महाराष्ट्र के दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार यानि 16 फरवरी को यवतमाल में विकास से संबंधित करीब 10 परियोजनाओं का शिलान्यास और भूमि पूजन किया। इसके साथ ही उन्होंने नांदेड़ में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय भी राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने यवतमाल में अजनी से पुणे तक चलने वाली हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर उन्होंने 485.76 करोड़ रुपये की लागत से 166 किलोमीटर सड़क परियोजना का शिलान्यास किया। उन्होंने गरीबी उन्मूलन, सड़क, रेलवे, रोजगार और शिक्षा से जुड़ी कई योजनाओं का शिलान्यास किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपना संबोधन मराठी में शुरू करते हुए कहा कि आपका यह यावतमल इलाका मातृशक्ति का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि आपके ही इलाके के कुछ युवाओं ने हाल ही में एवरेस्ट फतह किया है। उन्होंने कहा कि कोलाम जनजाति के लोगों का स्वच्छता के प्रति आग्रह को देखकर ही मैंने उसे अपनी मन की बात में शामिल किया था। यहां के लोगों ने किले की जिस प्रकार सफाई की थी उसे कई लोगों को स्वच्छता के प्रति प्रेरणा मिली है। प्रधानमंत्री ने अपने वादे के बारे में याद दिलाते हुए कहा कि 20 मार्च 2014 को जब यहां आया था तो चाय पर चर्चा की थी। उसी समय मैंने आपलोगों से पूरी ताकत से काम करने का वादा किया था। उन्होंने सीधे वहां उपस्थित जनसमूह से पूछा कि मेरे काम, मेहनत और वादा के प्रति गंभीरता से आप लोगों को संतोष है कि नहीं। उनके इतना पूछते ही पीछे से एकसुर में हां में जवाब आया।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पुलवामा में आतंकियों के कुकृत्य पर देशवासियों के आक्रोश को मैं समझता हूं। महाराष्ट्र के दो वीरों ने भी अपने प्राणों की आहूति दी है। हम सभी की पीड़ा का अनुभव कर रहे हैं। लेकिन मैं देशवासियों को यह भरोसा देना चाहता हूं कि इन शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। आतंकी संगठनों और उनके सरपरस्तों ने जो गुनाह किया है, उसके लिए वह चाहे जितना छिपने की कोशिश करे उन्हें सजा जरूर दी जाएगी । हमे अपने सैनिकों के शौर्य और सामर्थ्य पर गर्व है। सुरक्षाबलों को खुली छूट दे दी गई है। एक ऐसा देश जो भारत के बंटवारे के बाद अस्तित्व में आया आज वह दिवालिया होने के कगार पर खड़ा है। वह आतंकियों के पनाहगाह का पर्याय बन गया है। उन्होंने कहा कि धैर्य रखिए, पुलवामा के गुनहगारों को कब, कहां कैसे और किस प्रकार सजा दी जाएगी ये सारी चीजें हमारे सुरक्षाबल तय करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज अगर हम विकास के पथ पर अग्रसर हैं तो इसके पीछे हमारे कई पूर्वजों के बलिदान का हाथ है। तभी हमारे यहां बच्चों की पढ़ाई, युवाओं की कमाई, वृद्धों की दबाई जैसी विकास की पंचधारा बह रही है।
अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए कनेक्टिविटी जरूरी है। तभी हमसफर ट्रेन का परिचालन शुरू किया गया है। इतना ही नहीं महाराष्ट्र में साढ़े चौदह हजार से अधिक परिवारों ने अपने नए पक्के घर में प्रवेश कर लिए हैं। उन्होंने कहा कि घर पक्का मिला है तो अब सपने भी पक्के होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिस प्रकार हमने अभी तक अपने सारे वादे निभाने में सफलता हांसिल की है वैसे ही एक बार फिर वादा करता हूं कि साल 2022 तक देश में सभी के पास पक्का घर होगा। अपने सरकार के काम-काज का ब्योरा देते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकरा ने अभी तक देश में डेढ़ करोड़ घर बना दिए हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत महाराष्ट्र सरकार ने ढाई लाख घर बनाए हैं। उन्होंने कहा कि देश में लड़कियों और महिलाओं के सशक्तिकरण और सम्मान बढ़ाने के लिए मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिलने वाले घर की रजिस्ट्री परिवार के महिला सदस्य के नाम करने की व्यवस्था की जा रही है।
महाराष्ट्र में महिला बचत घर का जहां विस्तार करने का काम किया गया है वहीं शक्ति भी दी गई है। उन्होंने कहा कि इन समूहों को ग्रामीण व्यवस्था का आधार बनाने के लिए पहले से ढाई गुणा ज्यादा मदद दी गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने हाल के बजट में देश के किसानों, मजदूरों और असंगठित क्षेत्रों में काम करने वालों को मिली सुविधाओं का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि किसान सम्मान योजना के तहत सीधे किसानों को हर वर्ष छह हजार रुपये केंद्र सरकार जमा करेगी। इससे अकेले महाराष्ट्र के 1.25 करोड़ किसानों को लाभ होगा। यह लाभ हर वर्ष दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि असंगठित श्रमयोगी मानधन योजना के तहत हर मजदूरों को 3 हजार रुपये मासिक पेशंन मिलेगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सामाजिक सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हमारी सरकार ने आदिवासियों के कल्याण के लिए कई काम किए हैं। जनधन योजना के तहत हर परिवार के लिए खाते खुलवाए गए हैं ताकि कोई बिचौलिया सरकार से मिले पैसे पर डाका नहीं डाल सकता है। मोदी सरकरा ने वन उपज पर तीन बार समर्थन मूल्य बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आने से पहले केंद्र की यूपीए सरकार जंगल के दस उपज पर समर्थन मूल्य देती थी, जबकि हमारी सरकार 60 चीजों पर समर्थन मूल्य दे रही है। बांस का समर्थन मूल्य देने के साथ उसका बाजार उपलब्ध करवाने पर भी काम किया जा रहा है।
आदिवासी युवाओं में कौशल विकास के लिए भी एकलव्य स्कूल खोले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 30 हजार आवादी वाले जनजातीय क्षेत्र में एकलव्य स्कूल खोला जा रहा है। सीकल सेल की बीमारी से खासकर विदर्भ क्षेत्र के लोग काफी परेशान हैं, इससे निजात दिलाने के लिए चंद्रपुर में रिसर्च सेंटर खोला जा रहा है। इसके अलावा उन्हें आयुष्माण योजना का लाभ मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि खेल में भारत को महाशक्ति बनाने में आदिवासियों की भूमिका को देखते हुए खेल सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। आदिवासी बाहुल्य जिले को 5 करोड़ रुपये तक की सहायता राशि देने का ऐलान किया।
मोदी ने कहा कि हमारी सरकार देश की आजादी की लड़ाई में आदिवासियों की भूमिका को देखते हुए उन्हें सम्मानित करने का फैसला किया है। ये सब इसलिए संभव हो पाया है कि क्योंकि आपने एक मजबूत सरकार बनाने के पक्ष में वोट दिया था। अगर उस समय चूक जाते तो आज वहीं खड़े होते जहां सालों से खड़े थे। अंत में प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी नई परियोजनाओं के लिए बधाई देता हूं। आदिवासियों की आजादी की लड़ाई में भूमिका को देखते हुए उन्हे सम्मानित किया जा रहा है। ये सब इसलिए संभव हो पाया क्योंकि आपने वोट दिया था, अगर चूक जाते तो वहीं रहते जहां आप सालों तक खड़े थे। विकास की सभी परियोजनाओं के लिए यवतमाल के लोगों को बधाई दी।