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Year Ender 2022: सादगी की मिसाल हैं पीएम मोदी, आम लोगों से रखते हैं खास लगाव, इसीलिए करोड़ों दिलों पर करते हैं राज

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सादगी, अनुशासित जीवन और निष्ठा से भरी कार्यशैली ही उनकी पहचान है। हर बार उनकी सादगी एक बड़ा संदेश छोड़ जाती है। पीएम मोदी का व्यक्तित्व इस कथन को भी भलीभांति चरितार्थ करता है कि पहले खुद करो फिर दूसरों को कहो। पीएम मोदी का व्यक्तित्व बिल्कुल ऐसा ही है। वो हर काम पहले खुद करते हैं जो देश की जनता से करने को कहते हैं। वो चाहे स्वच्छता की बात हो या फिर VIP कल्चर को खत्म करने की। यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी विनम्रता से सभी को कायल बना लेते हैं। आज (30 दिसंबर 2022) उनकी माता जी का निधन हो गया। सभी लोग सोच रहे थे कि पार्थिव शरीर को दर्शन के लिए रखा जाएगा फिर भव्य तरीके से अंतिम संस्कार किया जाएगा। लेकिन इसके उलट पीएम मोदी जिस सादगी को जीते आए हैं उसी के अनुरूप बिना किसी आडंबर अंतिम संस्कार किया गया। वर्ष 2022 में ऐसे अनेक अवसर आए जब पीएम मोदी ने अपनी सादगी और विनम्रता से लोगों का दिल जीत लिया। चाहे वो राजस्थान की जनता से दंडवत होकर क्षमा मांगने की बात हो या गुजरात चुनाव के दौरान कतार में खड़े होकर मतदान करना। यही वजह है कि करोड़ों भारतीय आज उन पर गर्व करते हैं और इस बात से आश्वस्त हैं कि देश आज सुरक्षित हाथ में है।

सादगी से मां का अंतिम संस्कार, पीएम मोदी ने पुत्रधर्म के बाद निभाया राजधर्म
30 दिसंबर 2022

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीरा बा का 30 दिसंबर 2022 को निधन हो गया। 100 साल की उम्र में हीरा बा ने अहमदाबाद के अस्पताल में तड़के 3.30 बजे अंतिम सांस ली। निधन की सूचना मिलने पर पीएम मोदी तत्काल अहमदाबाद होते हुए गांधीनगर पहुंचे। अपने छोटे भाई पंकज मोदी के यहां मां की पार्थिव देह को प्रमाण किया, अंतिम यात्रा में हिस्सा लिया, अर्थी को कंधा दिया और फिर मुखाग्नि कर अंतिम संस्कार किया। लोग सोच रहे थे कि प्रधानमंत्री मोदी जी की माताजी का देहावसान हुआ है तो आज तो उनका पार्थिव शरीर कहीं अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा, जैसा अन्य राजनेताओं के परिजन की मृत्यु में होता है। राजसी तरीके से अंतिम संस्कार होगा। पूरा अंतिम संस्कार का कार्यक्रम राजकीय होगा, ऐसा कुछ नहीं हुआ। बल्कि बेटे का धर्म निभाने के बाद पीएम मोदी ने राजधर्म निभाते हुए वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बंगाल में वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी भी दिखाई। पीएम मोदी की इस सादगी की हर तरफ चर्चा हो रही है। सोशल मीडिया पर लोग तारीफों के पुल बांध रहे हैं। पीएम मोदी की माताजी का अंतिम संस्कार बेहद सादगीपूर्ण तरीके से हुआ। न कोई तामझाम, न नेताओं का जमावड़ा। निधन की खबर आने के चंद घंटों में सबकुछ हो गया।

पीएम मोदी काफिले को छोड़ पैदल वोट डालने पहुंचे, कतार में अपनी बारी का किया इंतजार
5 दिसंबर 2022

