के जगह 2 हजार पेंशन चाहिए तो 84 रुपए महीना और अधिकतम 5000 रुपए पेंशन चाहिए तो अधिकतम 210 रुपए मासिक जमा कराना होगा।
मासिक पेंशन के लिए नियमित रूप से हर महीने 60 साल की उम्र तक जमा की जाने वाली निर्धारित राशि | |||||
योजना शुरू करते समय उम्र | मासिक पेंशन 1000 | मासिक पेंशन 2000 | मासिक पेंशन 3000 | मासिक पेंशन 4000 | मासिक पेंशन 5000 |
18 | 42 | 84 | 126 | 168 | 210 |
20 | 50 | 100 | 150 | 198 | 248 |
25 | 76 | 151 | 226 | 301 | 376 |
30 | 116 | 231 | 347 | 462 | 577 |
35 | 181 | 362 | 543 | 722 | 902 |
40 | 291 | 582 | 873 | 1164 | 1454 |
अटल पेंशन योजना केवल और केवल असंगठित क्षेत्र के लोगों के लिए लाई गई है। इस योजना का लाभ वो लोग नहीं ले पाएंगे जो पहले से ही किसी न किसी सुरक्षा स्कीम जैसे EPFO का लाभ ले रहे हैं। इस योजना के अलावा भी NPS, PPF, सीनियर सीटिजन सेविंग स्कीम जैसी योजनाएं भी हैं जिसके माध्यम से असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को भविष्य में होने वाली आर्थिक दिक्कतों से मुक्ति मिल सकती है।