कांग्रेस के तथाकथित युवराज राहुल गांधी अपनी ‘भारत देखो यात्रा’ पर हैं। यह यात्रा इन दिनों राजस्थान में है और राहुल गांधी को इससे कोई मतलब नहीं कि राजस्थान में जंगलराज चल रहा है या कांग्रेस राज। गहलोत के शासनकाल में बढ़ते अपराधों को लेकर न सरकार चिंतित है और न ही राहुल गांधी। आए दिन हो रहे अपराध लोगों को डरा रहे हैं। अपराधियों में पुलिस नामक संस्था का कोई भय नहीं है। सरकारी नुमाइंदे से लेकर मंत्री तक आपस में लड़ रहे हैं। राजस्थान के सियासी संग्राम का कोई हल नहीं निकल रहा है। राजस्थान में इतने दिन में राहुल गांधी ने राजस्थान के हालात सुधारने की दिशा में कुछ नहीं किया। कोई नहीं जानता कि राहुल गांधी इस बेमकसद और बिना कोई प्रभाव छोड़ने वाली यात्रा पर क्यों हैं। राहुल की सौ दिन की यात्रा की कोई उपलब्धि कांग्रेस के नेता, मंत्री गिना नहीं पाते। क्योंकि राहुल गाँधी जो कुछ भी करते हैं, उसका कारण और उद्देश्य न कोई जानता है और न ही किसी को समझ में आता है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की यात्रा दरअसल ऐसी गतिविधि है, जिसका असल में कोई मकसद और औचित्य नहीं है। राहुल की मनमौजी कार्यशैली का एक उदाहरण देना ही काफी होगा। हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों के समय जब कॉन्ग्रेस के कमजोर नेता और कार्यकर्ता गुजरात-हिमाचल में एक मजबूत पार्टी से मुकाबले पर थे, उस वक्त युवराज राहुल राजनीतिक मोह माया से दूर दक्षिण में कहीं चल रहे थे। दिलचस्प यह भी है कि ऐसा कोई पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी पार्टी के लिए बड़े अभियानों की घोषणा करने के बाद राहुल गांधी निजी छुट्टियों पर विदेश क्यों चले जाते हैं। राहुल कहाँ जाते हैं कोई नहीं जानता। कोई नहीं जानता कि राहुल ऐसे घोटालों को मुद्दा क्यों बनाते रहे जो हुए ही नहीं। कोई नहीं जानता राहुल ऐसे मुद्दों पर क्यों चीखते चिल्लाते रहे जिनका कोई अस्तित्व ही नहीं है। ऐसे में राजस्थान में रहकर वे राजस्थान की जनता से जुड़े मुद्दे, उनकी समस्याएं-परेशानियां उठाएंगे, उसकी उम्मीद ही बेमानी है।
यही वजह है कि राजस्थान में चल रहे जंगलराज की किसी को परवाह नहीं है। मुख्ममंत्री से लेकर पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों तक पूरी सरकार ही इन दिनों यात्रा पर निकली हुई है। जिस जनता ने चुनकर उसके राजस्थान की सत्ता में पहुंचाया है, उसकी परेशानियों से किसी को कोई वास्ता नहीं है। मुख्यमंत्री और पूर्व उप मुख्यमंत्री पायलट की जगजाहिर लड़ाई इतनी ज्यादा आगे जा चुकी है कि अब हाईकमान के पास भी उसे खत्म करने का कोई फॉर्मूला नजर नहीं आता। हालात यह हैं कि दो-दो प्रदेश प्रभारी इन दो दिग्गजों की लड़ाई की भेंट चढ़ चुके हैं, लेकिन यह सियासी संग्राम समाधान की ओर जाता नहीं दिखता। बल्कि गाहे-ब-गाहे दोनों नेता एक-दूसरे पर वार करने के बाज नहीं आते। दोनों के समर्थन की राजनीति जब-तब सिर उठा लेती है। गुरुवार को भी दौसा में राहुल गांधी के सामने ही पायलट जिंदाबाद के जोरदार नारे लगे। इशारा साफ था कि प्रदेश की राजनीति में पायलट को आगे लाया जाए।
