दिल्ली शराब घोटाला मामले में सुप्रीम कोर्ट ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत दे दी है। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्जवल भुइंया की पीठ ने उन्हें सीबीआई मामले में जमानत दी है। जमानत पर बाहर आने के लिए अरविंद केजरीवाल को 10 लाख रुपये के मुचलके भरने होंगे। केजरीवाल को जमानत देने के साथ ही जस्टिस सूर्यकांत ने यह भी कहा कि सीबीआई की ओर से उनकी गिरफ्तारी वैध है। कोर्ट ने यह भी कहा कि केजरीवाल की गिरफ्तारी कानूनी थी और इसमें कोई प्रक्रियागत अनियमितता नहीं थी।
The court has confirmed Kejriwal’s arrest was legal, proving he’s not just accused but corrupt beyond doubt!
Banned from his own office, unable to sign files or even speak on his role—this is the downfall of the most corrupt CM in Delhi’s history.#ArvindKejriwal pic.twitter.com/fdXaFqmTTl
— Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) September 13, 2024
सुप्रीम कोर्ट ने सीएम केजरीवाल को जमानत तो जरूर दे दी है, लेकिन कुछ शर्तें भी लगाई हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ईडी मामले में मिली जमानत पर लागू शर्तें इस मामले में भी लागू होंगी। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में साफ कहा है कि जमानत मिलने के बाद भी सीएम अरविंद केजरीवाल न तो मुख्यमंत्री कार्यालय और न ही सचिवालय जा सकेंगे। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा है कि केजरीवाल किसी भी सरकारी फाइल पर दस्तखत नहीं कर पाएंगे।
जमानत मिली है अपराध मुक्त नहीं हुए हैं केजरीवाल pic.twitter.com/DwNNycIjTf
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) September 13, 2024
सुप्रीम कोर्ट ने जमानत देते हुए भले ही केजरीवाल के हरियाणा चुनाव में प्रचार करने पर रोक नहीं लगाई है, लेकिन कहा है कि अपने केस को लेकर वो कोई बयानबाजी नहीं करेंगे। साथ ही वो दिल्ली शराब नीति से जुड़े मामले में अपनी भूमिका के बारे में भी कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। जमानत के शर्तों में यह भी कहा गया है कि केजरीवाल केस से जुड़े किसी भी आधिकारिक फाइल तक पहुंच नहीं रखेंगे और इस मामले के किसी भी गवाह से बातचीत नहीं करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा है कि जरूरत पड़ने पर ट्रायल कोर्ट में पेश होंगे और जांच में सहयोग करेंगे।
दिल्ली शराब नीति से जुड़े CBI केस में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत मिल गई है। कोर्ट ने CBI की गिरफ्तारी को नियमों के तहत बताया। जानिए कोर्ट ने किन शर्तों पर केजरीवाल को जमानत दी #ArvindKejriwalBail #SupremeCourtOfIndia https://t.co/qu0DJeQxER pic.twitter.com/9QAd8Ul3UK
— Dainik Bhaskar (@DainikBhaskar) September 13, 2024
सुप्रीम कोर्ट से शर्तों पर मिली जमानत की चर्चा सोशल मीडिया पर जमकर हो रही है। लोग शर्तों को लेकर केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के संयोजक पर तंज कस रहे हैं।
घोटालेबाज केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने शर्तिया बेल दी और इधर आम आदमी पार्टी जश्न मना रही है. लेकिन कोर्ट ने कहा है कि,
– केजरीवाल न तो मुख्यमंत्री कार्यालय और न ही सचिवालय जा सकेंगे।⁰
– किसी भी सरकारी फाइल पर तब तक दस्तखत नहीं करेंगे जब तक ऐसा करना जरूरी न हो।
– ⁰अपने ट्रायल… pic.twitter.com/ynYt7jFPxT— Vijender Gupta (@Gupta_vijender) September 13, 2024
केजरीवाल को सर्वोच्च न्यायालय ने सशर्त ज़मानत दी हैं कोर्ट ने स्पष्ट कहा हैं कि केजरीवाल की गिरफ़्तारी और आरोप वैध हैं उन पर मुकदमा चलेगा।
शर्त के अनुसार केजरीवाल सीएम के दायित्व का निर्वहन नहीं कर सकते हैं अगर थोड़ी भी गरिमा हैं उनमें, तो उनको तुरंत इस्तीफ़ा दे देना चाहिए। pic.twitter.com/c27motqopj
— Vijay Goel (@VijayGoelBJP) September 13, 2024
एक आरोपी को बेल मिल रहा है.. वो CM हैं पर कोर्ट कहती है फाइल साइन नहीं कर सकते.. CM कार्यालय नहीं जा सकते.. फिर कुर्सी से चिपके ही क्यों हैं #SupremeCourtOfIndia #KejriwalFailsDelhi #Kejriwal pic.twitter.com/PPKBX8L5KO
— Manoj Tiwari (@ManojTiwariMP) September 13, 2024
ये किसी कुख्यात अपराधी की नहीं बल्कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जमानत की शर्तें है। जब कार्यालय नहीं जा सकते, फाइल पर साइन नहीं कर सकते, तो मुख्यमंत्री क्यों बने हुए हैं? दिल्ली के लोगों की मेहनत की कमाई से बने आलीशान बंगले में रहेंगे और काम कुछ नहीं करेंगे। क्यों?… pic.twitter.com/q5VEkeUE93
— Amit Malviya (@amitmalviya) September 13, 2024
#SupremeCourtOfIndia ने अरविंद केजरीवाल को जमानत दे दी पर ना वो ऑफिस जा सकते ना कोई बयान बाज़ी कर सकते
इनका हरियाणा में भी वही हाल होगा जो लोकसभा चुनाव में दिल्ली में हुआ था।
इनकी चालबाजियों से लोग त्रस्त हो चुके हैं।#ArvindKejriwal pic.twitter.com/9gDLudy0d3
— pardeep jakhar (@jakharpardeep) September 13, 2024
केजरीवाल की जेल से निकलने की एक शर्त यह भी है कि वो मुख्यमंत्री कार्यालय और सचिवालय नहीं जा सकते, न ही किसी फाइल पर साइन कर सकते हैं। नैतिकता के आधार पर केजरीवाल को इस्तीफा दे देना चाहिए। pic.twitter.com/2GqqcKS5Ax
— Vaishali Poddar (@PoddarVaishali) September 13, 2024