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 दिसंबर 2022 को गुजरात के अहमदाबाद में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में अपना वोट डाला। उन्होंने अहमदाबाद के रानिप स्थित निशान पब्लिक स्कूल में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। पीएम मोदी गांधीनगर राजभवन से वोट डालने के लिए निकले। पीएम मोदी के आगमन को लेकर बड़ी तादाद में लोग अपने प्रिय नेता की एक झलक पाने के लिए सड़क के दोनों ओर खड़े थे। यह देखकर पीएम मोदी ने अपने काफिले को बीच रास्ते में ही रोक दिया और पैदल मतदान स्थल के लिए निकल पड़े और सभी लोगों का अभिवादन किया। पीएम मोदी ने VVIP Culture के खिलाफ बड़ा संदेश देते हुए पोलिंग बूथ पर कतार में आम लोगों के साथ खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार किया और फिर वोट डाला। मतदान के बाद भी वह कार में बैठने के बजाय पैदल ही निकल पड़े और लोगों का अभिवादन किया। मतदान के बाद पीएम मोदी अपने भाई के घर तक पैदल पहुंचे और उनसे मुलाकात की। वहीं बड़ी तादाद में खड़े मीडियाकर्मियों को भी उन्होंने निराश नहीं किया। मीडिया से उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का पर्व गुजरात, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के लोगों द्वारा बड़ी धूमधाम से मनाया गया है। मैं देश की जनता का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कराने के लिए मैं चुनाव आयोग को भी बधाई देना चाहता हूं।

126 साल के स्वामी शिवानंद ने दंडवत प्रणाम किया तो सम्मान में PM मोदी भी हुए नतमस्तक
21 मार्च 2022

वाराणसी के 126 साल के स्वामी शिवानंद 21 मार्च 2022 को पद्मश्री अवॉर्ड लेने पहुंचे। लेकिन, माहौल उस वक्त भावुक हो गया जब शिवानंद अवॉर्ड लेने से पहले पीएम मोदी को नमस्कार करने घुटनों के बल बैठ गए। शिवानंद के ये भाव देखकर पीएम मोदी भी अपनी कुर्सी से उठकर शिवानंद के सम्मान में झुक गए। स्वामी शिवानंद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सामने भी घुटनों पर बैठ गए। लेकिन राष्ट्रपति कोविंद ने उन्हें झुककर उठाया। स्वामी शिवानंद को भारतीय जीवन पद्धति और योग के के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए पद्मश्री सम्मान दिया गया है। राष्ट्रपति भवन में 126 साल के स्वामी ने अपनी फिटनेस से सबको चौंका दिया। 1925 में उनके गुरु ने उन्हें विश्व भ्रमण का निर्देश दिया। 29 साल के शिवा लंदन गए और लगातार 34 साल तक भ्रमण ही करते रहे। अमेरिका, यूरोप, आस्ट्रेलिया, रूस आदि देशों की यात्रा से लौटकर जब वह स्वदेश आए तो भारत तब तक अपना 9वां गणतंत्र दिवस मना रहा था। बाबा आज भी ब्रह्मचर्य के नियम का पालन करते हैं। उबला भोजन और सब्जी ही खाते हैं।

राजस्थान की जनता के सामने दंडवत हो गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
30 सितंबर 2022

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 सितंबर 2022 को आबूरोड में राजस्थान की जनता को दंडवत होकर नमन किया। दरअसल यहां पीएम को एक जनसभा को संबोधित करना था लेकिन गुजरात से वहां पहुंचने में देर हो गई और रात के 10 बज गए। रात के 10 बजने की वजह से पीएम मोदी ने लाउडस्पीकर पर लोगों को संबोधित नहीं किया। जनसभा में शामिल जनता को उन्होंने घुटनों के बल बैठकर तीन बार नमन किया। पीएम मोदी के इस अभिवादन से जनता भावविभोर हो उठी। पीएम मोदी के जनसभा में पहुंचने पर पंडाल मोदी मोदी के नारों से गूंज उठा। प्रदेश की जनता का प्यार देखकर पीएम मोदी ने कहा कि मैं इस प्यार को सूद समेत वापस लौटाऊंगा।

एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए PM मोदी ने रोका काफिला
30 सितंबर 2022 

गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 सितंबर 2022 को एक एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए अपना काफिला रोक दिया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। अहमदाबाद की सभा खत्म करके वापस लौटते वक्त अहमदाबाद से गांधीनगर के रास्ते में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना काफिला एक एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए रोक दिया। एंबुलेंस के गुजर जाने के बाद ही काफिला आगे बढ़ा।

हिमाचल में एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए पीएम मोदी ने रोका काफिला
9 नवंबर 2022

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यूं ही लोगों के दिलों पर राज नहीं करते हैं। 9 नवंबर 2022 को हिमाचल प्रदेश में चुनावी रैली से पहले उन्होंने मानवता की एक और मिसाल पेश की। चांबी रैली से पहले लोग उस समय हैरान रह गए जब उन्होंने देखा कि प्रधानमंत्री मोदी का काफिला अचानक रुक गया है। दरअसल एसपीजी सुरक्षा घेरे में होने के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी ने अपना काफिला रोक एक एंबुलेंस को रास्ता दिया। प्रधानमंत्री मोदी को जब पता चला कि उनके काफिले के कारण एक एंबुलेंस रुका हुआ है तो उन्होंने सुरक्षाकर्मियों से अपने काफिले को रोक एंबुलेंस को आगे जाने का रास्ता दिया। इससे पहले भी वह कई बार अपने काफिले को रोक कर एंबुलेंस को रास्ता दे चुके हैं।

पीएम मोदी ने हेलिकॉप्टर से बनाया कुल्लू का VIDEO, पहाड़ों की खूबसूरती ने जीता लोगों का दिल
5 अक्टूबर 2022

पीएम मोदी ने 5 अक्टूबर 2022 को हिमाचल को बिलासपुर एम्स समेत कई परियोजनाओं की सौगात दी। इसी दौरान हिमाचल से लौटते समय पीएम मोदी ने हेलिकॉप्टर से कुल्लू की खूबसूरती को शूट किया और इसका वीडियो फेसबुक पर शेयर किया। वीडियो के साथ पीएम मोदी ने कैप्शन में लिखा, कुल्लू की सुंदरता देखते ही बनती है। इस वीडियो को लाखो लोग देख चुके हैं और पहाड़ों की खूबसूरती की तारीफ कर रहे हैं।

कुल्लू दशहरा उत्सव में प्रोटोकॉल तोड़कर रघुनाथ जी के रथ तक पहुंचे
5 अक्टूबर 2022

हिमाचल प्रदेश के कुल्लू दशहरा उत्सव में शामिल होने 5 अक्टूबर 2022 को पहुंचे पीएम मोदी प्रोटोकॉल तोड़कर रघुनाथ जी के रथ तक पहुंचे और उनका आशीर्वाद लिया। मोदी कुल्लू दशहरा उत्सव में शामिल होने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री हैं। देवलुओं ने रघुनाथ जी के रथ से निकालकर सम्मान व आशीर्वाद के रूप में प्रधानमंत्री को पवित्र दुपट्टा दिया। प्रधानमंत्री को कुल्लवी टोपी में रघुनाथ जी सेवा में पहुंचने पर एक दुपट्टा बांधा गया। प्रधानमंत्री इस दौरान एक पहाड़ी व्यक्ति व देवलू के रूप में नजर आए। प्रोटोकॉल तोड़कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ हजारों लोगों की भीड़ के बीच गए और सभी देवी-देवताओं से आशीर्वाद लिया। प्रधानमंत्री ने रघुनाथ जी के रथ की डोर को भी खींचा। रघुनाथजी की रथयात्रा के साथ ही इंटरनेशनल कुल्लू दशहरा उत्सव 7 दिनों तक चलती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें कई साल बाद कुल्लू दशहरे में शामिल होने का मौका मिला है। इससे पहले जब वह भाजपा में हिमाचल के प्रभारी हुआ करते थे, तब कुल्लू दशहरे में शामिल हुए थे।