आइये हाल ही में और राहुल गांधी की यात्रा के दौरान ही राजस्थान की गहलोत सरकार में अपराधों की बुलंद तस्वीर के कुछ उदाहरणों पर गौर फरमाते हैं…
Jungleraj in Rajasthan (News Thread)
Location: Kama (Bharatpur)
Date : 6th Dec 2022Shokeen Khan kidnapped a married lady in daytime. Kids n ladies r in terror n leaving village
1/n pic.twitter.com/JAQaFGTQnl
— Agenda Buster (ST⭐R Boy) (@Starboy2079) December 12, 2022
Bharatpur में दिनदहाड़े विवाहिता का अपहरण, दो गांवों में तनाव पर एक्शन नहीं
बीती छह दिसंबर का मामला है। जुरहरा थाने के गांव नौनेरा निवासी एक विवाहिता अपने पीहर कोसीकलां के गांव तूमेड़ा गई हुई थी। पीहर से वह अपनी ससुराल नौनेरा को लौटते जुरहरा थाना के गांव नगला कुंदन निवासी शौकिन नामक का युवक विवाहिता का अपहरण करके ले गया। जिसका मामला पीहर पक्ष के लोगों ने कोसीकलां के पुलिस थाने में आरोपी के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कराया है। विवाहिता के अपहरण को लेकर नौनेरा व नगला कुंदन के प्रमुख लोगों ने 8 दिसम्बर को पंचायत कर राज्यमंत्री जाहिदा खान से गुहार लगाई। दोनों गांवों में तनाव के बावजूद ग्रामीणों तो अब तक आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है।
पलायन को मजबूर नगला कुंदन के ग्रामीण, भय-डर से बच्चों व महिलाओं ने गांव छोड़ा
आरोपी पक्ष के लोगों ने दो दिन के अंदर विवाहिता की तलाश कर गांव नौनेरा के लोगों को लौटाने की बात कही थी। लेकिन कुछ हुआ नहीं। विवाहिता अपहरण कर्ता से मुक्त नही होने पर नौनेरा के ग्रामीण नाराज हो गए और नगला कुंदन के ग्रामीणों को देख लेने की धमकी दी। जिस पर नगला कुंदन के ग्रामीणों ने भय डर की वजह से अपने बच्चों व महिलाओं को अपनी रिश्तेदारियों में पहुंचा दिया है। अब गांव में केवल बुजुर्ग पुरूष ही रह गए है तथा घरों पर ताले लगे हुए है। गांव नगला कुंदन के ग्रामीणों ने अपने घरों की महिला और बच्चों को सुरक्षा की दृष्टि से अपने रिश्तेदारों व आस-पडोस के गांवों में पहुंचा दिया है। वहीं नगला कुंदन के ग्रामीणों का कहना था कि अपराध तो केवल एक युवक ने किया है। लेकिन पुलिस की लापरवाही से इसका खामियाजा पूरे गांव के लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
Jungleraj in Rajasthan
Kairthal (Alwar)
Date : 7th Dec 2022Talim, Imran, Shahrukh molest dalit girl n threaten to rape her when his father went to Panchayat then Panchayat members beat her father also
2/n pic.twitter.com/ySpUj3PkAa
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Alwar में छेड़छाड़ का विरोध करने पर पंचायत में युवती के ही पिता की पिटाई
