भारत और इथियोपिया के सदियों पुराने रिश्तों ने उस वक्त एक ऐतिहासिक मोड़ ले लिया, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके समकक्ष अबी अहमद अली ने द्विपक्षीय संबंधों को ‘रणनीतिक साझेदारी’ (Strategic Partnership) के स्तर पर ले जाने का औपचारिक ऐलान किया। प्रधानमंत्री अबी अहमद अली के साथ उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल वार्ता के बाद, पीएम मोदी ने घोषणा की कि भारत और इथियोपिया अपने द्विपक्षीय संबंधों को अब ‘स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप’ के सर्वोच्च स्तर पर ले जा रहे हैं। अपनी पहली इथियोपिया यात्रा पर पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने इस निर्णय को दोनों देशों के साझा भविष्य के लिए एक ‘मील का पत्थर’ बताया।

यह कदम न केवल दोनों देशों के कूटनीतिक दायरों को बढ़ाएगा, बल्कि रक्षा, तकनीक और अर्थव्यवस्था जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग के एक नए अध्याय की शुरुआत भी करेगा। ग्लोबल साउथ की इन दो प्रमुख आवाजों का एक साथ आना आने वाले समय में वैश्विक राजनीति और विशेषकर अफ्रीकी महाद्वीप में शक्ति संतुलन की एक नई इबारत लिखेगा। प्रधानमंत्री ने इस कदम को दोनों देशों के बीच सदियों पुराने रिश्तों को नई ऊर्जा, गति और गहराई देने वाला बताया।

प्रधानमंत्री मोदी ने इथियोपिया के साथ भारत के हजारों वर्षों के सांस्कृतिक और व्यापारिक संपर्कों का जिक्र करते हुए कहा कि यहां कदम रखते ही उन्हें एक विशेष आत्मीयता का अनुभव हुआ है। उन्होंने दोनों देशों को ‘विविधता में एकता’ और ‘ग्लोबल साउथ’ का मजबूत स्तंभ करार दिया। प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से उल्लेख किया कि एक समावेशी विश्व के साझा सपने को पूरा करने के लिए ही भारत ने साल 2023 में अफ्रीकी यूनियन को जी-20 का स्थायी सदस्य बनाने की पहल की थी, जिसका मुख्यालय इथियोपिया में होना इस देश को अफ्रीकी कूटनीति का केंद्र बनाता है।

भविष्य की संभावनाओं पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने साफ किया कि दोनों देश अब अर्थव्यवस्था, नवाचार, तकनीक, रक्षा और स्वास्थ्य जैसे प्रमुख क्षेत्रों में एक ठोस रोडमैप के साथ आगे बढ़ेंगे। शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री ने इथियोपियाई छात्रों के लिए भारत में उपलब्ध स्कॉलरशिप की संख्या को दोगुना करने का एक बड़ा एलान भी किया।

सुरक्षा और वैश्विक शांति के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति को दोहराया। उन्होंने पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर इथियोपिया की संवेदनाओं और भारत का समर्थन करने के लिए प्रधानमंत्री अबी अहमद अली का आभार व्यक्त किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि आतंकवाद जैसी वैश्विक चुनौतियों से लड़ने के लिए मित्र देशों का एकजुट होना समय की मांग है। प्रधानमंत्री ने इस भव्य स्वागत के लिए इथियोपियाई नेतृत्व का धन्यवाद करते हुए विश्वास जताया कि यह साझेदारी आने वाले समय में वैश्विक कल्याण और लोकतंत्र की मजबूती के लिए मिसाल बनेगी।









