प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के लोगों को 75वें स्थापना दिवस की बधाई दी है। अपने बधाई संदेश में उन्होंने कहा कि यह एक सुखद संयोग है कि 75वां स्थापना दिवस देश की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में संपन्न हो रहा है। उन्होंने आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान राज्य के प्रत्येक निवासी तक विकास का अमृत पहुंचाने का संकल्प दोहराया।
प्रधानमंत्री ने अटल बिहारी वाजपेयी की एक कविता को उद्धृत करते हुए इस सुंदर राज्य के मेहनती और दृढ़निश्चयी लोगों के साथ अपने लंबे जुड़ाव को याद किया। हिमाचल के लिए अटल जी ने कभी लिखा था-
बर्फ ढंकी पर्वतमालाएं,
नदियां, झरने, जंगल,
किन्नरियों का देश,
देवता डोलें पल-पल !
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सौभाग्य से मुझे भी प्रकृति के अनमोल उपहार, मानवीय सामर्थ्य की पराकाष्ठा और पत्थर को चीरकर अपना भाग्य बनाने वाले हिमाचल वासियों के बीच रहने का, उनके दर्शन करने का बार-बार अवसर मिला है।
प्रधानमंत्री मोदी ने पर्यटन में नई प्रगति और स्थानीय लोगों के लिए अवसरों एवं रोजगार के नए अवसरों पर प्रकाश डाला। उन्होंने विशेष रूप से महामारी के दौरान कुशल और तीव्र गति से टीकाकरण के बारे में बता कर स्वास्थ्य क्षेत्र की प्रगति से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि हर नया क्षेत्र पर्यटकों के लिए प्रकृति, संस्कृति और एडवेंचर के नए अनुभव लेकर आ रहा है, और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार, स्वरोजगार की अनंत संभावनाओं के द्वार खोल रहा है।
प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री और उनकी टीम द्वारा विशेष रूप से सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में केंद्रीय कल्याण योजनाओं के विस्तार के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा, “ईमानदार नेतृत्व, शांतिप्रिय वातावरण, देवी-देवताओं का आशीर्वाद और कड़ी मेहनत करने वाले हिमाचल के लोग, ये सब अतुलनीय हैं। हिमाचल में तेजी से विकास के लिए आवश्यक सब कुछ मौजूद है।”