बिहार विधानसभा चुनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार, 7 नवंबर को औरंगाबाद में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। भारी भीड़ के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लोगों का भरोसा मोदी पर इसलिए है क्योंकि जब मैं कहता हूं, ये करने वाला हूं… तो उसे करके ही रहता हूं। उन्होंने कहा कि मोदी और नीतीश कुमार का ट्रैक रिकॉर्ड सबके सामने है और जब भी उन्होंने कोई वादा किया, उसे निभाया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले राम मंदिर का उदाहरण देते हुए कहा कि मोदी ने कहा था राम मंदिर बनेगा… बना की नहीं बना? डंके की चोट पर बना। उन्होंने कहा कि पांच सौ साल से अधूरा काम पूरा हुआ और यह इस बात का प्रमाण है कि उनकी सरकार केवल वादे नहीं, काम करती है। इसके बाद उन्होंने अनुच्छेद 370 का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने वादा किया था कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाई जाएगी, और वह काम भी कर दिखाया गया। पीएम मोदी ने कहा कि बिहार की धरती से उन्होंने पहलगाम हमले का बदला लेने की बात कही थी, और फिर दुनिया ने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को जवाब पाते देखा।

अपने भाषण में पीएम मोदी ने वन रैंक वन पेंशन (OROP) का भी जिक्र किया और कहा कि कांग्रेस ने चार दशकों तक फौजियों को सिर्फ झूठे वादे दिए। उन्होंने बताया कि आज 7 नवंबर को OROP लागू हुए 11 साल पूरे हो गए हैं और इस दौरान देश के फौजियों को एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि उनके खातों में भेजी गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस-आरजेडी वालों को तो एक लाख करोड़ रुपये लिखना भी नहीं आता, ये लोग 500 करोड़ का झूठ बोलते रहे।

रोजगार और भ्रष्टाचार पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एनडीए सरकार में बिहार में लाखों नौकरियां ईमानदारी से दी गई हैं, जबकि आरजेडी-कांग्रेस के समय नौकरी के बदले जमीन लिखवाने का घोटाला चलता था। उन्होंने कहा कि आज वे सभी नेता जमानत पर हैं और जांच एजेंसियां उनकी जांच कर रही हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग बिहार के युवाओं को कभी भी नौकरी नहीं दे सकते।

औरंगाबाद के लोगों को याद दिलाते हुए उन्होंने कहा कि कभी यह इलाका नक्सलवाद और माओवादी आतंक से पीड़ित था, जब अंधेरा होने से पहले सड़कों पर सन्नाटा छा जाता था। उन्होंने कहा कि जैसे ही जंगलराज की सरकार गई और नीतीश जी के नेतृत्व में सुशासन आया, वैसे ही नरसंहार और हिंसा खत्म हो गई। पीएम मोदी ने कहा कि हमने तय किया था कि नक्सलवाद की कमर तोड़कर रहेंगे और आज बिहार माओवादी आतंक से मुक्त हो रहा है।

रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अब बिहार में लोकतंत्र का उत्सव बिना डर-भय के मनाया जा रहा है। पहले के जंगलराज के दिनों में बूथ लूट, बम धमाके और गोलियां चलना आम बात थी, लेकिन अब शांतिपूर्ण मतदान हो रहा है। उन्होंने चुनाव आयोग की भी प्रशंसा की और कहा कि प्रथम चरण का मतदान पूरी पारदर्शिता और शांति से संपन्न हुआ।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण के आखिर में महिलाओं और सामान्य वर्ग के गरीबों के लिए चल रही योजनाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि एनडीए ने पंचायतों और नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया, सरकारी नौकरियों में 35 प्रतिशत आरक्षण दिया और संसद-विधानसभा में भी महिलाओं के लिए आरक्षण सुनिश्चित किया। उन्होंने ‘लखपति दीदी’ अभियान और ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ का जिक्र करते हुए बताया कि बिहार की 1.40 करोड़ बहनों के खाते में दस-दस हजार रुपये पहुंच चुके हैं, जिससे महिलाएं सिलाई-कढ़ाई और छोटे व्यापार शुरू कर रही हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सामान्य समाज के गरीबों को 10 प्रतिशत आरक्षण देकर उनकी जिंदगी बदलने का काम किया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने चेतावनी दी कि आरजेडी-कांग्रेस वाले कट्टा, फिरौती और रंगदारी की राजनीति लाना चाहते हैं और कहा कि बिहार को कट्टा सरकार या कुशासन सरकार नहीं चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि बिहार को एनडीए पर भरोसा है क्योंकि एनडीए ने बिहार को जंगलराज से निकालकर सुशासन की राह पर लाया है। औरंगाबाद की इस रैली में पीएम मोदी ने जोर देकर साफ शब्दों में कहा कि बिहार को जंगलराज नहीं, सुशासन चाहिए।