अलवर जिले के खैरथल के जालोता गांव में भी लोगों को पंचायत बुलानी पड़ी। मामला सात दिसंबर का है। एक युवती से छेड़छाड़ करने के विरोध में बुलाई गई पंचायत में पुलिस से बेखौफ आरोपी की दबंगई सामने आई। भरी पंचायत में विशेष समुदाय के युवक तालीम व उसके परिजनों ने युवती के पिता की पिटाई कर दी। इस मामले में युवती के पिता ने खैरथल थाने में मामला दर्ज कराया है। खैरथल थानांतर्गत जेलौता में एक दलित युवती के साथ तालीम नामक युवक ने रास्ते में छेड़छाड़ की इस घटना को लेकर युवती के परिजनों द्वारा गांव की पंचायत बुलाकर दोषी युवक के खिलाफ कार्यवाही किये जाने की मांग की। इस पर बेखौफ तालीम ने बजाय अपनी गलती को स्वीकार करने के अपने परिजनों के साथ आकर युवती के पिता श्यामलाल जाटव के साथ भरी पंचायत में मारपीट कर दी। इस मामले में पीड़ित पक्ष के लोगो ने खैरथल थाने पहुंचकर दोषी लोगो के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
Jungleraj in Rajasthan
Dholpur, Hanumangarh
Date : 8th Dec 2022Open firing, attempt to murder n kidnap
Threaten to ki11 MP @hanumanbeniwal3/n pic.twitter.com/v6xJfwHxU6
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Hanumangarh में बेखौफ बदमाशों ने व्यापारी के दफ्तर पर की अंधाधुंध फायरिंग
यह घटना आठ दिसंबर की है। बाइक पर आए 3 नकाबपोश बदमाशों ने हनुमानगढ़ में पिस्तौल से एक व्यापारी की दुकान पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। गोलियां चलाने के बाद बदमाश बाइक पर बैठकर फरार हो गए। इस घटना का VIDEO सामने आया है, जिसमें 2 नकाबपोश फायरिंग करते दिख रहे हैं। उनका तीसरा साथी बाइक स्टार्ट किए खड़ा रहा। बदमाशों कि गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें दबिश की परंपरा पूरी करने में लगी है। इस घटना की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग के रितिक बॉक्सर ने ली है। उसने फेसबुक पोस्ट कर ये फायरिंग करवाने का दावा किया है। व्यापारी से कुछ बदमाशों ने लॉरेंस गैंग के नाम पर 2 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी।
लॉरेंस गैंग के नाम पर जान से मारने की धमकी देकर दो करोड़ रुपए की फिरौती मांगी
इसी व्यापारी इन्द्र हिसारिया को उसके मुनीम के फोन पर जान से मारने की धमकी देकर लॉरेंस गैंग के नाम पर दो करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी। तब मामला भी दर्ज हुआ था। मुनीम रवि कुमार धानका के मोबाइल फोन पर अज्ञात नम्बरों से कई बार फोन आए थे। मगर उसने फोन नहीं उठाया। इसके बाद वॉट्सऐप कॉल आया तो उसने रिसीव कर लिया। बदमाशों ने इसी कॉल पर धमकी दी। इस मामले में श्रीगंगानगर पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया।
अलवर जिले में समुदाय विशेष के लोगों की ओर से की गई पिटाई से एक दलित युवक की मौत हो गई। तब बीजेपी और बसपा गहलोत सरकार पर हमलावर हुई। बीजेपी और बसपा नेताओं ने इस मामले को लेकर गहलोत सरकार के मॉब लिंचिंग एक्ट को लेकर पर भी तंज कसा है कि यह कैसा एक्ट है, जिसमें अब तक एक भी कार्रवाई नहीं की गई है। सरकार की तर्ज पर पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने बहानेबाजी की कि एक्ट के पास होने पर नोटिफिकेशन जारी होता है, लेकिन अभी तक मॉब लिंचिंग एक्ट का नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है। इसलिए मॉब लिंचिंग की धाराओं में मामला दर्ज नहीं किया गया।
Ajmer में बदमाशों से परेशान रेप पीड़िता ने खाया जहर, पुलिस बनी रही मूकदर्शक
