प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को तेलंगाना में कहा कि आज के नए भारत में देशवासियों की आशाएं, आकांक्षाएं, उनके सपने पूरे करना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। हम दिन-रात इसी कोशिश में जुटे हैं, लेकिन कुछ मुट्ठीभर लोग विकास के इन कार्यों से बहुत बौखलाए हुए हैं। ऐसे लोग जो परिवारवाद, भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार को पोषित करते रहे, उन्हें ईमानदारी से काम करने वालों से परेशानी हो रही है। ये लोग केवल अपने कुनबे को फलता-फूलता देखना पसंद करते हैं। हर प्रोजेक्ट में, हर इन्वेस्टमेंट में ये लोग अपने परिवार का स्वार्थ देखते हैं। पीएम मोदी ने तेलंगाना के लोगों को ऐसे लोगों से सतर्क रहने की जरूरत बताते हुए कहा कि भ्रष्टाचार और परिवारवाद एक-दूसरे से अलग नहीं हैं। जहां परिवारवाद और भाई-भतीजावाद होता है वहीं से हर प्रकार का करप्शन फलना-फूलना शुरू हो जाता है। परिवारवाद और वंशवाद का मूलमंत्र ही भ्रष्टाचार से सब चीजों को कंट्रोल करना है। आज जब भ्रष्टाचारियों की जड़ों पर प्रहार हो रहा है तो ये लोग तिलमिलाए हुए हैं।तेलंगाना के सपनों को पूरा करना एनडीए सरकार अपना कर्तव्य समझती है
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को तेलंगाना में कई विकास परियोजनाओं के शुरुआत के मौके पर कहा कि बीते 9 वर्षों में हमारा निरंतर प्रयास रहा है कि भारत के विकास का जो नया मॉडल विकसित हुआ है, उसका भरपूर लाभ तेलंगाना को भी मिले। आज जिन प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है, वो तेलंगाना में Ease of Travel, Ease of Living और Ease of Doing Business तीनों को बढ़ाएंगे। तेलंगाना के लोगों के विकास को लेकर जो सपने देखे गए, उनको पूरा करना केंद्र की एनडीए सरकार अपना कर्तव्य समझती है। इसलिए हम सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास-सबका प्रयास के मंत्र को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। बीते 9 वर्षों में हैदराबाद में ही करीब 70 किलोमीटर का मेट्रो नेटवर्क बनाया गया है। हैदराबाद Multi-Modal Transport System- MMTS प्रोजेक्ट पर भी इस दौरान तेज़ी से काम हुआ है। आज भी यहां 13 MMTS सर्विस शुरु हुई है।
केंद्र सरकार ने इस साल के बजट में तेलंगाना के लिए 600 करोड़ रखे
पीएम मोदी ने कहा कि तेलंगाना के सर्वांगीण और चौतरफा विकास के लिए इस वर्ष के केंद्र सरकार के बजट में तेलंगाना के लिए 600 करोड़ रुपये रखे गए हैं। इससे हैदराबाद-सिकंदराबाद सहित आसपास के जिलों के लाखों साथियों की सुविधा और बढ़ेगी। इससे नए बिजनेस हब बनेंगे, नए इलाकों में इन्वेस्टमेंट होना शुरु होगा। उन्होंने कहा कि आज का नया भारत, 21वीं सदी का नया भारत, तेजी से देश के कोने-कोने में मॉडर्न इंफ्रा बना रहा है। इस साल के बजट में भी 10 लाख करोड़ रुपए आधुनिक इंफ्रा के लिए अलॉट किए गए हैं। तेलंगाना में भी बीते 9 वर्षों में रेलवे बजट में लगभग 17 गुना की वृद्धि की गई है। इससे नई रेल लाइन बिछाने का काम हो, रेल लाइनों की डबलिंग का काम हो या फिर Electrification का काम, सभी कुछ, रिकॉर्ड तेज़ी से हुआ है। आज जिस सिकंदराबाद और महबूबनगर के बीच रेललाइन की डबलिंग का काम पूरा हुआ है, वो इसी का एक उदाहरण है। इससे हैदराबाद और बैंगलुरु की कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी।केंद्र सरकार की योजनाओं से तेलंगाना लगातार हो रहा लाभांवित
