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कमलनाथ और भूपेश बघेल ने राहुल गांधी को कर दिया पीएम उम्मीदवार घोषित, विपक्ष के हर दल में प्रधानमंत्री उम्मीदवार, पीएम मोदी के सामने ये एक दिवास्वप्न!

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वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में अब लगभग सवा साल का समय रह गया है। लगभग एक दशक से केंद्र की सत्ता से दूर रही कांग्रेस दोबारा सत्ता पाने के लिए हर तरह से जोर-आजमाइश कर रही है। राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा निकालकर अपनी छवि सुधारने में जुटे हैं। हालांकि अपनी यात्रा में वह जिस तरह देश विरोधी तत्वों से मिल रहे हैं उससे यह सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनकी छवि सुधरी है या बिगड़ी है। एक तरफ गांधी परिवार के इर्द-गिर्द घूमती कांग्रेस की राजनीति देश से समाप्त होने की कगार पर पहुंच गई है तो वहीं गांधी परिवार के चापलूसों में राहुल गांधी को पीएम उम्मीदवार घोषित करने की होड़ शुरू हो गई है। इसमें सबसे पहले बाजी मारी मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने। उन्होंने एक तरह से राहुल गांधी को नए साल का तोहफा दे दिया। कमलनाथ बोले- 2024 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी प्रधानमंत्री पद का चेहरा होंगे। इसके बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि एक पार्टी कार्यकर्ता के रूप में वह चाहते हैं कि 2024 का आम चुनाव राहुल गांधी के नेतृत्व में लड़ा जाए। अभी ये शुरुआत है, आगे देखते रहिए कितने नेता राहुल गांधी को पीएम उम्मीदवार बनाने के लिए आगे आते हैं। उधर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी पीएम उम्मीदवार की तैयारी के सिलसिले में 250 करोड़ रुपये के विमान का आर्डर दे दिया है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने पीएम उम्मीदवार बनने के लिए अपनी पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति का नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति कर दिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल कर पीएम उम्मीदवार की रेस में होने का अपना मंसूबा अलग पाल रखे हैं। यानी विपक्ष के हर दल में एक प्रधानमंत्री उम्मीदवार है। अब देखना दिलचस्प होगा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष की ओर से कितने पीएम उम्मीदवार सामने आते हैं। ये अलग बात है कि 2024 विपक्ष के लिए दिवास्प्न की तरह है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय राजनीति में एक ऐसी लकीर खींच दी है कि उससे पार पाना इनके लिए आसान नहीं है।

कमलनाथ बोले- 2024 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी प्रधानमंत्री पद का चेहरा होंगे

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि राहुल साल 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष का चेहरा ही नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री पद का चेहरा भी होंगे। उन्होंने ईमेल के माध्यम से एक मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू में यह भी कहा कि राहुल गांधी सत्ता की नहीं, बल्कि जनता की राजनीति करते हैं, ऐसे नेता को देश के लोग खुद-ब-खुद सिंहासन पर बैठा देते हैं। कमलनाथ के मुताबिक, ‘दुनिया के इतिहास में 3500 किलोमीटर से अधिक की पैदल यात्रा किसी व्यक्ति ने नहीं की है। भारत देश के लिए इतनी शहादत किसी परिवार ने नहीं दी है, जितनी गांधी परिवार ने दी है।’ हाल के दिनों में यह पहली बार है, जब कांग्रेस के किसी वरिष्ठ नेता ने यह कहा है कि अगले लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी प्रधानमंत्री पद का चेहरा होंगे।

कमलनाथ के बाद भूपेश बघेल ने की प्रधानमंत्री पद के लिए राहुल की पैरवी

मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ के बाद अब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि एक पार्टी कार्यकर्ता के रूप में वह चाहते हैं कि 2024 का आम चुनाव राहुल गांधी के नेतृत्व में लड़ा जाए। कांग्रेस नेता चाहते हैं कि राहुल गांधी को 2024 में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया जाए।

विपक्षी दल एक साथ बैठेंगे तो सब कुछ तय हो जाएगाः नीतीश

प्रधानमंत्री पद के लिए राहुल गांधी की उम्मीदवारी का विरोध किए बगैर कांग्रेस के गठबंधन सहयोगी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि उन्हें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन जब विपक्षी दल एक साथ बैठेंगे तो सब कुछ तय हो जाएगा।

मृतकों को मुआवजा नहीं, दूसरी तरफ बिहार सरकार खरीदने जा रही नया विमान

एक ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जहरीली शराब पीने वालों की मौत पर मुआवजा देने से इनकार कर दिया है तो वहीं दूसरी तरफ बिहार सरकार के लिए नया विमान खरीदने की तैयारी कर रहे हैं। सीएम नीतीश कुमार 12 सीटों वाले प्लेन में बैठकर अपनी पीएम उम्मीदवारी की यात्रा को पूरा करेंगे। बिहार के सीएम नीतीश कुमार 2023 में अब जेट इंजन का 10 प्लस 2 सीटर विमान खरीदने की योजना पर मुहर लगा चुके हैं। वहीं इसके पहले नीतीश कुमार ने जहरीली शराब से हुई मौतों पर मुआवजा देने से इनकार कर दिया था। नीतीश कुमार ने कहा था कि जो शराब पिएगा वो मरेगा इसके लिए सरकार कोई मुआवजा नहीं देगी।