अजमेर में एक रेप पीड़िता की इलाज के दौरान मौत हो गई। आरोप है कि गांव के ही दो आरोपी उससे अश्लील हरकत करते और एक दोस्त के साथ भाग जाने का दबाव बना रहे थे। इससे परेशान नाबालिग ने पांच दिन पहले जहर खा लिया था। उसे अजमेर के जवाहर लाल नेहरू (JLN) हॉस्पिटल लाया गया। यहां शुक्रवार (16 दिसंबर) को इलाज के दौरान मौत हो गई। मामला अजमेर जिले के भिनाय थाना क्षेत्र का है। मृतक के बड़े भाई ने भिनाय थाने में 13 दिसंबर को शिकायत में बताया था कि उसकी बहन दसवीं क्लास में पढ़ती है। गांव के रहने वाले कानाराम और तेजूराम उसका पीछा करते हैं। आए दिन उसके साथ अश्लील हरकत और छेड़छाड़ भी करते हैं। भाई का कहना था कि तेजू उसके दोस्त कानाराम के साथ भाग जाने के लिए उसे दबाव बनाता है। 15 साल की नाबालिग ने दोनों बदमाश युवकों की हरकतों से परेशान होकर 11 दिसंबर को जहर खा लिया था। पांच दिन बाद उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
Kota में नहीं थम रहीं घटनाएं, सुसाइड के बाद अब स्टुडेंट की पिटाई का वीडियो वायरल
कोचिंग सिटी कोटा में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के साथ बुरी घटनाएं थम नहीं रही हैं। अब एक कोचिंग स्टूडेंट से दिनदहाड़े बीच सड़क पर पिटाई का वीडियो सामने आया है। कोचिंग जा रहे नाबालिग स्टूडेंट को 7 से 8 लोगों ने घेर कर पीटा। इतना ही नहीं एक साथी वीडियो बनाता रहा। मामला शहर के जवाहर नगर थाना क्षेत्र के महावीर नगर में 14 दिसंबर का है। इधर, इस घटना के बाद बच्चा इतना डर गया है कि वह कोचिंग भी नहीं जा पा रहा है। हनुमानगढ़ निवासी पिता ने बताया कि बेटा 8 महीने से कोटा में रहकर जेईई मेन्स की तैयारी कर रहा था। 14 दिसंबर को वह खाना खाकर कोचिंग के लिए निकला था। 40 से 50 कदम चला होगा कि पीछे से 7 से 8 नकाबपोश बदमाश आए और बेटे को घेर कर मारपीट शुरू कर दी। इससे पहले कोचिंग संस्थानों पर ध्यान न देने के कारण यहां स्टुडेंट के द्वारा सुसाइड के कई मामले सामने आए हैं।
इससे पहले रेपिस्तान बने राजस्थान की साल दर साल बदतर हो रही स्थिति पर प्रियंका गांधी ने भी चुप्पी साध ली थी। यूपी में ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’… का नारा देने वाली प्रियंका गांधी वाड्रा से लेकर सोनिया-राहुल गांधी तक ने गहलोत सरकार की लगातार इस शर्मनाक विफलता पर होंठ सिले हुए हैं। राष्ट्रीय क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़े मुंह चिढ़ाकर बताते हैं कि राजस्थान बच्चियों और महिलाओं से दरिंदगी के मामले में देशभर में पहले स्थान पर है। इतना ही नहीं, रेप के मामले में तो पहले ही नाक कटा चुकी राजस्थान सरकार अब दलितों के खिलाफ अत्याचार के मामले में भी देशभर में दूसरे स्थान पर है। यह स्थिति तब है, जबकि राज्य में हुए दलित अत्याचार के मामले देशभर में पहले ही मुद्दा बन चुके हैं। जालौर में एक दलित मासूम की अपने टीचर की मटकी से पानी पीने के कारण पीट-पीटकर निर्ममता से हत्या कर दी गई थी। बड़ा सवाल यही है कि आखिरकार बढ़ते अपराधों के बीच गहलोत सरकार के खिलाफ कांग्रेस आलाकमान कब एक्शन-मोड में आएगी ??