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टीएमसी विधायक की विवादित टिप्पणी, पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की कौरवों से की तुलना, गुजरात के लोगों को बताया देशद्रोही, थाने में शिकायत दर्ज

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पश्चिम बंगाल में जहां तृणमूल कांग्रेस के गुंडे बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं पर जानलेवा हमला करते हैं, वहीं टीएमसी के नेता बीजेपी के बड़े नेताओं पर जुबानी हमला करते रहते हैं। अब पूर्व मंत्री और टीएमसी विधायक साबित्री मित्रा मुखर्जी ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और अन्य बीजेपी नेताओं की तुलना कौरवों से की है। इस विवादित टिप्पणी को लेकर जब बंगाल के बीजेपी नेताओं ने मुखर्जी से माफी मांगने को कहा तो टीएमसी विधायक ने इससे भी इनकार कर दिया। बीजेपी विधायक अग्निमित्रा पॉल ने कोलकाता के हेयर स्ट्रीट थाने में साबित्री मित्रा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

साबित्री मित्रा के बयान को लेकर मंगलवार (29 नवंबर, 2022) को विधानसभा में हंगामा हुआ। बीजेपी की ओर से स्थगन प्रस्ताव पेश किया गया था, लेकिन अध्यक्ष ने खारिज कर दिया। उसके बाद बीजेपी के विधायकों ने हंगामा मचाया और विधानसभ की कार्यवाही से वॉकआउट किया। सावित्री मित्रा की टिप्पणी का विरोध कर रहे बीजेपी विधायक अग्निमित्रा पॉल ने कहा, अग्निमित्रा ने कहा, “जहां मुख्यमंत्री खुद प्रधानमंत्री का अपमान करते हैं, यह एक राज्य का मामला कैसे हो सकता है?” उन्होंने कहा कि देश के शीर्ष नेताओं के खिलाफ अभद्र भाषा का उपयोग करने की यह संस्कृति टीएमसी नेताओं के संरक्षण में है। हम हैरान हैं कि उनके पास इस तरह की टिप्पणी करने का दुस्साहस कैसे है। दरअसल, ममता बनर्जी इतनी ताकत देती हैं क्योंकि वह खुद इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करती हैं।

दरअसल, टीएमसी की विधायक साबित्री मित्रा मुखर्जी ने रविवार (27 नवंबर, 2022) को मालदा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बंगाल के बीजेपी नेताओं को महाभारत में कौरवों के मुख्य किरदारों की तरह बताया था। उन्होंने कहा, ”मैं अमित शाह जी से कहूंगी, मैं मोदी जी से कहूंगी, मैं पश्चिम बंगाल के अन्य भाजपा नेताओं से कहूंगी कि आप सभी दुर्योधन और दुशासन हैं।”

बीजेपी नेता और विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने साबित्री मित्रा के भाषण का वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया,”ये (साबित्री मित्रा) अपने सर्वोच्च नेता (ममता बनर्जी) के नक्शेकदम पर चलते हुए उन्होंने मालदा में आज एक राजनीतिक रैली से माननीय प्रधानमंत्री और माननीय गृह मंत्री को दुर्योधन और दुशासन बोलकर पुकारा है। लेकिन, गुजरातियों के लिए उनकी नफरत समझ से बाहर है। उन्होंने गुजरात के लोगों को देशद्रोही कहा है।”

जनसभा को संबोधित करते हुए साबित्री मित्रा ने गुजरात के खिलाफ खूब जहर उगला। सुवेंदु अधिकारी ने टीएमसी विधायक का वीडियो शेयर करते हुए एक ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा, ”साबित्री मित्रा जहर उगलती हैं और कहती हैं कि गुजरातियों ने भारत को ब्रिटिश उपनिवेश के रूप में अधीन रखने के इरादे से अंग्रेजों को हथियार मुहैया कराए थे और बापू और पटेल की ‘प्रसिद्ध भूमि’ का भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में कोई योगदान नहीं था।”

टीएमसी के नेता और विधायकों की तरह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने में पीछे नहीं है। 

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान ममता बनर्जी अपना मानसिक संतुलन खो चुकी थी। उन्होंने बौखलाहट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गालियां देने लगी थी। एक राज्य की मुख्यमंत्री होकर ममता बनर्जी जिस तरह एक लोकप्रिय और जनता द्वारा निर्वाचित प्रधानमंत्री के लिए अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल किया था, वो उनकी हताशा का परिचय दे रहा था। ममता बनर्जी अब तक 12 बार प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ बदजुबानी कर चुकी है। आप भी देखिए ममता की बदजुबानी के 12 सबूत…

सबूत नंबर – 12 : पीएम मोदी के लिए ‘साला’ शब्द का इस्तेमाल

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें ममता बनर्जी एक चुनावी सभा को संबोधित कर रही थी। वीडियो में उनके पैर पर लगी चोट साफ दिखाई दे रही थी। ममता ने दक्षिण 24 परगना के पाथर प्रतिमा में चुनावी सभा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अमर्यादित ‘साला’ शब्द का इस्तेमाल किया था। लोगों का कहना था कि एक प्रधानमंत्री के लिए एक मुख्यमंत्री का ऐसा शब्द शोभा नहीं देता है।

