प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के पश्चिमी तटीय हिस्सों में निसर्ग तूफान की स्थिति के मद्देनजर चक्रवात की स्थिति का जायजा लिया और लोगों से आग्रह किया कि वे हर संभव ऐहतियात और सुरक्षा उपाय बरतें। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट संदेश में कहा “भारत के पश्चिमी तटीय हिस्सों में तूफान की स्थिति के मद्देनजर स्थिति का जायजा लिया। सभी के कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं। मेरा लोगों से आग्रह है कि वे हरसंभव ऐहतियात और सुरक्षा उपाय अपनाएं।”
Took stock of the situation in the wake of cyclone conditions in parts of India’s western coast.
Praying for everyone’s well-being. I urge people to take all possible precautions and safety measures.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 2, 2020
प्रधानमंत्री मोदी ने चक्रवात की स्थिति के बारे में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और दमन दीव, दादरा और नगर हवेली के प्रशासक प्रफुल्ल के पटेल से बात की। उन्होंने केंद्र से हरसंभव सहायता और समर्थन का आश्वासन दिया है । प्रधानमंत्री के कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे, गुजरात के सीएम विजय रूपाणी और दमन दीव, दादरा और नगर हवेली के प्रशासक प्रफुल्ल के पटेल के साथ चक्रवात की स्थिति के बारे में बात की है। उन्होंने केंद्र से हरसंभव सहायता और समर्थन का आश्वासन दिया है।”
PM @narendramodi has spoken to CM of Maharashtra Shri Uddhav Thackeray, CM of Gujarat Shri @vijayrupanibjp and Administrator of Daman Diu, Dadra and Nagar Haveli Shri @prafulkpatel regarding the cyclone situation. He assured all possible support and assistance from the Centre.
— PMO India (@PMOIndia) June 2, 2020
पश्चिमी नौसेना कमान ने आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए कमर कसी
अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान निसर्ग को देखते हुए नौसेना की सभी टीमों को सतर्क कर दिया गया है और उन्हें तूफान के दौरान मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) की किसी भी आवश्यकता के लिए तत्परता से काम करने के लिए तैयार रखा गया है।
तूफान को देखते हुए नौसेना की पश्चिमी कमान ने बाढ़ राहत, बचाव और डूबने से लोगों को बचाने के लिए संबधित राज्य सरकारों के सहयोग से पर्याप्त संसाधन जुटा लिए हैं। मुंबई में, नौसेना की पश्चिमी कमान पूरे मानसून सीजन के दौरान अपनी पांच बाढ़ बचाव टीमों और तीन गोताखोर टीमों के साथ किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहेगा। ये दल आपदा की स्थिति में तुरंत कार्रवाई करने के लिए शहर के विभिन्न नौसेना क्षेत्रो में तैनात किए गए हैं। ये राहत और बचाव के लिए जरूरी सभी उपकरणों से सुसज्जित हैं और बचाव कार्यों में इन्हें पूरी तरह से प्रशिक्षित किया गया है। बाढ़ संभावित क्षेत्रों की पहचान की जा रही है और सभी आवश्यक तैयारियां चल रही हैं।
इसी तरह की व्यवस्था करवार, गोवा और गुजरात में दमन और दीव में भी नौसेना की तैनाती वाले क्षेत्रों में की गई है। इसके अलावा, मुंबई, गोवा और पोरबंदर के विभिन्न नौसेनिक अड्डों पर नौसेना के डोर्नियर विमान और हेलीकॉप्टर बाढ़ से बचाव के लिए दुर्गम स्थानों में बचाव टीमों को ले जाने तथा फंसे लोगों को निकालने के लिए तैयार खड़े हैं। संबंधित क्षेत्र के स्टेशन कमांडर राज्य अधिकारियों, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के संपर्क में हैं और कम से कम समय में संकट की स्थिति से निपटने में सक्षम हैं।