प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने कोरोना संकट के दौरान देश के किसानों के कल्याण के लिए कई कदम उठाए हैं। इससे देशभर के किसानों में जहां उत्साह है, वहीं वे प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अपना आभार भी जता रहे हैं। जोधपुर में किसानों के गेहूं की कटाई के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अपने अगाध प्रेम को दर्शाते हुए खेत पर ही फसल से उनका नाम लिख दिया। सोशल मीडिया पर ये फोटो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है।
देश के अन्नदाताओं द्वारा PM @narendramodi जी के प्रति अगाध सम्मान और स्नेह को प्रतिबिंबित करती तस्वीर।
ओसियां, जोधपुर के जाखड़ कृषि फार्म ने गेहूं कटाई के समय “मोदी” लिखकर देश के करोड़ों किसानों द्वारा #Covid_19 संकट में प्रधानमंत्री जी द्वारा उठाए गये कदमों के प्रति आभार जताया। pic.twitter.com/ORevnoIzST— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) April 18, 2020
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी इस फोटो को अपने ट्वीटर एकाउंट से शेयर किया है। उन्होंने लिखा है, ‘देश के अन्नदाताओं द्वारा PM मोदी जी के प्रति अगाध सम्मान और स्नेह को प्रतिबिंबित करती तस्वीर।’ उन्होंने आगे लिखा, ‘ओसियां, जोधपुर के जाखड़ कृषि फार्म ने गेहूं कटाई के समय “मोदी” लिखकर देश के करोड़ों किसानों द्वारा कोविड 19 संकट में प्रधानमंत्री जी द्वारा उठाए गये कदमों के प्रति आभार जताया।’ देशभर में लोगों ने सोशल मीडिया पर पीएम मोदी के प्रति इस सम्मान और प्रेम की तारीफ की है।
#यह_तस्वीरें देखकर मुझे जितनी आज #खुशी हुई उतनी शायद ही पहले कभी हो ही होगी #जय_किसान ,जय मोदी जी। ???? pic.twitter.com/IZ3Gtn61dn
— Prem Jany Osian⏺ (@Premjany36) April 18, 2020
।।अखण्ड भारत के ” अन्नदाता ” का ज़ज्बा…. प्रधानमंत्री जी द्वारा उठाये गये कदमों के प्रति आभार जताते हुऐ…. जय हिंद…. जय किसान…. “” जय मोदी जी “”….।।
— Dinesh BENIWAl (@DineshB39503455) April 18, 2020
जय जवान जय किसान
— triloki dandotiya (@dandotiyatrilok) April 18, 2020
जबतक श्री नरेन्द्र जी मोदी के जैसे लोग है हमारा देश की तरक्की होगी जय हिंद जय भारत माता की जय हो हिदुस्तान जिन्दाबाद हैं ओर जिन्दाबाद रहेगा नमस्कार शा
— Narayan prakash agarwal (@Narayan34548332) April 18, 2020
जय जवान जय किसान
अन्नदाता को शत् शत् नमन।— कैलाश माली अरठवाडा (@kailashmali47) April 18, 2020
जाहिर है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 20 अप्रैल के लॉकडाउन में छूट देते हुए खेती-किसानी, बागवानी क्षेत्र से जुड़ों लोगों को कामकाज में कई राहत प्रदान की हैं। इससे पहले भी लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी किसानों को कल्याण के लिए कई कदम उठा चुके हैं। डालते हैं एक नजर-
कोरोना संकट के बीच कृषि क्षेत्र की मदद को प्रतिबद्ध सरकार
अगर यह कहा जाए कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की नीति देश के किसान आधारित और गरीबों के कल्याण के प्रति समर्पित है तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। वैश्विक महामारी कोरोना के कारण देश में लगे संपूर्ण लॉकडाउन जैसे संकटकाल के दौरान भी इस सरकार ने कभी देश के आधार रहे कृषि क्षेत्र की अनदेखी नहीं की। इस विकट संकट के समय में पीएम मोदी के नेतृत्व में यह सरकार कृषि क्षेत्र की मदद को प्रतिबद्ध रही है।आज ही केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने देश के किसानों के हित में किसान रथ मोबाइल ऐप लॉन्च किया है ताकि किसानों को अपने कृषि उत्पाद के परिवहन में सहूलियत हो। कोरोना वायरस के प्रकोप से न केवल भारत बल्कि समस्त संसार के सामने एक बड़ी त्रासदी खड़ी हो गई है। इस महामारी ने न केवल मानवीय हानि पहुंचाई है बल्कि आर्थिक हानि भी पहुंचाई है। इससे न केवल भारत की बल्कि पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था को चौपट कर के रख दिया है। कृषि क्षेत्र को मिली वैश्विक चुनौती से भारत भी अछूता नहीं रहा। सरकार ने भले ही नीतिगत कदम के तहत दूसरी बार लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला किया हो लेकिन इस सब के बीच पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार ने कृषि क्षेत्र को उबारने में जो मदद की है वह अपने आप में सराहनीय है।
कृषि उत्पादों की खरीद वाली संस्थाओं को मिली छूट
किसानों के ऋण के बोझ को किया कम
सरकार ने इस संकट के समय में किसानों को कई प्रकार की छूट देने का फैसला किया है। असल में यह सरकार किसान और गरीबों के दुखों को समझने वाली है। पीएम मोदी की सरकार ने इस विकट परिस्थिति में न केवल किसानों के ऋण के बोझ को कम किया है बल्कि किसानों को अतिरिक्त ब्याज देने से बचाने के लिए पुनर्भुगतान अवधि को भी बढ़ाने का निर्णय किया है।
पीएम मोदी के नेतृत्व चलने वाली यह पहली सरकार है जो कृषि और किसान को अपनी प्राथमिकता में रखती है। केंद्र सरकार ने किसानों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए राज्य सूची में शामिल किसान के मामलों पर राज्य सरकारों से बात कर उनकी सुविधा सुनिश्चित करने की पहल की है। मोदी सरकार ने ने राज्यों से किसानों, एफपीओ, सहकारी समितियों द्वारा प्रत्यक्ष बिक्री की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने और उन्हें थोक विक्रेताओं और बड़े खुदरा विक्रेताओं को उनके पारिश्रमिक के अनुरूप सीधा उपज बेचने की अनुमति देने का अनुरोध किया है।
एग्री-गोल्ड खातों को बदलने का समय बढ़ाया
पीएमकेवाई के तहत किसानों को दिए 15,841 करोड़ रुपये
पीएमजीकेवाई के तहत 1.7 लाख करोड़ के राहत पैकेज
मनरेगा मजदूरी बढ़ाने का किया फैसला
किसान रथ मोबाइल एप लॉन्च