कांग्रेस नेता राहुल गांधी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ निकाल रहे हैं। लेकिन अपनी इस यात्रा में वह जिस तरह के लोगों से मिल रहे हैं और जो लोग उनकी इस यात्रा में शामिल हो रहे हैं उससे पता चलता है कि यह भारत जोड़ो यात्रा नहीं बल्कि भारत तोड़ो यात्रा है। उनकी इस यात्रा में गुजरात और विकास विरोधी मेधा पाटकर, किसान विरोधी योगेंद्र यादव, देश विरोधी कन्हैया कुमार के शामिल होने से सवालिया निशान उठ रहे हैं। इसके साथ ही वे इस यात्रा में हिंदू धर्म विरोधी जॉर्ज पोन्नैया से मिलते हैं। इतना ही नहीं, मध्य प्रदेश में यात्रा के दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे तक लगे। अब इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि यह यात्रा जोड़ने के लिए है या तोड़ने के लिए है।
ये रिश्ता क्या कहलाता है ? pic.twitter.com/RGLIuUMvWx
— Social Tamasha (@SocialTamasha) November 29, 2022
गुजरात और विकास विरोधी मेधा पाटकर
नर्मदा परियोजना पर अड़ंगा लगाने वाली, विकास विरोधी मेधा पाटकर महाराष्ट्र में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुईं। ये वही मेधा पाटकर हैं जिन्होंने लंबे समय तक नर्मदा परियोजना पर अड़ंगा लगाया। वह 28 मार्च 2006 को नर्मदा नदी पर बन रहे बांध के विरोध में भूख हड़ताल पर भी बैठी। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में नर्मदा पर बन रहे बांध के निर्माण को रोकने के लिए याचिका भी दायर की। यानी गुजरात के विकास में रोड़ा अटकाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी। पीएम नरेंद्र मोदी ने राजकोट के धोराजी में एक चुनावी रैली के दौरान कहा था कि आपने नर्मदा परियोजना का विरोध करने वाले लोगों के संग एक कांग्रेसी नेता की तस्वीर अखबारों में देखी होगी। उन्होंने कहा, ‘नर्मदा परियोजना पर अड़ंगा लगाने वाले लोगों के बारे में सोचें, नर्मदा कच्छ और सौराष्ट्र में हमारे लोगों के लिए पीने के पानी का इकलौता जरिया थी। तीन दशकों तक उस पानी को रोकने के लिए वे अदालत गए, आंदोलन किए। उन्होंने गुजरात को बदनाम करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी। नतीजा ये हुआ कि विश्व बैंक सहित दुनिया में कोई भी गुजरात को पैसा उधार देने के लिए तैयार नहीं हुआ। कल कांग्रेस के एक नेता उस बहन के कंधे पर हाथ रखकर पदयात्रा पर निकले थे जिसने इस आंदोलन की अगुवाई की थी।’ देश में और खासकर गुजरात में मेधा पाटकर के कारण विकास की कई परियोजनाएं या तो ठप हो गईं या काफी देर से पूरी हुईं। मेधा पाटकर के नर्मदा बचाओ आंदोलन के कारण ही बांध का काम कई वर्षों तक रुका रहा और करोड़ों लोग पानी के लिए तरसते रहे।
राहुल गांधी के सामने जीसस क्राइस्ट को असली भगवान बताते हुए हिन्दू देवी देवताओं से तुलना कर रहे हैं पादरी…
और राहुल गांधी हिला रहे हैं सिर…
क्या हिंदुओं का अपमान करने का ठेका लिया है?? pic.twitter.com/2Gc9wJdvaL— Ravi Bhadoria (@ravibhadoria) September 10, 2022
राहुल गांधी के सामने पादरी जॉर्ज पोन्नैया ने हिंदू देवी-देवताओं का किया अपमान
