राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार 15 सितम्बर को कानपुर के ईश्वरीगंज गांव में राष्ट्रव्यापी स्वच्छता अभियान ‘स्वच्छता ही सेवा’ का शुभारंभ किया। उन्होंने लोगों को स्वच्छता ही सेवा की शपथ भी दिलाई। जिसमें स्वच्छ स्वास्थ्यवर्धक और न्यू इंडिया के निर्माण का संकल्प लिया गया। राष्ट्रपति कोविंद ने ग्राम स्तर के उन नायकों को भी सम्मानित किया जिन्होंने ईश्वरीगंज गांव को ओडीएफ घोषित कराने में अपना योगदान दिया है।
राष्ट्रपति ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत स्वच्छता और आरोग्यता के लिए संघर्ष कर रहा है। आज सभी को जन आरोग्यता व्यक्तिगत स्वच्छता और पर्यावरण स्वच्छता की शपथ ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वच्छता केवल सफाई कर्मचारियों और सरकार के विभागों की जिम्मेदारी नहीं है यह ऐसा राष्ट्रीय आंदोलन है जिसमें सभी की भागीदारी आवश्यक है, आज हमें हमारे घरों, सार्वजनिक स्थलों गांवों और शहरों को साफ करने के लिए प्रयत्न करने होंगे। इसका उद्देश्य यह है कि वातावरण स्वच्छ हो और हर स्थान पर सफाई हो। इससे लोगों को समृधि का लाभ मिलेगा। स्वच्छ भारत का मिशन हासिल करना राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ, केंद्रीय पेय जल एवं स्वच्छता मंत्री उमा भारती, कानपुर से लोकसभा सांसद डॉ मुरली मनोहर जोशी उपस्थित थे।
इससे पहले राष्ट्रपति ने लखनऊ में दीनदयाल उपाध्याय स्मृति वाटिका का दौरा किया। उन्होंने सामाजिक चिंतक एवं राजनीतिक नेता स्व दीन दयाल उपाध्याय की प्रतिमा को श्रद्धांजलि अर्पित की।