कारगिल में 21 साल बाद पीएम मोदी से मिले मेजर अमित
24 अक्टूबर 2022

कारगिल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस साल 24 अक्टूबर 2022 को सैनिकों संग दिवाली मनाई। इस दौरान उन्होंने वीर जवानों के साथ भारत माता की जय, वंदे मातरम के जयघोष लगाए। उन्होंने सीमा प्रहरियों को प्रेरणा से भरपूर कविता भी सुनाई और संबोधन से उनमें जोश भरा। वहीं, इस दौरान एक भावुक पल भी देखने को मिला, जब मेजर अमित ने प्रधानमंत्री मोदी को एक तस्वीर भेंट की। तस्वीर में अमित और एक अन्य छात्र पीएम मोदी से शील्ड लेते हुए दिखाई दे रहे हैं। फोटो 2001 की है। उस समय नरेंद्र मोदी सैनिक स्कूल बालाचडी के दौरे पर पहुंचे थे। तब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे और अमित बालाचडी स्कूल के छात्र थे। अब 21 साल बाद फिर उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मिलने का अवसर मिला। लेकिन अब नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं और अमित अब भारतीय सेना में मेजर बन चुके हैं। 21 साल बाद जब दोनों की मुलाकात हुई तो भावुक पल सामने आया।

पीएम मोदी ने उन्नाव में मंच पर छुए जिलाध्यक्ष के पैर
20 फरवरी 2022

उत्तर प्रदेश के उन्नाव में प्रधानमंत्री मोदी ने 20 फरवरी 2022 को जनसभा की। इस दौरान एक ऐसा वाकया हुआ जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो गया। प्रधानमंत्री मोदी ने चंदनखेड़ा में हुई जनसभा में मंच पर मौजूद जिलाध्यक्ष के पैर छू लिए। दरअसल उन्नाव के चंदनखेड़ा में जनसभा के दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और जिलाध्यक्ष अवधेश कटियार ने प्रधानमंत्री को राम दरबार का स्मृति चिह्न भेंट किया। इसी दौरान जिलाध्यक्ष ने प्रधानमंत्री के पैर छू लिए, इस पर प्रधानमंत्री ने उन्हें ऐसा करने से मना किया। उन्होंने कहा कि वह संगठन के प्रत्येक पदाधिकारी और कार्यकर्ता का आदर करते हैं। इसके बाद प्रधानमंत्री झुके और जिलाध्यक्ष के पैर छू लिए। जिलाध्यक्ष ने बताया कि प्रधानमंत्री ने पैर छूने से मना किया और फिर खुद झुककर अभिवादन किया।

वाराणसी में पप्पू की चाय दुकान पर मोदी क्या पहुंचे, बन गया सेल्फी प्वाइंट
मार्च, 2022

मार्च, 2022 में वाराणसी के अस्सी स्थित पप्पू की अड़ी एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चाय पीने से चर्चा में आ गई। हालत यह हो गई कि रोजाना दो शिफ्ट में 10 घंटे खुलने वाली पप्पू की दुकान को 15 घंटे तक लगातार खोलना पड़ा। वहां के लोगों में तो पप्पू के दुकान पर चाय पीने और फोटो खिंचवाने की होड़ सी मच गई। अस्सी स्थित पप्पू के चाय की दुकान दूसरे दिन सुबह जब खुली तो मनोज और मनीष को अंदाजा भी नहीं था कि पीएम के चाय की चुस्की के बाद उनकी दुकान की शोहरत और ज्यादा बढ़ गई। दुकान खुलने के साथ ही पूरी दुकान ग्राहकों से भर गई, अंदर की बेंच कुर्सी जहां खाली होती फिर से भर जाती। दुकान के बाहर खड़े होकर चाय पीने वालों की भी अच्छी खासी तादाद थी। हर किसी के जबान पर पीएम के चाय की चर्चा और दुकान में फोटो खिंचवाने की होड़ रही।

