प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की स्वीकारोक्ति न सिर्फ भारत में हैं, बल्कि पूरे विश्व में हैं। उनकी लोकप्रियता हर आयु, हर वर्ग और हर देश के लोगों में है। सबसे दिलचस्प बात यह है कि प्रधानमंत्री मोदी मध्य एशियाई देशों के युवाओं के भी पसंदीदा नेता हैं। प्रधानमंत्री के आमंत्रण पर इंटरनेशनल यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत भारत भ्रमण करने पहुंचे मध्य एशियाई देशों के युवाओं का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की छवि विश्व में बेहतर की है। वे युवाओं की बात करते हैं और इसी कारण उन्हें भी प्रधानमंत्री मोदी पसंद हैं।
दरअसल मंगलवार (22 नवंबर, 2022) को युवा मामलों के विभाग ने अंतरराष्ट्रीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत मध्य एशियाई देशों के युवा प्रतिनिधिमंडल के 100 से अधिक सदस्यों की मेजबानी की। केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार रात प्रतिनिधिमंडल के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया, जहां उन्होंने कजाकिस्तान, किर्गिज गणराज्य, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के युवाओं के साथ बातचीत की। इस दौरान युवाओं ने प्रधानमंत्री मोदी की जमकर तारीफ की।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने अपने ट्विटर हैंडल से एक वीडियो शेयर किया, जिसमें प्रतिनिधियों को भारतीय फिल्मी गानों की धुन पर झूमते हुए देखा गया। एक वीडियो में मंत्री अनुराग ठाकुर प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत करते हुए नजर आए। इस दौरान अनुराग ठाकुर ने युवा प्रतिनिधियों की प्रस्तुतियों की भी सराहना की और कहा कि उन्होंने दिखाया कि भारतीय सिनेमा का मध्य एशिया पर कितना बड़ा प्रभाव है। इस तरह के कार्यक्रम सद्भावना और अच्छे संबंधों को बढ़ावा देने में काफी मददगार साबित होंगे।
Love for India reflected in the reverberating chorus of the Central Asian youth delegation!
कहते हैं हमको प्यार से
“India ??Wale” pic.twitter.com/0pIRG8msv9— Anurag Thakur (@ianuragthakur) November 22, 2022
एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि प्रतिनिधिमंडल 17 नवंबर को भारत पहुंचा और बुधवार (23 नवंबर) को उनके दौरे का अंतिम दिन था। शिष्टमंडल ने दिल्ली में प्रधानमंत्री संग्रहालय, युद्ध स्मारक और मुम्बई में टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, मुम्बई फिल्म सिटी, गेट वे ऑफ इंडिया और आगरा में ताजमहल का दौरा किया। यह दौरा भारत और मध्य एशियाई देशों के बीच सदियों पुराने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संपर्कों को नई ऊर्जा देने का प्रयास है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने 27 जनवरी, 2022 को पहले भारत-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन की वर्चुअल माध्यम से मेजबानी की थी। शिखर सम्मेलन में कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति सम्मिलित हुये थे। सम्मेलन संयोगवश ऐसे समय हुआ था, जब भारत और मध्य एशियाई देशों के बीच राजनयिक रिश्तों की स्थापना की 30वीं वर्षगांठ भी थी। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य एशियाई देशों के 100 सदस्यीय शिष्टमंडल की हर वर्ष मेजबानी करने का प्रस्ताव किया था, जिसका मध्य एशियाई नेतृत्व ने स्वागत किया था।