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विपक्ष को मानसून सत्र से पहले झटका, केजरीवाल ने इंडिया गठबंधन छोड़ा, आप नेता फिर ईडी के रडार पर

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संसद के मानसून सत्र से ऐन पहले विपक्ष को तगड़ा झटका लगा है। आम आदमी पार्टी ने इंडिया गठबंधन में कांग्रेस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए इंडी अलायंस से नाता तोड़ लिया है। आम आदमी पार्टी ने शुक्रवार को खुद को इंडिया गठबंधन से अलग कर लिया और साफ कहा कि अब वह विपक्षी गठबंधन का हिस्सा नहीं है। साथ ही पार्टी ने गठबंधन में एक तरह से राहुल गांधी की नेतृत्वकारी भूमिका पर भी सवाल उठाए। इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इंडिया गठबंधन के नेतृत्व पर सवाल उठा चुकी हैं। उनकी चाहत है कि इंडी अलायंस के नेतृत्व की कमान उनको दी जाए। अलायंस के पार्टनर लालू यादव इसका समर्थन भी कर चुके हैं। इस बीच इंडिया गठबंधन की बैठक के लिए दिल्ली में नेता नहीं जुट सके हैं, इसलिए शनिवार की शाम ऑनलाइन बैठक करनी पड़ रही है। दूसरी ओर AAP के शीर्ष नेता एक बार फिर ईडी की रडार पर आ गए हैं। सूत्रों के अनुसार, घोटालों के मामले में एफआईआर के आधार पर ईडी ने अब मनी लॉन्ड्रिग के तीन केस दर्ज कर लिए हैं। संभावना है कि जल्द ही आम आदमी पार्टी के बड़े नेताओं से पूछताछ शुरू हो सकती है।इंडी अलायंस का नेतृत्व करने में कांग्रेस की भूमिका पर सवाल
आम आदमी पार्टी (आप) ने ‘इंडिया’ गठबंधन से अपनी दूरी बनाते हुए कहा है कि वह अब विपक्षी गठजोड़ का हिस्सा नहीं है। आप ने इसका नेतृत्व करने में कांग्रेस पार्टी की भूमिका पर सवाल उठाया। काबिले जिक्र है कि कांग्रेस में इंडी अलायंस का नेतृत्त्व राहुल गांधी खुद कर रहे हैं। इसलिए राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में आप के अलग होने को राहुल गांधी का ही विरोध माना जा रहा है। पिछले कुछ समय से राहुल गांधी और केजरीवाल का पटरी नहीं बैठ रही है, इसलिए उन्होंने पिछले कुछ चुनाव एक-दूसरे के खिलाफ लड़े हैं। अब राज्यसभा सदस्य और आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा है कि आप इंडी गठबंधन का हिस्सा नहीं है। दरअसल, संजय सिंह ने देश में मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा के लिए शनिवार शाम ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों के नेताओं की डिजिटल माध्यम से होने वाली बैठक से एक दिन पहले यह टिप्पणी की।

विधानसभा चुनावों में भी कांग्रेस के प्रदर्शन में निरंतर गिरावट
कांग्रेस की आलोचना करते हुए संजय सिंह ने विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व करने में उसकी भूमिका पर सवाल उठाया। उन्होंने पूछा, यह बच्चों का खेल नहीं है। क्या लोकसभा चुनाव 2024 के बाद उन्होंने कोई बैठक की? क्या इंडिया गठबंधन के विस्तार की कोई पहल हुई? कभी वे अखिलेश यादव की आलोचना करते हैं, कभी उद्धव ठाकरे की, तो कभी ममता बनर्जी की। इंडिया ब्लॉक को एकजुट रहना चाहिए था। कांग्रेस इस गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी है। लेकिन क्या उसने विपक्षी एकता सुनिश्चित करने में कभी कोई भूमिका नहीं निभाई? लोकसभा चुनाव के बाद हुए विधानसभा चुनावों में भी कांग्रेस के प्रदर्शन में निरंतर गिरावट आ रही है। इसके बावजूद कांग्रेस इंडी गठबंधन का नेतृत्व कैसे कर सकती है?

गुजरात में उपचुनाव के बाद केजरीवाल का कांग्रेस पर हमला
सरकार का विरोध करने में आम आदमी पार्टी की भूमिका पर संजय सिंह ने कहा कि पार्टी हमेशा से ही सत्तारूढ़ दल का कड़ा विरोध करती रही है। हम पूरी ताकत से ऐसा करेंगे। गुजरात में विसावदर विधानसभा उपचुनाव जीतने के बाद, केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि सत्तारूढ़ भाजपा ने उनकी पार्टी को हराने के लिए कांग्रेस को भेजा था। संजय सिंह ने कहा, आम आदमी पार्टी ने अपना रुख साफ कर दिया है। इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव 2024 के लिए था। हमने दिल्ली और हरियाणा विधानसभा चुनाव अकेले लड़ा। हम बिहार (विधानसभा) चुनाव अकेले लड़ने जा रहे हैं। हमने पंजाब और गुजरात में उपचुनाव अपने बूते लड़ा। आप इंडिया गठबंधन का हिस्सा नहीं है। हम लोकसभा में जोरदार तरीके से मुद्दे उठाएंगे। हमने हमेशा एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाई है।