वाराणसी में गोपाल की दुकान पर बढ़ी मीठे पान की मांग
मार्च, 2022

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पान खाने के बाद गोपाल चौरसिया की दुकान पर मीठे पान की मांग सबसे अधिक रही। प्रधानमंत्री द्वारा पान खाने के बाद इस दुकान पर पान खाने वालों की भीड़ बढ़ गई। कई दिनों तक ये नजारा रहा कि दुकान खुलने के पहले ही लोग दुकान पर पान खाने का इंतजार कर रहे थे। गोपाल ने बताया कि अब लोग मोदी पान की डिमांड ज्यादा करते हैं। उसने कहा कि खुशी हुई कि पीएम ने पान खाकर रातों रात उनके दुकान को देश भर में मशहूर कर दिया। पीएम के पान खाने के बाद उनके दुकान का भाव चढ़ गया है। गोपाल चौरसिया के छोटे पुत्र पवन ने बताया कि अन्य दिनों में दोपहर में दुकान बंद होती थी लेकिन, पीएम मोदी के पान खाने के बाद भीड़ इतनी बढ़ी कि हम दुकान बंद ही नहीं कर पाए। गोपाल चौरसिया ने बताया कि प्रधानमंत्री ने उनसे आम आदमी की तरह पान मांगा। उनको देखकर आशीर्वाद लेने के लिए झुकना चाहा तो पीएम ने मना कर दिया। पीएम ने कहा कि मेरा आशीर्वाद आप हैं, आप बैठिए। उन्होंने पीएम को हीरा-मोती, लौंग, गरी, गुलकंद, इलायची, कत्था लगाकर पान खिलाया।

ताजा चने देखने के लिए खेत में चले गए पीएम मोदी
फरवरी 2022

फरवरी 2022 में पीएम मोदी ने हैदराबाद में आईसीआरआईएसएटी (ICRISAT) की 50वीं वर्षगांठ समारोह में हिस्सा लिया। हैदराबाद के इंटरनेशनल क्रॉप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर सेमी-एरिड ट्रॉपिक्स (ICRISAT) परिसर का पीएम मोदी ने पैदल ही भ्रमण किया। इसी दौरान पीएम मोदी परिसर के अंदर ही एक चने के खेत में चले गए और चने तोड़कर बड़े चाव से उन्हें खाने लगे, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर देखा गया। लोगों ने पीएम मोदी की सादगी की जमकर तारीफ की।

प्रधानमंत्री मोदी के भोजन पर नहीं होता सरकारी खर्च

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपना जीवन बड़ी सादगी से जीते हैं। आम तौर पर प्रधानमंत्री पद पर आसीन व्यक्ति का सारा खर्च केंद्र सरकार ही वहन करती है। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी इस मामले में अलग सोच रखते हैं। उनका मानना है कि सक्षम व्यक्ति न केवल अपना खर्च खुद वहन करें, बल्कि जरूरतमंदों की मदद के लिए भी आगे आएं। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी अपने भोजन और कपड़ा के लिए भारत सरकार के पैसे का इस्तेमाल नहीं करते हैं। वो अपने भोजन का खर्च खुद उठाते हैं। दरअसल हाल ही में एक आरटीआई में प्रधानमंत्री मोदी के ऊपर होने वाले भोजन के खर्च को लेकर सवाल पूछा गया था। इस बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय के केंद्रीय सूचना अधिकारी ने विस्तार से जवाब दिया है। आरटीआई के जवाब में अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी अपने खाने का खर्च खुद उठाते हैं। उनके खाने पर सरकार का कोई खर्च नहीं होता है। यहां तक कि देश या विदेश में यात्रा के दौरान भी विमान में घर का बना खाना पैक कराकर ले जाते हैं और खाते हैं। इसमें अधिकतर खिचड़ी होती है।