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान 9 सितंबर 2022 को हिंदू विरोधी टिप्पणियों के लिए कुख्यात पादरी जॉर्ज पोन्नैया से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान हुई एक चर्चा की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई। इसमें देखा जा सकता है कि जीसस के बारे में पूरी चर्चा हो रही है। पादरी राहुल गांधी को समझा रहे हैं कि यीशु ही असल में ईश्वर हैं। पोन्नैया ने हिंदू धर्म में पूजी जाने वाली निराकार शक्ति को ईश्वर मानने से इनकार करते हुए कहा- भगवान खुद को असली इंसान के रूप में पेश करते हैं… शक्ति के रूप में नहीं… इसलिए हम व्यक्ति के तौर पर भगवान को देख पाते हैं। खुद को जनेऊधारी बताने वाले राहुल गांधी को हिंदू देवताओं के ऐसे अपमान पर वीडियो में चुपचाप बैठे पादरी की बातों को सुनते देखा जा सकता है। पादरी ये दर्शाते रहते हैं कि जीसस ही असली भगवान हैं जबकि हिंदू देवता काल्पनिक हैं। लेकिन राहुल इस पर कुछ नहीं बोलते। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि यह राहुल गांधी का नफरत जोड़ो अभियान है। आज उन्होंने जॉर्ज पोन्नैया जैसे इंसान को भारत जोड़ो यात्रा का पोस्टर बॉय बनाया है, जिसने हिंदुओं को धमकी दी, उन्हें चुनौती दी और भारत माता के बारे में आपत्तिजनक बातें कहीं। कांग्रेस का हिंदू-विरोधी होने का पुराना इतिहास है।
नाम – कन्हैया कुमार
कार्य – देश विरोधी नारे लगाना + 5-10 किमी यात्रा
वेतन – रहना + खाना + किराया— हिंदुत्व साम्राज्य (@ErkasanaDeepak) October 8, 2022
देशद्रोह के आरोपी और सेना का अपमान करने वाले कन्हैया कुमार
भारत जोड़ो यात्रा में शामिल कन्हैया कुमार पर देश विरोधी बयान के आरोप लगते रहे हैं। 2015 में जेएनयू (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय) छात्रसंघ के अध्यक्ष पद के लिए कन्हैया कुमार चुने गए थे। 9 फरवरी 2016 को जेएनयू में एक कश्मीरी अलगाववादी मोहम्मद अफजल गुरु को फांसी के खिलाफ एक छात्र रैली में राष्ट्रविरोधी नारे लगाने के आरोप में देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था। 2 मार्च 2016 में अंतरिम जमानत पर रिहा किया गया। कन्हैया कुमार की अगवानी में ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ और ‘अफजल हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं’ के नारे लगाने के आरोप लगे थे। कन्हैया कुमार ने भारतीय सेना के खिलाफ 8 मार्च 2016 को दिल्ली में विवादित बयान दिया था। कन्हैया ने कश्मीर का जिक्र करते हुए कहा था कि कश्मीर में सेना महिलाओं से बलात्कार करती है। सुरक्षा के नाम पर जवान महिलाओं का बलात्कार करते हैं। कन्हैया ने कहा कि कश्मीर में सेना महिलाओं पर अत्याचार करती है। उन्होंने कहा कि वे सुरक्षाबलों का सम्मान करते है। लेकिन जब उन्होंने कश्मीर का जिक्र किया तो सेना पर आरोप लगाते हुए कह दिया कि वहां सेना बलात्कार करती है।
किसी ने सोचा था की ये लोग (प्रशांत भूषण,योगेंद्र यादव) कभी कांग्रेस या राहुल गांधी के साथ चलेंगे। ये ही भारत जोड़ो यात्रा और राहुल गांधी की उपलब्धि है।#BharatJodoYatra pic.twitter.com/0pn7C7ZIWc
— Ajay Jha (@Ajay_reporter) November 6, 2022
किसान विरोधी योगेंद्र यादव भारत जोड़ो यात्रा में शामिल
