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अजमेर दरगाह खादिमों के भड़काऊ बयानों-भाषणों के बाद हिंदू नींद से जागे, दरगाह जाने वाले हिंदुओं और पर्यटकों की संख्या घटी, होटलों की कई एडवांस बुकिंग रद्द, बिक्री में भी 70% तक गिरावट

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अजमेर दरगाह के कुछ खादिमों द्वारा हाल ही दिये विवादास्पद और भड़काऊ बयानों और भाषणों ने हिंदुओं की आंखें खोलकर रख दी हैं। करीब 800 साल पुरानी जिस अजमेर दरगाह को धर्मनिरपेक्ष माना जाता था, उसके खादिमों की कट्टर सोच अब जाकर हिंदुओं को डरा रही है। बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नुपूर शर्मा की टीवी डिबेट के बाद बने माहौल का असर अजमेर दरगाह पर पड़ रहा है। दरगाह के तीन खादिमों ने इस्लाम के कथित अपमान करने के लिए ‘सिर काटने’, ‘सिर कलम करने’ और ‘सिर तन से जुदा’ करने जैसे घोर आपत्तिजनक बयान दिए थे। इसके बाद दरगाह में आने वाले हिंदू आगन्तुकों की संख्या लगातार कम हो रही है। कईयों ने अजमेर में एडवांस बुकिंग को रद्द करा दिया है।

नूपुर के समर्थक हिंदू दुकानदारों का आर्थिक बहिष्कार करने का मुस्लिमों का ऐलान
आगन्तुकों में कमी के कारण दरगाह के आसपास व्यापार में 50 से 70 फीसदी की कमी आई है। बिजनेस में ज्यादा नुकसान हिंदू-सिंधी समुदाय के लोगों को उठाना पड़ रहा है। दरअसल, दरगाह के बाजार में नूपुर शर्मा का समर्थन करने वाले हिंदू दुकानदारों का आर्थिक बहिष्कार करने का मुस्लिम कट्टरपंथियों ने ऐलान किया था। इसके चलते जो लोग दरगाह आ भी रहे हैं, वो सिंधी समुदाय के दुकानदारों से कोई सामान नहीं खरीद रहे हैं। काबिलेगौर है कि दरगाह बाजार में सिंधियों की दुकानें बहुतायत में हैं। ऐसे में भड़काऊ बयानों के असर भी उन्हीं पर ज्यादा आया है।अजमेर में होटलों और गेस्ट हाउसों में एडवांस बुकिंग को भी लोगों ने करवाया रद्द
दरगाह के खादिमों के भड़काऊ बयानों का असर यह हुआ कि दरगाह में आने वालों की संख्या में तेजी से गिरावट आ रही है। होटलों और गेस्ट हाउसों में अग्रिम बुकिंग को लेागों ने रद्द करवा दिया है। इससे स्थानीय व्यापारियों का 50 से 70 प्रतिशत तक बिजनेस प्रभावित हुआ है। जो मुश्किल स्थिति का सामना कर रहे हैं, उनमें ज्यादातर हिंदू दूकानदार हैं। तीन खादिमों की गिरफ्तारी के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग भी मानने लगे हैं कि गलत हुआ है। आल इंडिया सूफी सज्जादनाशिन परिषद के अध्यक्ष नसीरूद्दीन चिश्ती ने पीटीआई-भाषा को बताया कि 17 जून को अजमेर दरगाह के मुख्य द्वार से दिये गये भड़काऊ भाषण से अजमेर दरगाह की धर्मनिरपेक्ष छवि को ठेस पहुंची है।

ऐसा भड़काऊ भाषण देने की इजाजत किसी को नहीं, जिसमें हिंसा की बात हो: मुराद
दरगाह के एक खादिम मुसब्बिर ने कहा, ‘‘इस तरह के कृत्य के कारण दरगाह में लोगों की भीड़ पर असर पड़ा है। विश्वास बहाली के उपाय किए जा रहे हैं। दरगाह में दुनिया के कई हिस्सों से कई राष्ट्र प्रमुख, राजनेता, मशहूर हस्तियां, व्यापारी लोग आदि अक्सर आते रहते है। मौजूदा माहौल पर चिंता जताते हुए अभिनेता रजा मुराद ने कहा कि किसी को भी ऐसा भड़काऊ भाषण देने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए, जिसमें हिंसा की बात हो। अभिनेता ने कहा कि अजमेर की भूमि ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती की शिक्षाओं के लिये जानी जाती हैं।

सिंधी और हिंदू दुकानदारों की बिक्री में 70 प्रतिशत के अधिक का आई गिरावट
दरगाह के आसपास करीब 10,000 दुकानें, भोजनालय, गेस्ट हाउस और होटल है तथा अधिकतर दुकानों का संचालन हिंदू करते हैं। स्थानीय बाजार संघ के अध्यक्ष और दरगाह बाजार में होटल मालिक होतचंद ने भाषा को बताया कि कहा इस तरह के विवादास्पद बयानों के कारण बाजार में कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। खादिमों के भाषणों से हर दुकानदार को नुकसान हुआ है। एक अन्य कारोबारी जोदा टेकचंदानी ने कहा कि दरगाह बाजार में अधिकतर दुकानों का संचालन हिन्दू समुदाय के लोग विशेषकर सिंधी समाज के लोग करते हैं। उन्होंने कहा कि इन भाषणों के कारण लोग और दुकानदार भयभीत हैं और पिछले दिनों में बिक्री में 70-80 प्रतिशत की गिरावट हुई है।

