प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि विज्ञान, तकनीक और नवाचार को आम लोगों से जोड़ना होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार 28 मार्च को नई दिल्ली में वर्ष 2016, 2017 और 2018 के शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार प्रदान किये। ये पुरस्कार विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए दिये जाते हैं। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा कि जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान से ही नए भारत का निर्माण होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हाल ही में एक पायलट प्रोजेक्ट पूरा हुआ है, जो एक तरह का अभ्यास था और अब रियल होगा। इसे बालाकोट के संदर्भ में देखा जा रहा है। भारत को नई ऊंचाईयों पर ले जाने और सारी दुनिया के सामने देश का नाम रौशन करने के लिए देश के वैज्ञानिक समुदाय ने प्रधानमंत्री मोदी का खड़े होकर अभिवादन किया। प्रधानमंत्री ने उनके इस अभिवादन को स्वीकार करते हुए कहा कि वो वैज्ञानिक सम्मान के हकदार हैं, जिनकी मेहनत के बल पर एक नए भारत का निर्माण हो रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान से ही नए भारत के निर्माण का सपना साकार होगा। उन्होंने साथ ही कहा कि विज्ञान से जुड़ी संस्थाओं को भविष्य की जरूरतों के हिसाब से खुद को ढालना होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार शिक्षा, खासकर उच्च शिक्षा के विकास के लिए कई बड़े कदम उठा रही है। शिक्षण संस्थानों में शोध और नवाचार को बढ़ावा देना भी इनमें शामिल है। उन्होंने वैज्ञानिक समुदाय से अपील की कि वो दुनिया को नई दिशा देने वाली तकनीक विकसित करें।