किसान विरोधी योगेंद्र यादव भी भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हो चुके हैं। योगेंद्र यादव ने कहा कि जो लोग देश जोड़ने की बात कर रहे हैं मैं उनके साथ हूं। मैं कांग्रेस का कार्यकर्ता नहीं हूं, लेकिन देश में जो नफरत फैली है उससे लड़ने के लिए आज इस यात्रा को समर्थन देने की जरूरत है। कांग्रेस पार्टी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में हिस्सा लेने से जुड़े सवाल पर योगेंद्र यादव ने कहा, “मैं बिल्कुल कांग्रेस का नहीं हूं बल्कि मैं तो अपनी पार्टी का बिल्ला लगा के चल रहा हूं। मैं यहां आज इसलिए हूं क्योंकि जो लोग देश को तोड़ने की बजाय जोड़ने का काम कर रहे हैं, मैं उनके साथ हूं। कल अगर कोई और पार्टी भी ऐसी कोशिश करेगी तो उसको भी समर्थन देंगे।” किसान आंदोलन को लेकर योगेंद्र यादव ने एक इंटरव्यू में बड़ी बात कह दी। उन्होंने इस आंदोलन को चुनावी स्टंट तक कह डाला। चुनाव विश्लेषक, किसान नेता व सामाजिक कार्यकर्ता रहे यादव ने कहा कि उन्होंने और राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन के माध्यम से भाजपा को हराने के लिए एक अच्छा क्रिकेट मैदान बनाया था, लेकिन विपक्ष ने अच्छी गेंदबाजी नहीं की और वह इसका लाभ नहीं उठा सका। ने कहा, ‘राकेश टिकैत और मैंने पूरे यूपी का दौरा किया। चुनाव के खिलाड़ी हम नहीं हैं। क्रिकेट की बात करें तो हमारा काम था रोलर चलाना। हमने रोलर चलाया। हमने रोलर इसलिए चलाया कि फास्ट बॉल को मदद मिले, लेकिन बॉलिंग करना हमारा काम नहीं था।’ यादव का कहना था उन्होंने किसान आंदोलन के जरिए भाजपा के खिलाफ जमीन तैयार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन इसके बाद भी यूपी में भाजपा की मुख्य प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी ने अपनी भूमिका ठीक से नहीं निभाई।
ये कैसी भारत-जोड़ो यात्रा, जिसमे राष्ट्र विरोधी भारत-तोड़ो मानसिकता। https://t.co/cFlk67K9mz
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) November 25, 2022
भारत जोड़ो यात्रा में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे
बीजेपी नेताओं ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने का एक वीडियो शेयर कर कांग्रेस पर निशाना साधा है। बीजेपी के नेशनल इंफर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट के इंचार्ज अमित मालवीय के ट्वीट को रीट्वीट कर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर सवाल उठाए हैं। सिंधिया ने ट्वीट किया कि ये कैसी भारत जोड़ो यात्रा, जिसमें राष्ट्र विरोधी भारत तोड़ो मानसिकता।
From Digvijaya Singh, who blamed RSS for 26/11, and is Gandhi family’s nominee to be the CP to Rijil Makutty, who butchered a calf on street, and was Rahul Gandhi’s companion on his Bharat “Jodo” Yatra, Congress is not even making an attempt to conceal its hate for the Hindus… pic.twitter.com/fqaA2zHc0d
— Amit Malviya (@amitmalviya) September 30, 2022
राहुल की यात्रा में दिखा गौ हत्यारा रिजिल मकुट्टी
राहुल गांधी की पदयात्रा में गाय को मारने वाले रिजिल मकुट्टी भी साथ दिखाई दिया। सोशल मीडिया पर शेयर किए वीडियो में देखा जा सकता है कि एक तरफ जहां रिजिल मकुट्टी सरेआम दिनदहाड़े गौ हत्या करते देखा गया वहीं दूसरी ओर वह राहुल गांधी के साथ पदयात्रा में दिखाई दे रहा है। इसी शख्स को 2017 में बीफ बैन के विरोध में सरेआम एक बछड़े को मारने के चलते पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।
From patronising a controversial Christian Pastor to glorifying the Hijab, CONgress co-owner Rahul Gandhi is doing everything to prove that he and his party survive on "appeasement politics".