कपड़ों के खर्च का भुगतान स्वयं करते हैं पीएम मोदी

एक आरटीआई प्रधानमंत्री मोदी के कपड़ों पर होने वाले खर्च को लेकर भी लगाई गई थी, तब पीएमओ ने बताया कि प्रधानमंत्री अपने कपड़ों के खर्च का भुगतान स्वयं करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी के निजी कपड़ों पर होनेवाला खर्च प्रधानमंत्री अपनी सैलरी से ही उठाते हैं। इसके लिए सरकारी कार्यालय की तरफ से कोई रकम खर्च नहीं की जाती है। सूचना के अधिकार के तहत इस जवाब के बाद आरटीआई कार्यकर्ता सब्बरवाल ने कहा था, ‘बहुत से लोगों को अब तक ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री मोदी के कपड़ों पर सरकारी खजाने से बड़ी रकम खर्च की गई है। आरटीआई से मिली जानकारी से लोगों का यह भ्रम दूर होगा।’

हमीरपुर के गांव की महिलाओं ने पीएम मोदी पर गाना लिखा और गाया
30 अक्टूबर 2022

देश के आर्थिक रूप से कमजोर और गरीब लोगों का सपना होता है कि अपनी जमीन और अपना घर हो। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उनको वित्तीय सहायता देकर उनके सपने को पूरा कर रहे हैं। मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत की, जो गरीबों के लिए वरदान साबित हो रही हैं। इन योजनाओं का लाभ लेकर आर्थिक रूप से कमजोर लोग जमीन और घर का मालिक बन रहे हैं। इन योजनाओं के लाभार्थियों में ज्यादातर महिलाएं हैं। पीएम मोदी के कार्यों से प्रभावित उत्तर प्रदेश के हमीरपुर की कुछ महिलाओं ने उन पर गीत लिखा और कंपोज किया है। यह पीएम मोदी के प्रति उनके अगाध प्रेम को दर्शाता है। पीएम मोदी ने उज्जवला योजना, नल जल योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, सुकन्या समृद्धि योजना, फ्री सिलाई मशीन योजना, मातृत्व वंदना योजना, महिला शक्ति केंद्र योजना आदि योजनाएं शुरू की जिससे महिलाएं लाभान्वित हुई।

मुजफ्फरपुर के चायवाला का पीएम मोदी से बेशुमार प्रेम
12 जुलाई, 2022

भारत की जनता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बेशुमार प्रेम करती है। इसकी एक झलक 12 जुलाई, 2022 को देखने को मिली, जब प्रधानमंत्री मोदी बिहार विधानसभा के शताब्दी समापन समारोह में हिस्सा लेने पटना पहुंचे। इस दौरान उनसे मिलने और चाय पिलाने के लिए उनका एक प्रशंसक चायवाला मुजफ्फरपुर से पटना पहुंचा, तो सभी की निगाहें उस पर टिक गईं। हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी के सुरक्षा कारणों से उसका सपना पूरा नहीं हो पाया। भले ही चायवाला प्रधानमंत्री मोदी से न मिल पाया हो लेकिन उसकी चर्चा हर जगह हुई। दरअसल प्रधानमंत्री मोदी के इस फैन का नाम अशोक कुमार साहनी है। जो कि बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाला हैं। अशोक ने अपने पूरे शरीर को प्रधानमंत्री मोदी के रंग में रंग दिया था। अपने पेट पर प्रधानमंत्री मोदी की पेंटिंग भी बनाई थी। उसके ऊपर नमो-नमो लिखवाया था। सिर पर आगे की तरफ भारत का नक्शा बना था। सिर के पीछे जय हिंद और सिर के दाहिने साइड में स्वच्छ भारत लिखवाया था। हाथ में चाय की केतली और पीठ पर डस्टबिन टांग रखा था।

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