प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया। उन्होंने जहां मुंबई में दो नई वंदे भारत ट्रेनों का शुभारंभ किया, वहीं बोहरा समाज के एक कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि दाऊदी बोहरा समुदाय और मेरा रिश्ता काफी पुराना है। हमने बोहरा समुदाय के साथ मिलकर कई रचनात्मक प्रयासों को आगे बढ़ाया है। कुपोषण से लेकर जल संरक्षण के अभियान तक दोनों कैसे परस्पर ताकत बन सकते हैं, सब इसके साक्षी रहे हैं। विशेषकर, His Holiness सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन साहब के साथ मेरी चर्चाएं, उनकी सक्रियता और सहयोग, उनसे मुझे बहुत ऊर्जा मिलती थी। आज देश जब अपनी आजादी के अमृतकाल की यात्रा शुरू कर रहा है, तो शिक्षा के क्षेत्र में बोहरा समाज के योगदान की अहमियत और ज्यादा बढ़ जाती है।बोहरा समुदाय से रिश्ता काफी पुराना, कई रचनात्मक प्रयासों को आगे बढ़ाया
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे ये बात पता है कि, मुंबई शाखा के रूप में अलजमेया-तुस-सैफिया का जो विस्तार हो रहा है, इसका सपना दशकों पहले His Holiness सैयदना अब्दुलकादिर नईमुद्दीन साहेब ने देखा था। कुछ प्रयास और सफलताएं ऐसी होती हैं, जिनके पीछे कई दशकों के सपने लगे होते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में इतना बड़ा सपना अपने आपमें एक बड़ी बात थी। आज देश नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति जैसे सुधारों के साथ अमृतकाल के संकल्पों को आगे बढ़ा रहा है। महिलाओं और बेटियों को आधुनिक शिक्षा के नए अवसर मिल रहे हैं। इसी मिशन के साथ अलजमेया-तुस-सैफिया भी आगे बढ़ रहा है।
भारतीय कलेवर में ढली आधुनिक शिक्षा व्यवस्था देश की प्राथमिकता
प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में भारत कभी नालंदा और तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालयों का केंद्र हुआ करता था। पूरी दुनिया से लोग यहाँ पढ़ने और सीखने आते थे। अगर हमें भारत के वैभव को वापस लाना है, तो हमें शिक्षा के उस गौरव को भी वापस लाना होगा। भारतीय कलेवर में ढली आधुनिक शिक्षा व्यवस्था देश की प्राथमिकता है। इसके लिए हम हर स्तर पर काम कर रहे हैं। पिछले 8 वर्षों में रिकॉर्ड संख्या में यूनिवर्सिटीज़ भी खुली हैं। 2004 से 2014 के बीच देश में 145 मेडिकल कॉलेज खोले गए थे। जबकि 2014 से 2022 के बीच 260 से ज्यादा मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं। ये स्पीड और स्केल इस बात के गवाह हैं कि भारत उस युवा पीढ़ी का Pool बनने जा रहा है जो विश्व के भविष्य को दिशा देगी।सकारात्मक बदलावों से आज देश के युवा बने रहे हैं जॉब क्रिएटर
पीएम मोदी ने कहा कि किसी भी देश में उसका एजुकेशन सिस्टम और उसका इंडस्ट्रियल ecosystem दोनों ही मजबूत होना जरूरी होता है। इंस्टीट्यूट और इंडस्ट्री, ये दोनों, एक दूसरे के पूरक होते हैं। ये दोनों युवाओं के भविष्य की नींव रखते हैं। दाऊदी बोहरा समाज के लोग तो खासकर बिज़नस में काफी सक्रिय भी हैं, और सफल भी हैं। बीते 8-9 वर्षों में ‘Ease of Doing Business’ की दिशा में ऐतिहासिक काम हुआ है। इस दौरान देश ने ऐसे सैकड़ों प्रावधानों को Decriminalize किया, जिनका डर दिखाकर पहले Entrepreneurs को परेशान किया जाता था। लेकिन आज, सरकार जॉब क्रिएटर्स के साथ खड़ी नजर आती है। इन बदलावों से जो युवा जॉब क्रिएटर बनने का सपना देख रहे हैं,उनके लिए आगे बढ़ने के कई अवसर पैदा होंगे।आज देश परंपरा और आधुनिकता के संगम की तरह विकास के रास्ते पर