लोकसभा चुनाव के बाद इंडिया ब्लॉक की पहली बैठक, वो भी ऑनलाइन
सोमवार (21जुलाई) से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र से ठीक पहले यह बैठक होने जा रही है। इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस (इंडिया) गठबंधन के घटक दल लंबे समय के बाद देश की राजनीतिक स्थिति पर मिलकर विचार-विमर्श करेंगे। विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) की एक ऑनलाइन बैठक शनिवार शाम सात बजे प्रस्तावित है। इस मीटिंग में संसद के मानसून सत्र के लिए रणनीति, साथ ही देश के मौजूदा राजनीतिक माहौल पर विचार-विमर्श किया जाएगा। दरअसल, पहले यह मीटिंग कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के निवास ‘10, राजाजी मार्ग’ पर आमंत्रित की गई थी। लेकिन इंडिया गठबंधन की बैठक के लिए दिल्ली में कई दलों के नेता नहीं जुट सके। इसलिए मजबूरी में बैठक को डिजिटल मोड पर आयोजित करने का फैसला लिया गया।AAP के नेता एक बार फिर ईडी की रडार पर आए
मीटिंग से ठीक एक दिन पहले आम आदमी पार्टी (आप) ने अचानक घोषणा कर दी कि वह अब ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा नहीं है। उनका आरोप था कि कांग्रेस गठबंधन का नेतृत्व ठीक से नहीं कर रही है। इस कदम से विपक्षी रणनीति पर बड़े पैमाने पर असर पड़ा और बैठक में इस मुद्दे पर भी स्पष्ट रणनीति तैयार करनी होगी। दूसरी ओर AAP के नेता एक बार फिर ईडी की रडार पर आ गए हैं। सूत्रों के अनुसार, घोटालों के मामले में एफआईआर के आधार पर ईडी ने अब मनी लॉन्ड्रिग के तीन केस दर्ज कर लिए हैं। संभावना है कि जल्द ही आम आदमी पार्टी के बड़े नेताओं से पूछताछ शुरू हो सकती है।

ईडी ने तीन बड़े घोटालों में मनी लॉन्ड्रिंग के केस दर्ज किए
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली सरकार के कार्यकाल के दौरान सामने आए तीन बड़े कथित घोटालों में मनी लॉन्ड्रिंग के केस दर्ज कर लिए हैं। ये मामले अस्पताल निर्माण, सीसीटीवी परियोजना और शेल्टर होम से संबंधित हैं। ईडी ने इन मामलों में इन्फोर्समेंट केस इनफॉर्मेशन रिपोर्ट दर्ज की है और जल्द ही आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेताओं को पूछताछ के लिए समन भेजे जा सकते हैं। पहला मामला 5,590 करोड़ रुपए के अस्पताल निर्माण घोटाले से जुड़ा हुआ है। इस घोटाले में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं।

1.अस्पताल की लागत 488 करोड़ से 1,135 करोड़ तक पहुंची
साल 2018-19 में दिल्ली सरकार द्वारा 24 अस्पताल परियोजनाएं मंजूर की गई थीं। इन आईसीयू अस्पतालों को छह महीने में तैयार करना था, लेकिन तीन साल बाद भी निर्माण कार्य अधूरा है। अब तक करीब 800 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं, लेकिन सिर्फ 50 प्रतिशत काम ही पूरा हुआ है। इसके अलावा, एलएनजेपी अस्पताल की लागत 488 करोड़ से बढ़कर 1,135 करोड़ रुपए तक पहुंच गई है।
2. भेल पर 17 करोड़ रुपए का जुर्माना बिना किसी कारण माफ
दूसरा मामला 571 करोड़ रुपए के सीसीटीवी घोटाले से जुड़ा है। 2019 में दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों में 1.4 लाख सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना बनाई गई थी। यह ठेका भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (भेल) को दिया गया, लेकिन परियोजना समय पर पूरी नहीं हुई। भेल पर 17 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया, जिसे बाद में बिना किसी स्पष्ट कारण के माफ कर दिया गया था।
3. डीयूएसआईबी शेल्टर होम का 207 करोड़ रुपए का घोटाला
तीसरा मामला 207 करोड़ की गड़बड़ी का डीयूएसआईबी शेल्टर होम घोटाले से जुड़ा है। दिल्ली अर्बन शेल्टर इंप्रूवमेंट बोर्ड (डीयूएसआईबी) से जुड़ी परियोजनाओं में भी गंभीर वित्तीय अनियमितताओं का खुलासा हुआ है। आरोप है कि फर्जी फिक्स्ड डिपॉजिट रसीद के जरिये 207 करोड़ रुपए की हेराफेरी की गई।

पंजाब में आप को झटका,अनमोल गगन मान ने विधायिकी छोड़ी
इधर पंजाब में आम आदमी पार्टी को करारा झटका लगा है। खरड़ की विधायक अनमोल गगन मान ने विधायिकी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा है कि सियासत से उसका दिल भारी हो रहा है। अनमोल गगन मान पंजाब सरकार में पर्यटन मंत्री रह चुकी हैं। अनमोल गगन मान का पंजाबी गायिका से मंत्री तक का सफर काफी दिलचस्प है। उन्होंने साल 2020 में आम आदमी पार्टी ज्वाइन की थी। उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल के प्रत्यशी रणजीत सिंह गिल को करीब 37718 मतों से हराया था। 2022 विधानसभा चुनाव में जीतने वालीं वह सबसे युवा नेताओं में से एक हैं। अनमोल गगन मान ने पार्टी का कैंपेन गीत भी तैयार किया था।

 

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