कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राफेल डील मामले में एक बार फिर गलत बयान देकर फंस गए हैं। दरअसल सुप्रीम कोर्ट के आदेश को आधार बनाकर जिस प्रकार राहुल गांधी ने झूठ बोला, उसके खिलाफ वरिष्ठ वकील मीनाक्षी लेखी ने राहुल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अवमानना याचिका दाखिल की है। उन्होंने कहा कि राफेल मामले में गोपनीय दस्तावेज को भी बहस का हिस्सा बनाने के SC के फैसले को कांग्रेस अध्यक्ष ने गलत तरीके से पेश किया है। राहुल गांधी ने ये झूठ बोल दिया कि ‘सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि चौकीदार चोर है!’ जबकि कोर्ट ने ऐसा कुछ भी नहीं कहा है। कोर्ट 15 अप्रैल को मामले की सुनवाई करेगा।
सरकार को पहले ही क्लीन चिट दे चुका है SC
सुप्रीम कोर्ट पिछले साल दिसंबर में ही राफेल डील मामले में केंद्र सरकार को क्लीन चिट दे चुका है। कोर्ट ने कहा था कि राफेल फाइटर प्लेन को लेकर हुई डील एकदम सही है और इसमें कोई गड़बड़ नहीं हुई है।
आदतन झूठ बोलते हैं राहुल गांधी
- फ्रेंच मीडिया हाउस की रिपोर्ट को ट्विस्ट किया। डसॉल्ट के CEO ने इसे खारिज कर दिया।
- डिफेंस मिनिस्ट्री के एक अधिकारी के ट्रांसफर पर राहुल ने झूठ बोला, जबकि वह ट्रेनिंग के लिए गए थे।
- फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति के ओलांद के नाम पर झूठ फैलाने की कोशिश, ओलांद ने ही उस झूठ को एक्सपोज कर दिया।
- राहुल गांधी ने संसद में कहा कि फ्रांस के राष्ट्रपति से मिले थे। फ्रांस की सरकार ने इसका खुद खंडन किया।
- राहुल गांधी राफेल के अलग-अलग दाम बताते हैं, जबकि मोदी सरकार ने फुली लोडेड राफेल डील की है।
- मृत्यु शैया पर लेटे मनोहर पर्रिकर से मिलने के बाद झूठी कहानी बनाई। पर्रिकर ने किया था खंडन।