प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज 6 जून को जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल चिनाब ब्रिज का उद्घाटन किया। उन्होंने इसी ट्रैक पर बने अंजी ब्रिज का भी लोकार्पण किया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कटरा और श्रीनगर को जोड़ने वाली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘आज 6 जून है। ठीक एक महीने पहले 6 मई की वो रात पाकिस्तान के आतंकियों पर कयामत बरसी थी। अब पाकिस्तान कभी भी ऑपरेशन सिंदूर का नाम सुनेगा तो उसे अपनी शर्मनाक शिकस्त याद आएगी। पाकिस्तानी फौज और आतंकियों ने कभी सोचा नहीं था कि भारत, पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों पर इस तरह वार करेगा। वर्षों की मेहनत से उन्होंने आतंक की जो इमारतें बनाई थीं, कुछ ही मिनटों में खंडहर में बदल गईं।’
6 जून की रात—जब एक महीने पहले हमारे वीर जवानों ने #OperationSindoor के तहत पाकिस्तान के नापाक मंसूबों पर क़यामत बरसाई थी।
अब जब भी पाकिस्तान इस नाम को सुनेगा, उसे अपनी सबसे शर्मनाक और करारी शिकस्त की याद आएगी।
– आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी। pic.twitter.com/1tDGeR2WKx
— Bansuri Swaraj (@BansuriSwaraj) June 6, 2025
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘पाकिस्तान ने पहलगाम में इन्सानियत और कश्मीरियत, दोनों पर वार किया। उसका इरादा भारत में दंगे कराने का था। कश्मीर के मेहनकश लोगों की कमाई रोकने का था। इसलिए पाकिस्तान ने टूरिस्ट्स पर हमला किया। हर साल यहां रिकॉर्ड संख्या में टूरिस्ट आ रहे थे। जिस टूरिज्म से, गरीबों के घर चलते हैं, उसको पाकिस्तान ने निशाना बनाया। पाकिस्तान की साजिश इन सबको तबाह करने की थी। पाकिस्तान की इस साजिश के खिलाफ जिस प्रकार जम्मू-कश्मीर के लोग उठ खड़े हुए हैं, जम्मू-कश्मीर के आवाम ने इस बार जो ताकत दिखाई है, ये सिर्फ पाकिस्तान नहीं, दुनियाभर की आतंकवादी मानसिकता को जम्मू-कश्मीर के लोगों ने कड़ा संदेश दिया है।
सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ‘बरसों तक आतंक सहने के बाद जैसे जम्मू-कश्मीर ने इतनी बर्बादी देखी थी कि उन्होंने सपने देखना छोड़ दिया था। आतंकवाद को ही अपना भाग्य मान लिया था। जम्मू-कश्मीर को इस स्थिति से निकालना जरूरी था और हमने ये करके दिखाया है। आज जम्मू-कश्मीर का नौजवान नए सपने भी देख रहा है और उन्हें पूरे भी कर रहा है। जम्मू-कश्मीर के सभी लोगों से नरेंद्र मोदी का वायदा है। मैं यहां के विकास को रुकने नहीं दूंगा। यहां के नौजवानों को उनके सपने पूरा करने से कोई भी बाधा रूकावट बनती है तो उस बाधा को पहले मोदी का सामना करना होगा।’
समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ‘जम्मू-कश्मीर की अनेक पीढ़ियां रेल कनेक्टिविटी का सपना देखते-देखते गुजर गईं। मैं कल सीएम उमर अब्दुल्ला जी का बयान देख रहा था और अभी भाषण में भी बताया। वो भी बोले की जब वो सातवीं-आठवीं में पढ़ते थे तब से इस प्रोजेक्ट के पूरा होने का इंतजार कर रहे थे। आज जम्मू-कश्मीर के लाखों लोगों सपना पूरा हुआ है। ये भी हकीकत है कि जितने अच्छे काम हैं न, वो मेरे लिए ही बाकी रहे।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि चिनाब ब्रिज हो या फिर अंजी ब्रिज, ये जम्मू की और कश्मीर की, दोनों क्षेत्रों की समृद्धि का जरिया बनेंगे। इससे टूरिज्म तो बढ़ेगा ही इकॉनॉमी के दूसरे सेक्टर्स को भी लाभ होगा। जम्मू और कश्मीर की रेल कनेक्टिविटी, दोनों क्षेत्रों के कारोबारियों के लिए नए अवसर बनाएगी। इससे यहां की इंडस्ट्री को गति मिलेगी। अब कश्मीर के सेब कम लागत में देश के बड़े बाजारों तक पहुंच पाएंगे। समय पर पहुंच पाएंगे। इससे जम्मू कश्मीर के लोगों को देश के दूसरे हिस्सों में आना-जाना भी आसान होगा।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर मां भारती का मुकुट है। ये मुकुट एक से बढ़कर एक खूबसूरत रत्नों से जड़ा हुआ है। ये अलग-अलग रत्न जम्मू-कश्मीर का सामर्थ्य हैं। यहां की पुरातन संस्कृति, यहां के संस्कार, यहां की आध्यात्मिक चेतना, प्रकृति का सौंदर्य, यहां की जड़ी-बूटियों का संसार, फलों और फूलों का विस्तार, यहां के युवाओं में, आप लोगों में जो टैलेंट है, वो मुकुट मणि की तरह चमकता है।