विपक्ष की अगुवाई को लेकर कांग्रेस और ममता बनर्जी में छिड़ी जंग में अब चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी कूद पड़े हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से कांग्रेस पर हमला करना शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि 2024 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सामने विकल्प के रूप में ममता बनर्जी को आगे करना प्रशांत किशोर का चुनावी दिमाग है। यही वजह है कि उन्होंने मजबूत विपक्ष की अगुवाई को लेकर कांग्रेस की कथित दावेदारी पर ही सवाल उठाना शुरू कर दिया है। राहुल गांधी पर ममता बनर्जी के हमले के एक दिन बाद ही प्रशांत किशोर ने कहा कि कांग्रेस पिछले दस सालों में 90 प्रतिशत से अधिक चुनाव हार चुकी है, ऐसे में विपक्ष के नेतृत्व का फैसला भी लोकतांत्रिक तरीके से होना चाहिए।
प्रशांत किशोर ने ट्वीट किया, ‘कांग्रेस जिस विचारधारा का प्रतिनिधित्व करती है और जो उसका स्थान है, वह एक मजबूत विपक्ष के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। लेकिन कांग्रेस का नेतृत्व किसी एक शख्स का दिव्य अधिकार नहीं है खासकर तब जब पार्टी पिछले 10 वर्षों में 90 प्रतिशत से ज्यादा चुनाव हार चुकी हो। विपक्ष को लोकतांत्रिक तरीके से अपने नेतृत्व का फैसला करने देना चाहिए।’ हालांकि इस ट्वीट में प्रशांत किशोर ने खुलकर किसी का नाम नहीं लिया है, लेकिन समझा जा रहा है कि उनके निशाने पर राहुल गांधी हैं।
The IDEA and SPACE that #Congress represents is vital for a strong opposition. But Congress’ leadership is not the DIVINE RIGHT of an individual especially, when the party has lost more than 90% elections in last 10 years.
Let opposition leadership be decided Democratically.
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) December 2, 2021
प्रशांत किशोर पहले भी राहुल गांधी पर हमला बोल चुके हैं। राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया था, ‘जो लोग उम्मीद लगाए बैठे हैं कि लखीमपुर खीरी की घटना से ग्रैंड ओल्ड पार्टी (जीओपी) यानि कांग्रेस के नेतृत्व वाला विपक्ष त्वरित वापसी करेगा, उन्हें निराशा हाथ लगेगी। दुर्भाग्य से जीओपी की गहरी जड़ें और संरचनात्मक कमजोरी का कोई त्वरित समाधान नहीं है।’ दरअसल राहुल गांधी और प्रियंका गांधी हिंसा में मारे गए किसानों के परिवार से मुलाकात के लिए लखीमपुर खीरी गए थे। उन्होंने इस मुद्दे को तुल देकर सियासी फायदा उठाने की पूरी कोशिश की थी।
People looking for a quick, spontaneous revival of GOP led opposition based on #LakhimpurKheri incident are setting themselves up for a big disappoinment.
Unfortunately there are no quick fix solutions to the deep-rooted problems and structural weakness of GOP.
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) October 8, 2021
अक्टूबर 2021 में गोवा में एक कार्यक्रम के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा था कि बीजेपी कई दशकों तक कहीं जाने वाली नहीं है लेकिन राहुल गांधी हैं कि समझते ही नहीं। तब एक सवाल-जवाब सत्र के दौरान उन्होंने कहा था, ‘बीजेपी भारतीय राजनीति का केंद्र बनने जा रही है…वह भले जीते या हार जाए, लेकिन अब वह वैसी ही है जैसे कांग्रेस आजादी के बाद अपने शुरुआती 40 सालों में थी। बीजेपी कहीं नहीं जा रही हैं। एक बार आप राष्ट्रीय स्तर पर 30 प्रतिशत+ वोट हासिल कर लेते हैं तो आप इतनी जल्दी नहीं जाते।’
प्रशांत किशोर ने आगे कहा था, ‘आप कभी भी इस वहम में न रहें कि लोग नाराज हो रहे हैं और वे मोदी को उखाड़ फेंकेंगे। हो सकता है कि वे मोदी को उखाड़ फेंके लेकिन बीजेपी कहीं नहीं जा रही। वह यही रहेगी…अगले कई दशकों तक रहेगी…। दरअसल दिक्कत शायद राहुल गांधी के ही साथ है। वह सोचते हैं कि बस कुछ वक्त की बात है, लोग उन्हें (नरेन्द्र मोदी) उखाड़ फेंकेंगे। यह नहीं होने वाला है। जबतक आप उनकी (पीएम मोदी) ताकत को समझेंगे नहीं, मानेंगे नहीं तबतक आप उन्हें काउंटर नहीं कर सकते, कभी पराजित नहीं कर सकते।’