प्रधानमंत्री ने कहा कि देशभर के बड़े रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाने का जो अभियान शुरु हुआ है, उसका लाभ भी तेलंगाना को मिल रहा है। सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन का विकास भी इसी अभियान का हिस्सा है। रेलवे के साथ ही केंद्र सरकार द्वारा तेलंगाना में हाईवे का नेटवर्क भी तेज़ गति से विकसित किया जा रहा है। आज 4 हाईवे प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास यहां हुआ है। पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार इस राज्य में आधुनिक नेशनल हाईवेज के निर्माण के लिए पूरी शक्ति से जुटी है। आज तेलंगाना में नेशनल हाईवे की लंबाई दोगुनी हो चुकी है। साल 2014 में जब तेलंगाना का निर्माण हुआ था, तब यहां 2500 किलोमीटर के आसपास नेशनल हाईवे थे। आज तेलंगाना में नेशनल हाईवे की लंबाई बढ़कर 5 हजार किलोमीटर पहुंच गई है। इन वर्षों में केंद्र सरकार ने तेलंगाना में नेशनल हाईवे बनाने के लिए करीब-करीब 35 हजार करोड़ रुपए खर्च किए हैं।राज्य सरकार से सहयोग ना मिलने के कारण प्रोजेक्ट्स में हो रही है देरी
पीएम मोदी ने कहा कि तेलंगाना में इंडस्ट्री और खेती दोनों के विकास पर केंद्र सरकार बल दे रही है। टेक्सटाइल ऐसा ही उद्योग है, जो किसान और मज़दूर दोनों को बल देता है। देशभर में 7 मेगा टेक्सटाइल पार्क बनने हैं, उनमें एक मेगा टेक्सटाइल पार्क तेलंगाना में भी बनेगा। इससे युवाओं के लिए नए रोजगार का निर्माण होगा। रोजगार के साथ-साथ तेलंगाना में शिक्षा और स्वास्थ्य पर भी केंद्र सरकार बहुत निवेश कर रही है। तेलंगाना को अपना AIIMS देने का सौभाग्य हमारी सरकार को मिला है। पीएम ने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की इन कोशिशों के बीच, मुझे एक बात को लेकर दुख भी होता है। केंद्र के ज्यादातर प्रोजेक्ट्स में राज्य सरकार से सहयोग ना मिलने के कारण देरी हो रही है। उन्होंने राज्य सरकार से आग्रह किया कि वो विकास से जुड़े कार्यों में कोई बाधा ना आने दे, विकास के कार्यों में तेजी लाए।सोशल जस्टिस के नाम पर बनी पार्टियां, फैमिली प्रॉपर्टी बनकर रह गईं
परिवारवाद और भ्रष्टाचार पर प्रहार करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज परिवारवादी दल, चाहे तेलंगाना में हों या देश के किसी भी कोने में, सबकी स्थिति एक ही है। इन दलों ने लोकतंत्र की प्रक्रियाओं को अपनी मुठ्ठी में तकने ती कोशिश की है। ये परिवारवादी अपने परिवार के किसी सदस्य के अलावा किसी को आगे नहीं बढ़ने देते। पूरा परिवार मिलकर जनता को लूटता है। और यहां तेलंगाना की हालत भी आप और हम देख रहे हैं। इनके भ्रष्ट हाथ इतने लंबे हो चुके हैं कि यहां तेलंगाना में बैठकर ये लोग दिल्ली में भ्रष्टाचार कर रहे हैं। ये परिवारवादी पार्टियां, अपनी राजनीति चलाने के लिए जातिवाद, भाषावाद और क्षेत्रवाद का सहारा लेती हैं, लेकिन भलाई सिर्फ अपनी ही करती हैं। इन लोगों ने सामाजिक न्याय और संविधान की आड़ में परिवारवाद और भ्रष्टाचारवाद को सही ठहराने का रास्ता चुन लिया। सोशल जस्टिस के नाम पर बने राजनीतिक दल, फैमिली प्रॉपर्टी बनकर रह गए हैं। अगर मंशा वाकई सोशल जस्टिस की थी, तो इतने दशकों तक बहुत बड़ी आबादी, वंचित ही क्यों रह गई, गरीब क्यों रह गई?केंद्र सरकार परिवारतंत्र की बेड़ियों से मुक्त हुई तो सुखद परिणाम आए
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब सबका साथ-सबका विकास की भावना से काम होता है, तो सच्चे अर्थों में लोकतंत्र मजबूत होता है, तब वंचितों-शोषितों-पीड़ितों को वरीयता मिलती है। यही संविधान की सच्ची भावना है। जब 2014 में केंद्र सरकार परिवारतंत्र की बेड़ियों से मुक्त हुई, तो क्या परिणाम आय़ा, ये पूरा देश देख रहा है। बीते 9 वर्षों में देश की 11 करोड़ माताओं-बहनों बेटियों को टॉयलेट की सुविधा मिली है। इसमें तेलंगाना के 30 लाख से अधिक परिवारों की माताएं-बहनें भी शामिल हैं। बीते 9 वर्षों में देश में 9 करोड़ से अधिक बहनों-बेटियों को उज्जवला का मुफ्त गैस कनेक्शन मिला है। तेलंगाना के 11 लाख से अधिक गरीब परिवारों को भी इसका लाभ मिला है। तेलंगाना के 1 करोड़ परिवारों का पहली बार जनधन बैंक खाता खुला है। यहां 5 लाख स्ट्रीट-वेंडर्स को पहली बार बैंक लोन मिला है। तेलंगाना के 40 लाख से अधिक छोटे किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के तहत लगभग 9 हज़ार करोड़ रुपए भी मिले हैं। ये वो वंचित वर्ग है, जिसको पहली बार वरीयता मिली है, प्राथमिकता मिली है।