कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने फ्लैट खरीदने के लिए उस पेंटिंग को बेच दी जिससे पिता राजीव गांधी और देश के एक प्रधानमंत्री की यादें जुड़ी हुई थीं। अब इस पेंटिंग खरीद मामले में रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। नई जानकारी के अनुसार मुंबई कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मिलिंद देवड़ा ने पत्र लिखकर और कई मैसेज भेजकर यस बैंक के प्रमोटर राणा कपूर पर पेंटिंग खरीदने के लिए दबाव डाला था। बताया जा रहा है कि राणा कपूर ने ईडी से कहा कि मिलिंद देवड़ा ने पेंटिंग को खरीदने के लिए उन पर दबाव बनाया था। कांग्रेस नेता देवड़ा ने अपने मैसेज में कई बार 2 करोड़ रुपये के चेक के बारे में पूछताछ की है। साथ ही उसे जल्दी भेजने की गुजारिश की है। राणा कपूर को ‘अंकल’ बताने वाले मिलिंद देवड़ा के ये पत्र और एसएमएस अब सोशल मीडिया वायरल हो गए हैं। बीजेपी महिला मोर्चा की सोशल मीडिया प्रभारी प्रीति गांधी ने ट्वीट किया कि यह सनसनीखेज है। आप सबके साथ मिलिंद देवड़ा के राणा कपूर अंकल को लिखे मैसेज को शेयर कर रही हूं। यह साफ है कि इतालवी गांधी परिवार उनके साथ डील के लिए दबाव डाल रहा था और सोनिया गांधी को सब पता था। क्या यह जबरन वसूली है?’
This is sensational!!!!! Sharing with you, text messages sent by @milinddeora to Rana Kapoor “uncle”!!
It is amply clear that the Italian Gandhis were forcing a deal with him & Sonia Gandhi knew all about it!!
Is this extortion or is this extortion??!!!#PriyankaGets2Crore pic.twitter.com/pTC7kIep48
— Priti Gandhi (@MrsGandhi) March 9, 2020
ये पेंटिंग एमएफ हुसैन ने 1985 में कांग्रेस के 100 साल पूरे होने के मौके पर बनाया था और राजीव गांधी को भेंट की थी। इसी पेंटिंग को राणा कपूर ने 2010 में प्रियंका गांधी से 2 करोड़ रुपये में खरीदी थी।
प्रियंका गांधी ने राणा कपूर को चिट्ठी लिखकर कहा था कि एमएफ हुसैन का पेंट किया मेरे पिता राजीव गांधी का पोट्रेट खरीदने के लिए शुक्रिया। ये पोट्रेट 1985 में कांग्रेस के शताब्दी समारोह के दौरान उन्हें (राजीव गांधी) को भेंट किया गया था। ये मेरे स्वामित्व में मेरे पास मौजूद था।
प्रियंका गांधी ने यह भी लिखा था कि मैं 3 जून 2010 को लिखे आपके पत्र और एचएसबीसी बैंक के आपके खाते से 2 करोड़ रुपये के चेक (3 जून 2010) के मिलने की पुष्टि करती हूं जो कि पेंटिंग के फुल और फाइनल भुगतान से संबद्ध था।
अब सवाल यह है कि एमएफ हुसैन ने प्रधानमंत्री या तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राजीव गांधी को जो पेंटिंग उपहार में दी, उसे परिवार ने कैसे बेच दिया? अगर प्रधानमंत्री को दिया गया तो सरकारी संपत्ति हुई या फिर कांग्रेस अध्यक्ष को दिया गया तो पार्टी की संपत्ति हुई। फिर उसे बेचने का अधिकार परिवार को नहीं है। ऐसे में प्रियंका ने पेंटिंग किसी को कैसे बेच दी?