प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार को रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी कई परियोजनाओं की सौगात दी। प्रधानमंत्री मोदी ने वर्चुअल माध्यम से कोसी रेल मेगा ब्रिज का उद्घाटन किया। इस ब्रिज के चालू होने के साथ दशकों के बाद कोसी और मिथिलांचल आपस में रेल मार्ग से जुड़ गए हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने रेलवे से संबंधित 12 अन्य परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया।
उत्तर बिहार के क्षेत्र, जो दशकों से विकास से वंचित थे, वहां विकास को नई गति मिली है।
आज मिथिला और कोसी क्षेत्र को जोड़ने वाले महासेतु और सुपौल-आसनपुर कुपहा रेल रूट को बिहारवासियों की सेवा में समर्पित किया गया है। #BiharKaPragatiPath pic.twitter.com/n3oIiyemdv
— Narendra Modi (@narendramodi) September 18, 2020
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार में रेलवे की स्थिति में सुधार केंद्र की प्राथमिकता है। कोसी रेल मेगा ब्रिज के चालू होने के बाद अब बिहार के लोगों को तीन सौ किमी की यात्रा नहीं करनी पड़ेगी। आठ घंटे की यात्रा आधे घंटे में सिमट जाएगी। साढ़े आठ दशक पहले भूकंप की आपदा ने कोसी व मिथिला को अलग-थलग कर दिया था। आज दोनों इलाकों को जोड़ा गया है। आज बिहार में रेल कनेक्टिविटी के क्षेत्र में नया इतिहास रचा है। पीएम मोदी ने कहा कि अटल जी की सरकार के बाद काम की रफ्तार रुक गई थी। बाद में काम तेज किया गया। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल में भले ही ट्रेनें रुक गई थीं, लेकिन रेल का काम चलता रहा था। देश की पहली किसान रेल कोरोना काम में ही चली। बिहार में मालगाड़ी और यात्री गाड़ी दोनों के लिए अलग अलग ट्रैक बनाने का काम भी हो रहा है। अन्य क्षेत्रों में भी बड़े काम हुए और हो रहे हैं। बिहार के दरभंगा में नया एम्स भी बनाया जा रहा है। इच्छाशक्ति हो, दृढ़ निश्चय हो और नीतीश जैसा सहयोगी हो तो क्या कुछ संभव नहीं है।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने 12 अन्य रेल परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। इनमें किउल नदी पर एक रेल ब्रिज, दो नई रेल लाइनें, पांच विद्युतीकरण से संबंधित परियोजनांए, एक इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव शेड और बाढ़ व बख्तियारपुर में तीसरी रेल लाइन परियोजना भी शामिल रहे। प्रधानमंत्री मोदी ने सहरसा-असनपुर कुपहा रेल सेवा को सुपौल स्टेशन से हरी झंडी दिखाई। इसके साथ सुपौल, अररिया और सहरसा जिले के लोगों की यात्रा आसान हो गई। अब वहां से कोलकाता, दिल्ली और मुंबई जैसे महानगारों के लिए लंबी दूरी की सात्रा में भी आसानी हो जाएगी।
रेलवे के आधुनिकीकरण के व्यापक प्रयास का बहुत बड़ा लाभ बिहार को, पूर्वी भारत को मिल रहा है।
बीते 6 साल में 3 हजार किलोमीटर से अधिक रेलमार्ग के बिजलीकरण के साथ बिहार में लगभग 90 प्रतिशत रेल नेटवर्क का बिजलीकरण पूरा हो चुका है। आज इसमें 5 और प्रोजेक्ट जुड़ गए हैं। pic.twitter.com/WH1bHJWFb4
— Narendra Modi (@narendramodi) September 18, 2020
प्रधानमंत्री ने हाजीपुर से वैशाली आने-जाने वालो की सुविधा के लिए हाजीपुर-वैशाली-सुगौली नई रेल लाइन का उद्घाटन किया। पूर्व-मध्य रेलवे की इस योजना के तहत हाजीपुर से वैशाली तक रेल लाइन के साथ ही पांच रेलवे स्टेशन भी बन कर तैयार है।इस्लामपुर-तिलैया नई रेल लाइन पर ट्रेनों का परिचालन भी शुरू किया जा रहा है। पूर्व-मध्य रेलवे के दानापुर मंडल के अंतर्गत इस्लामपुर-नटेसर के बीच रेलवे लाइन के साथ विद्युतीकरण कार्य भी पूरा हो चुका है।