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कांग्रेस के डबल स्टैंडर्ड पर शर्मिष्ठा ने लगाई लताड़: प्रणब दा के लिए तो शोक सभा भी नहीं पर मनमोहन के लिए स्मारक की मांग

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पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस के डबल स्टैंडर्ड पर जमकर लताड़ लगाई है। शर्मिष्ठा मुखर्जी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि जब 2020 में उनके पिता और देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का निधन हुआ तो कांग्रेस ने कांग्रेस कार्य समिति द्वारा शोक सभा बुलाने की भी जहमत नहीं उठाई। कांग्रेस नेतृत्व पर इस मुद्दे पर गुमराह करने का भी आरोप लगाते हुए उन्होंने यह भी कहा कि एक वरिष्ठ नेता ने उनसे कहा था कि कि राष्ट्रपतियों के लिए ऐसा नहीं किया जाता। यह बिलकुल बकवास है क्योंकि बाद में बाबा की डायरी से पता चला कि पूर्व राष्ट्रपति केआर नारायणन के निधन पर सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाई गई थी। उस समय शोक संदेश का ड्राफ्ट प्रणब दा ने ही तैयार किया था।

दरअसल में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केन्द्र सरकार से मांग की है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए दिल्ली में जमीन आवंटित की जाए। कांग्रेस का कहना है कि डॉ मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार वाली जगह पर ही उनका स्मारक बनाया जाना चाहिए।

जबकि आपको यह जानकर हैरानी होगी कि 23 दिसंबर 2004 को नरसिम्हा राव के निधन के बाद दिल्ली के राजघाट परिसर में समाधि स्थल बनाए जाने की मांग की गयी थी, लेकिन कांग्रेस ने इसकी मंजूरी नहीं दी थी। नरसिम्हा राव के समर्थक और कुछ नेताओं ने मांग की थी कि उनकी समाधि दिल्ली के राजघाट परिसर में बनाई जाए, जहां पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी, और राजीव गांधी जैसे अन्य पूर्व प्रधानमंत्रियों की समाधियां स्थित हैं। तो कांग्रेस नेतृत्व ने इसका समर्थन नहीं किया था। शर्मिष्ठा मुखर्जी ने बीजेपी नेता सीआर केसवन के एक पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए कहा है कि कांग्रेस ने पार्टी के अन्य नेताओं को सिर्फ इसलिए नजरअंदाज किया क्योंकि वे गांधी परिवार से नहीं थे।

केसवन ने अपने पोस्ट में साफ कहा है कि यूपीए सरकार ने नरसिम्हा राव जी के लिए दिल्ली में कभी कोई स्मारक नहीं बनाया। केवल पीएम मोदी ही थे जिन्होंने 2015 में नरसिम्हा राव जी के लिए एक स्मारक की स्थापना की और उन्हें 2024 में मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया। राव के पार्थिव शरीर को कांग्रेस मुख्यालय में भी नहीं रखा गया। कांग्रेस के ऐतिहासिक पापों को हमारा देश कभी नहीं भूलेगा।

बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने भी कहा है कि दुख की बात है कि कांग्रेस, जिसने डॉ. मनमोहन सिंह जी को जीवनकाल में कभी वास्तविक सम्मान नहीं दिया, अब उनके सम्मान के नाम पर राजनीति कर रही है। यह कांग्रेस पार्टी की उसी मानसिकता के अनुरूप है जिसमें नेहरू – गांधी ख़ानदान के बाहर के किसी भी नेता को उपयुक्त सम्मान नहीं दिया जाता। पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव जी के देहांत के बाद उनके साथ का बर्ताव देश को याद है।

स्मारक -समाधि के मुद्दे पर लोग सोशल मीडिया पर भी कांग्रेस को लताड़ लगा रहे हैं। आप भी देखिए लोग सोशल मीडिया पर क्या कह रहे हैं…

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