अब तक भड़काऊ भाषण देने के मामले में दरगाह के तीन खादिम समेत 6 गिरफ्तार
दरगार के एक खादिम ने बताया, ‘‘नियमित रूप से यहां आने वालों की संख्या करीब 30 हजार है, लेकिन अब इसमें काफी गिरावट देखी जा रही है। अजमेर जिला कलेक्टर अंशदीप के मुताबिक सांप्रदायिक सौहार्द्र के लिए अजमेर में सर्वसमाज शांति मार्च निकाला गया था। इसमें हिंदू और मुस्लिम समाज के विभिन्न समुदायों के धर्मगुरूओं ने भाग लिया। अजमेर पुलिस ने विभिन्न भड़काऊ भाषण के मामलों में अजमेर दरगाह के खादिम गौहर चिश्ती, खादिम सलमान चिश्ती समेत तीन आरोपी खादिमों और तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है।

गहलोत सरकार की सख्त कार्रवाई के अभाव में भड़काऊ बयानों के हो रहा माहौल खराब
बीजेपी प्रवक्ता रहीं नुपूर शर्मा का टीवी डिबेट के बाद राजस्थान उदयपुर-बूंदी से लेकर अजमेर तक लगातार सुर्खियों में है। उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की नृशंस हत्या दिल दहलाने वाली थी। इसमें कई मुस्लिमों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसके बाद भी माहौल खराब करने वाले स्वर अलग-अलग जगहों से उठ रहे हैं। पुलिस ने पिछले दिनों बूंदी में मुस्लिम समुदाय के व्यक्ति को गिरफ्तार किया। इस बीच अजमेर में दरगाह से जुड़े लोगों के विवादित बयान आग में घी का काम कर रहे हैं। गहलोत सरकार के सख्त एक्शन ने लिए जाने से ऐसे समाजकंटकों को हौसले बुलंद हो रहे हैं। वह तो सीएम गहलोत के साथ फोटो खिंचा रहे हैं।

खादिम के बेटे ने भी भड़काने वाले वीडियो में देवी-देवताओं का किया अपमान
राजस्थान के अजमेर में स्थित मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह इन दिनों लगातार विवादों से घिरी हुई है। पहले दरगाह के खादिम सलमान चिश्ती का बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा को लेकर विवादित बयान सामने आया था। अभी इसे लेकर विरोध ठंडा भी नहीं पड़ा था कि दरगाह की अंजुमन कमेटी के सचिव सरवर चिश्ती ने भी भड़काऊ बयान दे डाला। वहीं अब सरवर चिश्ती के बाद उसके बेटे और दरगाह से जुड़े खादिम आदिल चिश्ती का बेहद विवादित वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वो हिंदू धर्म के देवी-देवताओं पर बहुत आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहा है। यह चौथा मामला है जब दरगाह से जुड़े किसी खादिम का वीडियो वायरल हुआ है। आदिल चिश्ती का वीडियो 23 जून को सोशल मीडिया पर वायरल किया था, लेकिन पुलिस प्रशासन की ओर से अब तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई है।

आदिल का विवादित वीडियो वायरल, पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की
अभी हाल ही में दरगाह की अंजुमन कमेटी के सचिव सरवर चिश्ती ने भी भड़काऊ बयान दिया था। ऐसे बयानों पर रोक न लगी तो अब इन्हीं चिश्ती के बेटे आदिल चिश्ती ने और ज्यादा आपत्तिजनक बयान दे डाला है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक आदिल चिश्ती का यह विवादित बयान बीते 23 जून से वायरल है। आदिल चिश्ती इस वीडियो के माध्यम से नूपुर शर्मा से सवाल पूछ रहा है। बताया जा रहा है कि आदिल चिश्ती खुद के यूट्यूब चैनल पर विवादित वीडियो डालता है और उसके लिंक सोशल मीडिया पर वायरल करता है।

नूपुर शर्मा से सवाल- हिंदुओं के 333 करोड़ देवताओं का अस्तित्व कैसे माना जाए
विवादित बयान में आदिल ने कहा, “मैं नूपुर शर्मा से सवाल करता हूं कि हिंदुओं के 333 करोड़ देवताओं का अस्तित्व कैसे माना जाए. एक खुदा तो समझ आता है. लेकिन अगर एक इंसान को हजार साल की भी जिंदगी मिले तो वो 333 करोड़ खुदाओं को राजी नहीं कर सकता. विष्णु भगवान के दस अवतार बताए जाते हैं. इसका लॉजिक क्या है? वो इंसान, जानवर और आधे इंसान-आधे जानवर के रूप में हैं, ये कैसे लॉजिकल है? ऐसे ही श्री गणेश और हनुमान को कैसे जस्टिफाई किया जाएगा.”

अन्याय के खिलाफ मुस्लिम इतना बड़ा आंदोलन करेंगे कि पूरा देश हिल जाएगा
इस वीडियो को लेकर मीडिया ने आदिल चिश्ती के पिता सरवर चिश्ती से बात की तो उन्होंने अपने बेटे के बचाव में अनर्गल प्रलाप किया। इससे पहले खुद सरवर चिश्ती का एक वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में चिश्ती ने कहा था कि अन्याय के खिलाफ मुस्लिम समुदाय के लोग इतना बड़ा आंदोलन करेंगे कि पूरा देश हिल जाएगा। वहीं ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती दरगाह के एक और खादिम सलमान चिश्ती का भी वीडियो वायरल हुआ था। सलमान चिश्ती ने विवादित बयान में कहा था कि जो कोई भी नूपुर शर्मा का सिर कलम करेगा, उसे वो अपना घर देगा। पुलिस ने सलमान चिश्ती को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस के मुताबिक, सलमान चिश्ती दरगाह पुलिस थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है।

 

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