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ई-गवर्नेंस आसान, प्रभावी और सस्ता, जरूरत है सोच में बदलाव की – मोदी

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सुप्रीम कोर्ट का आज पूरी तरह से डिजिटलीकरण हो गया है। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘न्यू इंडिया’ के लिए ई-गवर्नेंस ही सबसे बेहतर विकल्प। उन्होंने कहा पर्यावरण के नजरिये से आज पेपरलेस समाज की जरूरत है। साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा IT+IT=IT उनके लिए इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी+इंडिया टेलेंट=इंडिया टूमारो।

“मन बदले, मत बदले, मंतव्य बदले”
प्रधानमंत्री मोदी ने ज्यूडिशरी से कहा कि बढिया कंप्यूटर है लेकिन ना उसे कभी खोला है, ना हाथ लगाया है, इसलिए समस्या सोच में बदलाव लाने की और समय के साथ चलने की है। उन्होंने इस मौके पर महात्मा बुद्ध के प्रेरक शब्द कहे “मन बदले, मत बदले, मंतव्य बदले”

ई-गवर्नेंस पेपर-फ्री समाज की तरफ कदम

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूरे वातावरण में बदलाव लाने की जरूरत है अगर ऐसा नहीं हुआ तो नई पीढ़ी बहुत आगे निकल जाएगी इसलिए ई गवर्नेंस, ईजी गवर्नेंस, इफेक्टिव गवर्नेंस, इकॉनोमिकल गवर्नेंस और इन्वायरमेंट फ्रेंडली गवर्नेंस है। उन्होंने ई-गवर्नेंस के जरिये हम पेपर-फ्री सोसायटी का निर्माण कर पाएंगे। और पर्यावरण की ये बहुत बड़ी सेवा होगी।

IT+IT=IT मतलब इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी+इंडिया टेलेंट=इंडिया टूमारो
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी समस्याओं के समाधान के लिए आईटी छात्रों से मदद लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि – IT+IT=IT उनके लिए इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी+इंडिया टेलेंट=इंडिया टूमारो है यानि भारत का भविष्य।

डिजिटल करेंसी को स्वभाव बनाए
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले टेरो कोटा की मिट्टी के सिक्के प्रचलन में थे, फिर तांबे, चांदी और सोने और अब कागज की करेंसी प्रचलन में है। उन्होंने कहा कि अब कागज के करेंसी का वक्त जा रहा है और डिजिटल करेंसी को लोगों को अपना स्वभाव बनाना पड़ेगा।

अपील – वकील करे गरीबों की के लड़ने में मदद
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण के अंत में वकीलों से अपील की कि जिस तरह से हर महीने की नौ तारीख को डॉक्टर गर्भवती महिलाओं को फ्री में देखते हैं, जिस तरह से 1 करोड 20 लोगों ने गैस की सब्सिडी छोड़ दी और जैसे गुजरात के भूकंप में हजारों इंजियरिंग छात्र मदद के लिए आगे आए वैसे ही आप लोग भी गरीब लोग जिनके पास पैसे नहीं है उनकी केस लड़ने में मदद करे।

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