Bharat Jodo Yatra is nothing but a COMMUNAL YATRA to save the sinking "Fake Gandhis". https://t.co/h2Zj3a7POU
— C T Ravi ?? ಸಿ ಟಿ ರವಿ (@CTRavi_BJP) September 20, 2022
भारत जोड़ो यात्रा में हिजाब का समर्थन
भारत जोड़ो यात्रा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी धार्मिक कट्टरपंथियों का समर्थन कर बच्चियों के हिजाब पहनने का समर्थन करते नजर आए। हिजाब मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान हिजाब वाली बच्ची के साथ घूमना बता रहा था कि राहुल गांधी इस मामले में चिंगारी को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति को कभी छोड़ना नहीं चाहते। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी की एक फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई जिसमें वह एक हिजाब पहने छोटी बच्ची का हाथ पकड़ कर चलते हुए नजर आ रहे हैं। एक तरफ सुप्रीम कोर्ट में हिजाब को सुनवाई हो रही तो दूसरी तरफ राहुल गांधी हिजाब का प्रसार-प्रचार करते नजर आए।
हिंदुत्व को खुलेआम 'उग्र'और ‘कुरूप' बदसूरत बोला जा रहा है..
जयराम रमेश और दिग्विजय सिंह का भी चेहरा देख लो। pic.twitter.com/dXGzS1rm5y
— Dr. Richa Rajpoot (@doctorrichabjp) November 24, 2022
हिंदुत्व उग्र और कुरूप कहकर बदनाम किया गया
मध्यप्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हिंदुत्व के खिलाफ बयान दिया गया। भारत जोड़ो यात्रा की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता जयराम रमेश और दिग्विजय सिंह की मौजूदगी में यात्रा में अंशुल त्रिवेदी ने हिन्दुत्व को कुरूप की संज्ञा दी। अंशुल ने बुरहानपुर में हुई प्रेस कांफ्रेस में कहा कि मेरा छात्र आंदोलन में पहले से योगदान रहा है। निर्भया आंदोलन के समय हम सड़कों पर थे। निर्भया के संघर्ष से बिलकिस बानो के जजमेंट तक सत्ता का कुरूप चरित्र सबके सामने है। जब सत्ता कुरूप हो जाती है, बहरी हो जाती है तब नागरिकों को सड़क पर उतरना पड़ता है। वही उसका धर्म होता है। यही धर्म निभाने के लिए हमलोग सामने हैं। उग्र और कुरूप के हिंदुत्व के सामने राहुल गांधी बंधुत्व की राजनीति खड़ी कर रहे हैं। उस बंधुत्व की राजनीति का सोल्जर बनकर मैं भारत यात्री बना हूं।
राहुल गांधी ने #वीर_सावरकर की चिट्ठी के जिन शब्दों को लेकर उन पर हमला बोला, वही शब्द गांधी जी ने अंग्रेजों के लिए लिखे थे।
सावरकर पर हमला करके गांधी जी की भी किरकिरी करा दी राहुल गांधी ने ।
इनके सलाहकार कौन हैं भाई ? pic.twitter.com/kozlnkfFo5— Ashok Shrivastav (@AshokShrivasta6) November 18, 2022
सावरकर पर आरोप लगा फंस गए राहुल गांधी
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी नई मुश्किल में फंस गए हैं। वीर सावरकर के जिस माफीनामे को उन्होंने मुद्दा बनाना चाहा अब वही माफीनामा उनके गले की हड्डी बन रही है। इसकी वजह यह है कि इसी तरह का माफीनामा महात्मा गांधी से लेकर जवाहरलाल नेहरू भी लिख चुके हैं। यह अलग बात है कि राहुल गांधी, कांग्रेस और लेफ्ट लिबरल गैंग सावरकर के माफीनामे पर शोर मचाता आया है लेकिन वह नेहरू के माफीनामे पर एकदम चुप्पी साध लेता है। वीर सावरकर के पौत्र रणजीत सावरकर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। उन्होंने ये शिकायत राहुल गांधी के उस बयान को लेकर दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने सावरकर पर कई तरह के आरोप लगाए थे। रणजीत सावरकर ने मुंबई के शिवाजी पार्क पुलिस थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराई और उनकी गिरफ्तारी की मांग की है। भारत के इतिहास लेखन की ये बहुत बड़ी विंडबना है कि जिन क्रांतिकारियों ने सेल्युलर और मांडला जेल में यातनाएं झेली उनपर गुमनामी की चादर डाल दी गई जबकि जो क्रांतिकारी सारी सुख सुविधाओं के बीच देहरादून की जेल में जाते थे वो आजादी के मसीहा करार दिए गए।