इजरायल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष में गाजा के अल-अहली अस्पताल पर हुए रॉकेट हमले ने पूरे विश्व को हिला कर रख दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इस हमले में 500 लोगों के मारे जाने पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने इस हमले की जिम्मेदारी तय करने की मांग की है। अस्पताल पर हुए रॉकेट हमले को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि ये हमला इजरायल, हमास और फ़िलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद (पीआईजे)में से किसने किया है? हमास के भारत सहित दुनियाभर में मौजूद समर्थक इजरायल को हमले का जिम्मेदार बताकर विक्टिम कार्ड खेल रहे हैं। लेकिन इजरायल ने सबूत पेश कर उनके विक्टिम कार्ड की पोल खोल दी है। इज़रायल का कहना है कि अस्पताल पर विस्फोट फ़िलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद (पीआईजे) सशस्त्र समूह की ओर से लॉन्च किए गए एक असफल रॉकेट के गिरने की वजह से हुआ है।
गाजा के अस्पताल पर इजरायल की एयर स्ट्राइक, हमास ने किया 500 लोगों की मौत का दावा
◆ इजरायली सेना ने अल अहली अरबी बापटिस्ट अस्पताल पर किया एयर स्ट्राइक: गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय
◆ इजरायल की ओर से अभी इसकी पुष्टि नहीं की गई #IsraelPalestineWar #Palestinian | #ViralStory pic.twitter.com/wpplc8HHdg
— News24 (@news24tvchannel) October 17, 2023
अल-अहली अस्पताल पर हमले की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए-पीएम मोदी
गाजा पट्टी में अल-अहली अस्पताल पर रॉकेट हमले से 500 लोगों की मौत हो गई। इस हमले के बाद से ही दुनियाभर में इस हमले की निंदा हो रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इस पर दुख जताया और कहा कि इसके लिए जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि गाजा के अल-अहली अस्पताल में मौतों से गहरा दुख पहुंचा है। पीड़ित परिवारों के साथ मेरी हार्दिक संवेदनाएं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। ताजा संघर्ष में नागरिकों की मौत की घटना एक गंभीर और चिंता की बात है। इसमें जो भी लोग शामिल है, उनकी जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।
Deeply shocked at the tragic loss of lives at the Al Ahli Hospital in Gaza. Our heartfelt condolences to the families of the victims, and prayers for speedy recovery of those injured.
Civilian casualties in the ongoing conflict are a matter of serious and continuing concern.…
— Narendra Modi (@narendramodi) October 18, 2023
शुरुआती विजुअल एविडेंस से इजरायली हमले के नहीं मिले संकेत
अब तक की जांच-पड़ताल से हैरान करने वाले खुलासे हुए हैं। शुरुआती विजुअल एविडेंस से संकेत मिले हैं कि इस हमले में इजरायल का हाथ नहीं है। अल-जजीरा की लाइव स्ट्रीम की फुटेज और आईडीएफ की ओर से जारी कैमरा फुटेज से घटना की जियोलेकेशन वेरिफाई होती है। लाइव स्ट्रीम की फुटेज में तीन स्ट्रक्चर दिखाई पड़ रहे हैं। ज्यादातर विजुअल देखने से पता चलता है कि ये टारगेट करके हमला नहीं किया गया है। सर्विलांस कैमरा फुटेज के मुताबिक कई सारे रॉकेट पीओवी की उल्टी दिशा से लॉन्च हो रहे हैं, जो संभवत: उत्तरी गाजा से निकल रहा है। विजुअल देखने से समझ में आता है कि रॉकेट लॉन्चर फेल हो गया और अस्पताल पर जा गिरा। अस्पताल को जिस तरह नुकसान पहुंचा है, वो वैसा इजायरली हमलों में दिखाई नहीं पड़ता है।
बड़ी ब्रेकिंग:
गाजा में अस्पताल पर मिसाइल हमले के दौरान अल जज़ीरा लाइव था और उसने इसे कैमरे में कैद कर लिया।
– यह आरोप लगाया जा सकता है कि इस्लामिक जिहाद ने एक रॉकेट लॉन्च किया जो मिसफायर हो गया और गाजा के एक अस्पताल में जा गिरा। pic.twitter.com/CBEX5qyuK6
— हम लोग We The People 🇮🇳 (@ajaychauhan41) October 18, 2023
A failed rocket launch by the Islamic Jihad terrorist organization hit the Al Ahli hospital in Gaza City.
