प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में रोज नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। अब इनकम टैक्स रिटर्न भरने वालों की संख्या में भी रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। आय में उछाल आने से इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने वालों की संख्या बढ़कर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। इस साल 31 जुलाई की तय समयसीमा तक रिकॉर्ड 7.28 करोड़ से अधिक इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल किए गए। आयकर विभाग (Income Tax Department) ने शुक्रवार 2 जुलाई को कहा कि असेसमेंट ईयर 2024-25 के लिए 31 जुलाई, 2024 तक दाखिल किए गए आईटीआर की कुल संख्या 7.28 करोड़ से अधिक रही, जो निर्धारण वर्ष 2023-24 के लिए 31 जुलाई, 2023 तक दाखिल कुल आईटीआर 6.77 करोड़ से 7.5 प्रतिशत अधिक है।
The Income Tax Department appreciates taxpayers & tax professionals for timely compliance, resulting in a record surge in the filing of Income Tax Returns (ITRs).
Here are the key highlights:
👉More than 7.28 crore ITRs for AY 2024-25 filed till 31st July, 2024, a 7.5% increase… pic.twitter.com/CzbgZEMUWi
— Income Tax India (@IncomeTaxIndia) August 2, 2024
इस वर्ष बड़ी संख्या में करदाताओं ने नई कर व्यवस्था को चुना है। असेसमेंट ईयर 2024-25 के लिए दाखिल किए गए कुल 7.28 करोड़ आईटीआर में से 5.27 करोड़ नई कर व्यवस्था के तहत दाखिल किए गए हैं, जबकि पुरानी कर व्यवस्था में 2.01 करोड़ आईटीआर दाखिल किए गए। इस प्रकार, लगभग 72 प्रतिशत करदाताओं ने नई कर व्यवस्था का विकल्प चुना है, जबकि 28 प्रतिशत करदाता पुरानी कर व्यवस्था में बने हुए हैं।
आईटीआर दाखिल करने के आखिरी दिन 31 जुलाई, 2024 को 69.92 लाख से अधिक आईटीआर दाखिल किए गए। ई-फाइलिंग पोर्टल पर भी 31 जुलाई, 2024 को शाम 07:00 बजे से रात 08:00 बजे के बीच आईटीआर दाखिल करने की प्रति घंटे उच्चतम दर 5.07 लाख रही। अगर हर सेकेंड के हिसाब से देखें तो 17 जुलाई को सुबह 08:13:54 बजे प्रति सेंकेंड आईटीआर दाखिल करने की दर सबसे ज्यादा 917 रही और मिनट के हिसाब से देखने पर 31 जुलाई को शाम 08:08 बजे प्रति मिनट सबसे ज्यादा 9,367 आईटीआर दाखिल हुए।
वेतनभोगी करदाताओं और अन्य गैर-कर लेखा परीक्षा मामलों के लिए आईटीआर दाखिल करने की अंतिम तारीख 31 जुलाई, 2024 थी। सरकार के लिए अच्छी खबर यह भी है कि पहली बार रिटर्ट दाखिल करने वाले लोगों से 31 जुलाई, 2024 तक 58.57 लाख आईटीआर प्राप्त हुए है। यह देश में कर आधार बढ़ने के संकेत हैं।
ऐतिहासिक रूप से पहली बार आईटीआर-1, आईटीआर-2, आईटीआर-4, आईटीआर-6 को वित्तीय वर्ष के पहले दिन यानी 01 अप्रैल, 2024 को ई-फाइलिंग पोर्टल पर उपलब्ध कराया गया था। आईटीआर-3 और आईटीआर-5 भी पिछले वित्तीय वर्षों की तुलना में पहले जारी कर दिए गए थे। करदाताओं को पुरानी और नई कर व्यवस्थाओं के बारे में शिक्षित करने पर बहुत जोर दिया गया। इस बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और शैक्षिक वीडियो ई-फाइलिंग पोर्टल पर डिजाइन और अपलोड किए गए थे।
करदाताओं को अपना आईटीआर जल्दी दाखिल करने के बारे में प्रोत्साहित करने के लिए सोशल मीडिया पर विशेष अभियान चलाए गए। इसके साथ ही, विभिन्न मंचों पर अनूठे रचनात्मक अभियान भी चलाए गए। अंग्रेजी और हिंदी के अलावा 12 स्थानीय भाषाओं में सूचनात्मक वीडियो डिजिटल प्लेटफॉर्म पर प्रदर्शित किए गए। आउटडोर अभियान भी चलाए गए। इस तरह के प्रयासों से आईटीआर दाखिल करने की संख्या में वृद्धि के साथ सार्थक परिणाम सामने आए। इससे पिछले कुछ वर्षों में आईटीआर दाखिल करने वालो की संख्या काफी बढ़ी है।
इस साल असेसमेंट ईयर 2024-25 के लिए दाखिल किए गए 7.28 करोड़ आईटीआर में से 3.34 करोड़ यानी 45.77 प्रतिशत आईटीआर आईटीआर-1 के तहत हैं। इसके साथ ही 1.09 करोड़ यानी 14.93 प्रतिशत आईटीआर-2 के तहत, 91.10 लाख यानी 12.50 प्रतिशत आईटीआर-3 के तहत हैं, 1.88 करोड़ यानी 25.77 प्रतिशत आईटीआर-4 के तहत और 7.48 लाख यानी 1.03 प्रतिशत आईटीआर-5 से आईटीआर-7 के तहत हैं। इनमें से 43.82 प्रतिशत से अधिक आईटीआर ई-फाइलिंग पोर्टल पर उपलब्ध ऑनलाइन आईटीआर सुविधा का उपयोग करके दाखिल किए गए हैं और शेष ऑफलाइन आईटीआर सुविधाओं का उपयोग करके दाखिल किए गए हैं।
इस साल अब तक 6.21 करोड़ से अधिक आईटीआर ई-सत्यापित किए गए हैं, जिनमें से 5.81 करोड़ से अधिक (93.56 प्रतिशत) का ई-सत्यापन आधार आधारित ओटीपी के जरिए किया गया है। ई-सत्यापित आईटीआर में से निर्धारण वर्ष 2024-2025 के लिए 31 जुलाई, 2024 तक 2.69 करोड़ से अधिक (43.34 प्रतिशत) आईटीआर प्रोसेस किए गए हैं।
ई-फाइलिंग हेल्पडेस्क टीम ने वर्ष के दौरान 31 जुलाई, 2024 तक करदाताओं के लगभग 10.64 लाख प्रश्नों के उत्तर दिए हैं और आईटीआर दाखिल करने की व्यस्तम अवधि के दौरान करदाताओं को सक्रिय रूप से सहायता प्रदान किया है। इनबाउंड और आउटबाउंड कॉल, लाइव चैट, वेबएक्स और को-ब्राउजिंग सत्रों के जरिए करदाताओं को हेल्पडेस्क से सहायता प्रदान की गई।