दिल्ली पर नजर, 250 करोड़ के विमान में चलेंगे नीतीश

बिहार की सियासत में यू-टर्न लेने के बाद इन दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नजर दिल्ली पर है। मिशन 2024 की रफ्तार में तेजी लाने के लिए नीतीश सरकार ने 1 विमान और 1 हेलिकॉप्टर खरीदने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार के पास वीआईपी मूवमेंट के लिए अभी ‘किंग एयर सी-90 ए/बी’ विमान और वीटी-ईबीजी हेलिकॉप्टर है। बिहार कैबिनेट में लिए गए फैसले के मुताबिक 250 करोड़ का 12-सीटर जेट प्लेन और 100 करोड़ का 10-सीटर हेलिकॉप्टर खरीदा जाएगा। बिहार सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव (कैबिनेट सचिवालय) एस सिद्धार्थ ने पत्रकारों को बताया कि वीआईपी और वीवीआईपी आवाजाही के लिए यह खरीदा जाएगा।

नीतीश की उम्मीदवारी पर कई नेताओं के सुर अलग

नीतीश कुमार की पीएम पद की उम्मीदवारी को लेकर सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने कुछ समय पहले कहा था, “चुनाव से पहले चेहरा तय करने का सवाल ही नहीं है। चुनाव के बाद इस पर फैसला होगा।” वहीं समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने अगस्त में पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि 2024 में विपक्ष की ओर से पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव और एनसीपी प्रमुख शरद पवार पीएम उम्मीदवार हो सकते हैं। 

नीतीश की उम्मीदवारी पर तेलंगाना के सीएम केसीआर ने कहा- विपक्ष मिलकर फैसला करेंगे

भाजपा यह स्पष्ट कर चुकी है कि 2024 में एनडीए के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ही होंगे लेकिन विपक्षी दलों में इस पद के कैंडिडेट को लेकर अभी आम सहमति नहीं बन पाई है। बिहार में बीजेपी से अलग होने के बाद नीतीश कुमार अपने समर्थकों के जरिये अपना नाम उछालते रहे हैं लेकिन इस बारे में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने अपना रुख फिलहाल स्पष्ट कर दिया है। दरअसल, केसीआर सितंबर 2022 में बिहार दौरे पर आए थे और नीतीश कुमार समेत महागठबंधन के नेताओं के साथ उन्होंने मुलाकात की थी, साथ ही पत्रकारों के सवालों के जवाब भी दिए थे। पत्रकारों ने जब केसीआर से पूछा कि क्या नीतीश कुमार 2024 के लिए विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे? इस पर केसीआर ने सीधा जवाब नहीं दिया लेकिन इतना कहा कि विपक्षी दल पहले मुलाकात करेंगे और फिर इस बारे में फैसला लेंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब केसीआर पत्रकारों का जवाब दे रहे थे तो नीतीश कुमार ने उनसे कहा कि वह ऐसे सवालों को नजरअंदाज करें। नीतीश कुमार वहां से जाने लगे तो केसीआर बोले, ”आप बैठिये।” वहीं, नीतीश कुमार बोले, ”आप चलिए न।”

केसीआर के अंदर राष्ट्रीय राजनीति की महत्वाकांक्षा हिलोरे मार रही

तेलंगाना राष्ट्र समिति के नेता और तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव काफी वक्त से राज्यों का दौरा करके मोदी सरकार के खिलाफ एक फ्रंट को एकजुट करने में जुटे हैं। वे कई मौकों पर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोल चुके हैं। केसीआर ही नहीं उनकी बेटी और एमएलसी कविता और बेटे केटी रामाराव भी मोदी सरकार पर तीखे बयान छोड़ते रहे हैं। पीएम उम्मीदवार बनने की अपनी महत्वाकांक्षा पाले केसीआर इन दिनों भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोध का झंडा थाम रखा है। वे देश में मोदी विरोधियों का सबसे बड़ा चेहरा बनना चाहते हैं। उनकी राष्ट्रीय राजनीति की महत्वाकांक्षा हिलोरे मार रही हैं। वह लगातार मोदी विरोधी गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मिल रहे हैं और गैर भाजपा-गैर कांग्रेस एक मोर्चा का हवाई किला बना रहे हैं।

पीएम पद के लिए उम्मीदवारी को लेकर विपक्ष में घमासान

नीतीश कुमार, के चंद्रशेखर राव, ममता बनर्जी, राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल विपक्ष के प्राधनमंत्री पद के उम्मीदवार बनने की जोड़-तोड़ में लग गए हैं। 2024 के आम चुनाव तक ये सभी नेता अपनी-अपनी दावेदारी मजबूत करने के लिए एक से बढ़कर एक हथकंडे अपनाएंगे। लेकिन केसीआर के पटना दौरा और नीतीश कुमार की पलटी मारने की आदत से आम जनता को भी संकेत मिल गया कि यह सियासी ड्रामा आम चुनाव के नतीजे आने तक जारी रहने की उम्मीद है।