IAF footage from the area around the hospital before and after the failed rocket launch by the Islamic Jihad terrorist organization: pic.twitter.com/AvCAkQULAf
— Israel Defense Forces (@IDF) October 18, 2023
हमने अल-अहली अस्पताल पर हमला नहीं किया- आईडीएफ
इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने दावा किया कि इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में अल-अहली अस्पताल पर हमला नहीं किया है। अस्पताल पर गिरने वाला रॉकेट आतंकवादी संगठन फ़िलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद (पीआईजे) का था, जो लॉन्च के दौरान मिसफायर हो गया था। इजरायली सेना ने बताया कि ऑपरेशन और खुफिया प्रणालियों की अतिरिक्त समीक्षा से साफ हो गया है कि आईडीएफ ने अल-अहली अस्पताल पर हमला नहीं किया था। आईडीए के प्रवक्ता ने कहा कि मैं पुष्टि कर सकता हूं कि गाजा में आतंकवादियों द्वारा रॉकेट हमला किया गया था, जो अल-अहली अस्पताल के करीब से गुजर रही थी। इजरायल के जनरल स्टाफ के प्रमुख प्रमुख हर्ज़ी हलेवी ने कहा कि फ़िलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद (पीआईजे) के रॉकेट लॉन्चर के फेल होने की वजह से यह घटना घटी और अस्पताल में 500 में लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी।
“Open your eyes and see the true face of Hamas.”
Watch IDF Spokesperson, RAdm. Daniel Hagari, talk about the truth. pic.twitter.com/YMQm0gDCzv— Israel Defense Forces (@IDF) October 18, 2023
Islamic Jihadists are responsible for the tragedy yesterday—a hospital in Gaza was struck by a misfired rocket.
LTG Herzi Halevi, the IDF Chief of the General Staff, shares an important message to combat the false claims made against the IDF in the last 24 hours. pic.twitter.com/xfxUUHkOfZ
— Israel Defense Forces (@IDF) October 18, 2023
इजरायल के रॉकेट मिसफायर वाली थ्योरी को मिल रहा समर्थन
गौरतलब है कि विस्फोट के बाद जमीन की तस्वीरें अस्पताल के आसपास की इमारतों को ज्यादा क्षति नहीं दिखा रही हैं। तस्वीरों में विस्फोट के बाद आग से जलने के निशान और जली हुई कारें ही दिख रही हैं। मौके पर कुछ फोटो में छोटा सा गड्ढा भी दिख रहा है। इजरायल की आईडीएफ का कहना है कि बड़े गड्ढे का न होना, या आसपास की इमारतों को विस्फोट से क्षति नहीं होना, यह साबित करता है कि विस्फोट इजरायल के हथियारों के कारण नहीं हुआ है। बीबीसी को जितने भी एक्सपर्ट ने फुटेज का मूल्यांकन करके बताया, उससे साफ होता है कि वह इजरायल को इस विस्फोट के लिए दोषी नहीं मान रहे हैं। उन्हें इजरायल की ओर से रॉकेट के मिसफायर वाली बात ज्यादा मजबूत लग रही है।
यूएनएससी में सबूत पेश करेगा इजरायल, विक्टिम कार्ड खेलने वालों का प्रोपेगेंडा होगा फेल
अल-अहली अस्पताल पर हमले के बाद इजरायल पर काफी दबाव बढ़ गया है। इजरायल की ओर कहा गया है कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को सबूत देगा कि ये हमला इजरायल ने नहीं किया है। इजरायली विदेश मंत्री ने इसे लेकर बयान जारी किया है। इजरायल के विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमास ने अत्याचार किए हैं। इजरायल के लोगों से कहना चाहते हैं कि उनका साहस, उनकी प्रतिबद्धता, उनकी बहादुरी अद्भुत है। यह आश्चर्यजनक है। अगर इजरायल अस्पताल पर हमले का सबूत देकर अपनी बेगुनाही साबित कर देता है, तो भारत सहित पूरी दुनिया में विक्टिम कार्ड खेल रहे फिलिस्तीन और हमास समर्थकों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। अब उन्हें आतंकवाद का समर्थन देने के लिए जवाब देना पड़ेगा, जो मानवता के दुश्मन है। इससे सोशल मीडिया और अन्य देशों में चलाए जा रहे उनके प्रोपेगेंडा को जोरदार झटका लगेगा।