सबूत नंबर-11 : मोदी का स्क्रू ढीला

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फिर प्रधानमंत्री मोदी को लेकर विवादित बयान दिया। एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने यहां तक कह दिया था कि प्रधानमंत्री मोदी का स्क्रू ढीला है। ममता बनर्जी ने कहा था, ”औद्योगिक विकास रुक गया है। केवल उनकी (प्रधानमंत्री मोदी की) दाढ़ी बढ़ रही है। कभी-कभी वह खुद को स्वामी विवेकानंद कहते हैं और कभी-कभी अपने नाम के बाद स्टेडियम का नाम बदल देते हैं। उनके दिमाग में कुछ गड़बड़ है। ऐसा लगता है कि उनका पेंच ढीला है।”

सबूत नंबर-10 : पीएम मोदी को कोरोना बताया 

सिलीगुड़ी की रैली में मर्यादा लांघते हुए ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी को कोरोना बताया था। उन्होंने कहा था कि कोविड वैक्‍सीन अब मोदी वैक्‍सीन हो गई है। उन्‍होंने हर जगह अपनी फोटो लगा दी है। कोरोना वैक्सीन के ऊपर भी अपनी फोटो लगा दी है। वो कोरोना वायरस है।

सबूत नंबर-09 : पीएम मोदी को बताया दानव और रावण

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 24 फरवरी, 2021 को हुगली के डनलप मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को लेकर बदजुबानी की थी और मर्यादा की सारी सीमाएं लांघ गई थीं। उन्होंने कहा था कि दो लोग हैं एक रावण और दानव जो मिलकर देश चला रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया।

सबूत नंबर 08 : देश का सबसे बड़ा दंगाबाज 

ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए उन्हें “सबसे बड़ा दंगाबाज” करार दिया था। हुगली जिले के शाहगंज में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पूरे देश में झूठ और नफरत फैला रहे हैं। उन्होंने कहा था, “नरेंद्र मोदी देश के सबसे बड़े दंगाबाज हैं। ट्रंप के साथ जो हुआ, उनके (मोदी के) साथ उससे भी बुरा होगा। हिंसा से कुछ हासिल नहीं किया जा सकता।”

सबूत नंबर-07 : बेशर्म और झूठे 

लोकसभा चुनाव-2019 के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मथुरापुर में एक सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला करते हुए बेशर्म और झूठा तक कह डाला था। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी बेशर्म और झूठे और इन्हें उठक-बैठक कर बंगाल की जनता से माफी मांगनी होगी।

सबूत नंबर- 06 : थप्पड़ मारने का मन 

प्रधानमंत्री मोदी पर कई आपत्तिजनक बयान देने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक और विवादित बयान दे दिया था। 7 मई, 2019 को पुरुलिया के चुनावी रैली में उन्होंने कहा था कि उनका प्रधानमंत्री मोदी को थप्पड़ मारने का मन करता है। ममता ने कहा था, “मैं भाजपा के नारों में विश्वास नहीं रखती। पैसा मेरे लिए कोई मायने नहीं रखता, मगर जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बंगाल आकर कहते हैं कि टीएमसी लुटेरों से भरी पड़ी है तो मुझे उन्हें थप्पड़ मारने का मन हुआ।”

सबूत नंबर-05 : इंच-इंच का बदला

ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी को धमकी भरे अंदाज में कहा था कि मैं इंच-इंच का बदला लूंगी। आपने मुझे और बंगाल को बार-बार बदनाम किया है। ममता बनर्जी ने दक्षिण परगना जिले के बसंती इलाके में एक रैली में कहा था, ”भविष्य में दिन आएंगे जब इंच-इंच का बदला लिया जाएगा। बदला, हत्या कर नहीं लेकिन इसकी कीमत उन्हें चुकानी होगी। आपने कई बार बंगाल और मुझे बदनाम किया है।”

सबूत नंबर- 04 : मोदी को देश से निकाल दो

15 मई, 2019 को मीडिया को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा था कि नरेन्द्र मोदी ने हमको बेइज्जत किया है। अपमान किया है। वो बात कहते हैं हम उसका काउंटर करते हैं। हमको बोलने का भी मौका नही है। अभिव्यक्ति की भी स्वतंत्रता नहीं है। ऐसे ही चलेगा देश में। मेहरबानी करके इसको वोट नहीं दीजिए। मेरे भाइयो, बहने, मोदी को हटाओं, मोदी को देश से निकाल दो।

सबूत नंबर- 03 : बहुत बुरा प्रधानमंत्री

ममता बनर्जी ने 7 मई, 2019 को पुरुलिया के चुनावी रैली में कहा था कि मैंने बहुत से प्रधानमंत्री देखे, लेकिन नरेन्द्र मोदी जैसा प्रधानमंत्री नहीं देखा, जो देश के लिए बहुत बुरा है।

सबूत नंबर-02 : हाथ खून से सने हैं

ममता बनर्जी ने 7 मई, 2019 को विष्णुपर के राधानगर में चुनावी रैली में कहा था कि मोदी तोलाबाज कहते हैं। अगर मैं तोलाबाज हूं तो वे ऊपर से नीचे तक दंगों में मारे गए लोगों के रक्त से सने हैं। ममता ने चक्रवाती तूफान फोनी पर कालिकुंडा में प्रस्तावित बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करने से इनकार करते हुए कहा था कि मैं मोदी को प्रधानमंत्री नहीं मानती। मोदी (एक्सपायरी प्रधानमंत्री) के साथ मंच साझा नहीं करूंगी।

सबूत नंबर-01 : जेल भेजेंगे

लोकसभा चुनाव-2019 के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मथुरापुर में एक सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला करते हुए उन्हें झूठा बताया था और कहा था कि या तो आप प्रमाण दीजिए, फिर हम आपको जेल भेजेंगे। हम ऐसे ही नहीं बोलते हैं। हमारे पास प्रमाण है।

 

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