प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अक्सर कहते हैं कि हमें सफाई की सोच को व्यवहार में शामिल करना होगा। पीएम मोदी केवल कहते नहीं बल्कि उसे अपने आचरण में उतारते भी हैं। यही पीएम मोदी को सबसे अलग बनाता है। जब पीएम मोदी ने 2 अक्टूबर, 2014 को देश में साफ-सफाई को बढ़ावा देने के लिए स्वच्छ भारत अभियान शुरू करते हुए खुद हाथों में झाड़ू थामी थी, तो पूरे देश ने हाथ में झाड़ू थाम लिया। पीएम मोदी ने अपने आचरण से लोगों को प्रेरित कर स्वच्छता को जन आंदोलन बना दिया। यह सिलसिला वर्ष 2019 में भी चलता रहा।
आइए एक नजर डालते हैं, जब पीएम मोदी ने मौका मिलते ही स्वच्छता के लिए खुद पहल की और दूसरों के लिए मिसाल बन गए…
9 नवंबर, 2019
मंच पर गिरे कचरे को उठाया
करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी ने अपने स्वच्छ भारत अभियान को जारी रखते हुए मंच पर गिरे कचरे को उठाया और सहयोगी को दिया। आप इसे इस वीडियो के माध्यम से देख सकते हैं।
स्वच्छता के प्रति यही आग्रह है
जो मोदी जी को सबसे अलग बनाता है pic.twitter.com/26YgOL6EI9— BJP (@BJP4India) November 10, 2019
12 अक्टूबर, 2019
समुद्र तट पर सफाई
तमिलनाडु के मामल्लापुरम यानी महाबलीपुरम में प्रधानमंत्री मोदी सुबह की सैर पर निकले। इस दौरान उन्होंने समुद्र तट पर साफ-सफाई की और कचरा भी उठाया।
22 सितंबर, 2019
गुलदस्ते से गिरे फूल को उठाया
पीएम मोदी ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका के ह्यूस्टन पहुंचे। जॉर्ज बुश अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर एक अमेरिकी प्रतिनिधि मंडल ने उनका स्वागत फूलों के गुलदस्ते से किया। इसी दौरान एक फूल गुलदस्ते से गिर गया, जिसे पीएम मोदी ने सभी को चौंकाते हुए खुद उठाया।
11 सितंबर, 2019
कचरे से निकालीं प्लास्टिक
प्रधानमंत्री मोदी ने मथुरा से देश और दुनिया को ‘प्लास्टिक मुक्त भारत’ बनाने का संदेश दिया। यहां कूड़ा बीनने वाली 25 महिलाओं के साथ बैठकर खुद पीएम मोदी ने कचरे से प्लास्टिक निकालीं।
24 फरवरी, 2019
सफाईकर्मियों के धोए पैर
प्रधानमंत्री मोदी कुंभ में स्नान करने प्रयागराज पहुंचे। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने स्वच्छ कुंभ स्वच्छ आभार कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया। वहां वो न केवल सफाई कर्मियों से मिले बल्कि कुछ सफाई कर्मियों के पैर भी धोए और उन्हें अंग वस्त्र भी पहनाया।
2019 से पहले भी पीएम मोदी को जब भी मौका मिला खुद स्वच्छता के अभियान में जुट गए…
पीएम मोदी ने रखी शौचालय की नींव
23 सितंबर, 2017 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी के शहंशाहपुर गांव में अपने हाथों से पहली बार शौचालय की नींव रखी।
पीएम मोदी ने पेश की नजीर
अगस्त 2017 में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की किताब ”Tireless Voice Relentless journey:Key speeches & articles of Venkaiah Naidu” का विमोचन किया गया, इस अवसर पर पीएम मोदी ने एक बार फिर नजीर पेश की। किताब का विमोचन होने के बाद रैपर वहीं पीछे टेबल पर फेंक दिया गया। पीएम मोदी से रहा न गया और उन्होंने स्वयं ही रैपर उठाना शुरू कर दिया, तब वेंकैया नायडू ने भी उनका साथ दिया।
किताब विमोचन के बाद रैपर जेब में रखा
11 अप्रैल, 2017 को तत्कालीन लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन की किताब मातोश्री का विमोचन था, तभी पीएम मोदी ने कुछ ऐसा किया कि लोग देर तक तालियां बजाते रह गए। संसद की लाइब्रेरी बिल्डिंग के आडिटोरियम में किताब विमोचन के बाद भी पैकिंग पेपर हाथ में ही पकड़े रहे। कुछ ही देर में उन्होंने पैकिंग पेपर को दोनों हाथों से मोड़ा और फिर तुरंत ही अपनी हाफ जैकेट की बाईं जेब में उसे रख लिया। पीएम मोदी का आदतन किया गया यह आचरण एक नजीर बन गया।
स्वयं कुदाल उठाकर की सफाई
8 नवंबर, 2014 को पीएम मोदी ने काशी के अस्सी घाट पर गंगा के किनारे कुदाल से साफ-सफाई की। इस मौके पर भारी संख्या में स्थानीय लोगों ने स्वच्छ भारत अभियान में उनका साथ दिया।
जब पीएम ने स्वयं उठाया झाड़ू
2 अक्टूबर, 2014 को प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली के मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन के पास स्वयं झाड़ू उठाकर स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की थी। फिर वो वाल्मिकी बस्ती पहुंचे और वहां भी साफ-सफाई की और कूड़ा उठाया। उन्होंने इस अभियान को जन आंदोलन बनाते हुए देश के लोगों को मंत्र दिया था, ‘ना गंदगी करेंगे, ना करने देंगे’।