विपक्ष के हर दल में प्रधानमंत्री उम्मीदवार

नीतीश कुमार

वर्ष 2013 में प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने के सपने संजोने वाले बिहार के मुख़्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में हाल में बदले सत्ता समीकरण के बाद एक बार फिर से सक्रिय दिख रहे हैं। नीतीश कुमार आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी दलों को एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने हाल ही में दिल्ली का दौरा भी किया था,जहां उन्होंने राहुल गांधी, शरद पवार, अरविन्द केजरीवाल, शरद यादव समेत कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात की थी। प्रधानमंत्री पद की दावेदारी को लेकर उनका जवाब था कि ममता बनर्जी से बातचीत हुई है और 2024 में चुनाव से पहले विभिन्न जगहों पर लोग एक साथ होंगे तो अच्छा रहेगा। सब एकजुट होंगे, तो चेहरा तय हो जाएगा। जेडीयू के विधायक,पदाधिकारी भी नीतीश को प्रधानमंत्री उम्मीदवार के तौर पर प्रोजेक्ट करने के लिए खुले मंचों से दावा पेश कर रहे हैं। वर्ष 2016 में नीतीश कुमार ने ‘आरएसएस मुक्त भारत’ का नारा दिया था। हालांकि, बाद में वे भाजपा के साथ हो गए। अब भाजपा का साथ छोड़ने के बाद नीतीश कुमार फिर भाजपा-आरएसएस के खिलाफ हैं तथा विपक्षी एकता की बात करते दिख रहे हैं। उनकी राह में सबसे बड़ी बाधा उनका पलटूराम चरित्र उनकी विश्वनीयता है।

शरद पवार

अक्टूबर 2022 एनसीपी के राष्ट्रीय सम्मेलन में राष्ट्रवादी युवक कॉन्ग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि यदि वर्ष 2024 में नरेन्द्र मोदी और बीजेपी को हराना है तो पवार साहेब को ही विपक्ष की कमान संभालनी होगी क्योंकि बीजेपी जैसी पार्टी से टकराने के लिए उनके जैसे अनुभवी और ऊर्जावान नेता की ही जरूरत है। शरद पवार को उनके अनुभव के आधार पर विपक्षी दल उनमें नेतृत्व की क्षमता देखते हैं। यही कारण है कि उन्हें कई बार यूपीए का अध्यक्ष बनाने की उम्मीदें जगती रहती हैं। एनसीपी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने सबसे पहले शरद पवार को विपक्ष का सबसे बड़ा नेता बताकर कहा कि नीतीश कुमार, ममता बनर्जी, केसीआर और अखिलेश यादव से लेकर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन तक शरद पवार से इसीलिए मार्गदर्शन लेने आते हैं क्योंकि उनको पता है कि पवार ही विपक्ष को एकजुट रख सकते हैं।

चंद्रशेखर राव (केसीआर)

केसीआर भी पूर्व में अरविन्द केजरीवाल से लेकर नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव, ममता बनर्जी जैसे विपक्ष के नेताओं से मिल चुके हैं। इसी प्रयास के तहत कुछ माह पहले चंद्रशेखर राव द्वारा ने अपनी पार्टी का नाम तेलंगाना राष्ट्र समिति से बदल कर भारत राष्ट्र समिति किया। उनके इस कदम के पीछे राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि केसीआर स्वयं को तेलंगाना तक ही सीमित नहीं रखना चाहते। वे राष्ट्रीय स्तर के नेता की छवि बनाना चाहते हैं। केसीआर समय समय पर पीएम मोदी एवं बीजेपी के खिलाफ मजबूत विपक्ष के लिए लगातार प्रयास करते रहे हैं। उन्होंने ‘बीजेपी मुक्त भारत’ का नारा भी दिया है।

ममता बनर्जी

ममता बनर्जी स्वयं को मुख्य विपक्षी नेता के तौर पर स्थापित करने की होड़ में कॉन्ग्रेस के साथ जाने से बचती हैं। टीएमसी सांसद सौगत रॉय अगस्त 2022 में मीडिया से बातचीत में कह चुके हैं कि बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी विपक्ष की तरफ से पीएम पद की दावेदार हो सकती है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को एकजुट होना होगा।

अरविंद केजरीवाल

आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने के बाद अरविंद केजरीवाल भी 2024 में पीएम दावेदार के तौर पर अपनी रणनीति तैयार करने में जुटे हुए हैं। केजरीवाल अभी खुलकर कुछ नहीं कह रहे हैं लेकिन अंदरखाने उनकी तैयारी चल रही है। 2024 की दौड़ में आम आदमी पार्टी भी खुद को प्रबल दावेदार मान रही है।

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