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पीएम मोदी की संवेदनशीलता की हो रही तारीफ, बेहोश होकर गिरे व्यक्ति के बने मददगार

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 140 करोड़ देशवासियों के सबसे बड़े शुभचिंतक हैं। जब जब देशवासियों पर संकट आया है, वो संकटमोचक बनकर सामने आए हैं। जहां तक संभव हो सका है, उनकी मदद के लिए फौरन हाथ बढ़ाया है। एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी ने एक बेहोश होकर गिरे व्यक्ति का मददगार बनकर मानवता की मिसाल पेश की है। प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को बेंगलुरु से दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पहुंचे तो बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की अगुवाई में पार्टी के सांसदों और बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने ग्रैंड वेलकम किया। प्रधानमंत्री मोदी जब लोगों को संबोधित कर रहे थे, तभी भीड़ में मौजूद एक व्यक्ति बेहोश होकर गिर पड़ा। प्रधानमंत्री मोदी की उस व्यक्ति पर नजर पड़ते ही फौरन अपने डॉक्टरों की टीम से उसकी देखभाल करने का निर्देश दिया। 

दरअसल प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा टीम का एक कर्मी उनके संबोधन के दौरान बेहोश होकर गिर पड़ा। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि प्रधानमंत्री मोदी लोगों को संबोधित कर रहे हैं। तभी एक व्यक्ति बेहोश होकर गिर पड़ता है। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं, “उनको जरा देखो, मेरी डॉक्टरों की टीम जरा पहुंचे उनके पास। मेरे साथ जो डॉक्टर हैं जरा देख लें इनको। उनको हाथ पकड़ कर ले जाइए, बिठा दीजिए कहीं और जूते वैगेरह खोल दीजिए उनका।” प्रधानमंत्री मोदी की इस संवेदनशीलता ने सबका दिल जीत लिया है। आज उनकी इस पहल के लिए काफी तारीफ हो रही है। 

यह पहली बार नहीं है, जब प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसी संवेदनशीलता दिखाई है। इससे पहले कई ऐसे मौके आए हैं, जब उन्होंने अपनी सजगता से संकट में पड़े लोगों की जान बचाई है…

मेहसाणा में बेहोश महिला कांस्टेबल के बने मददगार

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 23 नंबर, 2022 को गुजरात के मेहसाणा में बीजेपी की चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अपना भाषण तब रोक दिया जब सुरक्षा टीम में शामिल एक महिला कांस्टेबल अचानक बेहोश होकर गिर पड़ी। प्रधानमंत्री मोदी ने महिला कांस्टेबल को पानी देने और इलाज की व्यवस्था करने का फौरान निर्देश दिया। ट्विटर पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी को गुजराती में लोगों से महिला कांस्टेबल को पानी उपलब्ध कराने के लिए कहते हुए सुना जा सकता है।

सूरत में बेहोश होकर गिरे कैमरामैन की बचाई जान 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने गुजरात दौरे पर सूरत के एक कार्यक्रम के दौरान संवेदनशीलता की मिसाल पेश की। प्रधानमंत्री मोदी 30 जनवरी, 2019 को सूरत में एयरपोर्ट के नए टर्मिनल की नींव रखने के बाद उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित कर रहे थे, तभी कार्यक्रम को कवर कर रहा एक कैमरामैन बेहोश हो गया। जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी को यह बात समझ में आई, उन्होंने अपना भाषण कुछ देर के लिए रोक दिया और कैमरामैन को तुरंत एंबुलेंस से अस्पताल भेजने का आदेश दिया।  

मिदनापुर में पंडाल गिरते देख एसपीजी को सहायता का निर्देश दिया

पश्चिम बंगाल के मिदनापुर में जुलाई 2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली के दौरान पंडाल गिर जाने से 24 महिलाओं सहित 90 व्यक्ति घायल हो गए। रैली में पंडाल उस समय गिरा जब प्रधानमंत्री मोदी भाषण दे रहे थे। पंडाल गिरने से पहले अपना भाषण रोक कर प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को समझाया था। उन्होंने लोगों को सावधानी बरतने की अपील की। उन्होंने कहा कि कोई भागा-दौड़ी मत कीजिए। नीचे उतरिए आप लोग। वीडियो में उन्हें संभाल कर उतरने और कोई ऊपर नहीं चढ़े इसके लिए कहते हुए सुना जा सकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के दौरान पंडाल गिरते देखा, तब उन्होंने तत्काल अपने पास खड़े एसपीजी कर्मियों को लोगों को देखने और घायलों की सहायता करने का निर्देश दिया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अस्पताल जाकर घायलों से मिलकर उनका दर्द बांटने की कोशिश की।

पीएम मोदी की सतर्कता की वजह से कैमरामैन की बची जान

प्रधानमंत्री मोदी ने अगस्त 2016 में गुजरात के सनेसरा में महत्कांक्षी साउनी जल परियोजना का उद्घाटन किया था। बांध से पानी छोड़ने के लिए बटन दबाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी उस तरफ देख रहे थे, जहां से पानी निकलना था। तभी प्रधानमंत्री मोदी ने देखा कि वहां एक कैमरामैन खड़ा था। उन्होंने उसे वहां से हटने का इशारा किया। दूरदर्शन का कैमरामैन पानी के बहाव की दिशा को लेकर अनजान था और वह शॉट लेने में व्यस्थ था। जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी ने इशारा किया कैमरामैन भी वहां से फौरन हट गया। लेकिन उसका कैमरा वहीं छूट गया। पानी का बहाव इतना तेज था कि कैमरा ट्राइपॉड पर टिका नहीं रह सका और बह गया।

 

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