पीएम मोदी ने कहा कि एक देश के रूप में भारत के लिए विकास भी महत्वपूर्ण है, और विरासत भी महत्वपूर्ण है। इसीलिए, आज देश परंपरा और आधुनिकता के संगम की तरह विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। एक ओर देश में आधुनिक फिजिकल इनफ्रास्ट्रक्चर बन रहा है, तो साथ ही देश सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी निवेश कर रहा है। आज हम पर्व-त्योहारों की प्राचीन साझी परंपरा को भी जी रहे हैं, और त्योहारों की खरीदारी के दौरान आधुनिक टेक्नालजी से पेमेंट भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश इस वर्ष G-20 जैसे महत्वपूर्ण वैश्विक मंच की अध्यक्षता कर रहा है। विदेशों में रहने वाले बोहरा समुदाय के लोग सामर्थ्यवान होते भारत के ब्रैंड एंबेसडर की भूमिका निभा सकते हैं। मैं चाहूँगा, इस तरह के प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए सभी समाज, सभी संप्रदाय आगे आयें। दाऊदी बोहरा समाज इसमें बड़ी भूमिका निभा सकता है।वंदे भारत ट्रेन भारत की स्पीड और स्केल दोनों का शानदार प्रतिबिंब
इससे पहले पीएम मोदी ने मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पर दो वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत की। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन भारत की स्पीड और स्केल दोनों का शानदार प्रतिबिंब है। यह इसका क्रेज ही है कि इससे कनेक्ट होने वाले राज्यों और जिलों की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। अभी तक 10 ऐसी ट्रेनें देशभर में चलनी शुरू हो चुकी हैं। आज देश के 17 राज्यों के 108 जिले वंदेभारत एक्सप्रेस से कनेक्ट हो चुके हैं। पीएम मोदी ने कहा कि मुझे याद है, एक जमाना था जब सांसद चिट्ठी लिखा करते थे कि हमारे क्षेत्रों में ट्रेनों को रुकवाया जाए। अब देशभर के सांसद चिट्ठी लिखकर कहते हैं कि हमारे क्षेत्र में भी वंदेभारत ट्रेन चलवाई जाए।इतिहास में पहली बार इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए 10 लाख करोड़ का प्रावधान
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 21वीं सदी के भारत को बहुत तेजी से अपने पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को सुधारना ही होगा। जितनी तेजी से हमारा पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम आधुनिक बनेगा, उतना ही देश के नागरिकों की Ease of Living बढ़ेगी, उनकी Quality of Life में सुधार आएगा। इसी सोच के साथ आज देश में आधुनिक ट्रेनें चलाई जा रही हैं, मेट्रो का विस्तार हो रहा है, नए-नए एयरपोर्ट्स और पोर्ट्स बनाए जा रहे हैं। कुछ दिन पहले जो देश का बजट आया, उसमें भी इसी भावना को सशक्त किया गया है। भारत के इतिहास में पहली बार 10 लाख करोड़ रुपए सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए रखे गए हैं। ये 9 साल की तुलना में 5 गुना ज्यादा है। इसमें भी रेलवे का हिस्सा लगभग ढाई लाख करोड़ रुपए का है। पीएम ने कहा कि मुझे विश्वास है कि डबल इंजन सरकार के डबल प्रयासों से महाराष्ट्र में कनेक्टिविटी और तेजी से आधुनिक बनेगी।इस बार का बजट मध्यम वर्ग को और मजबूती देने का काम करेगा
पीएम मोदी ने कहा कि इस बार का बजट मध्यम वर्ग को और मजबूती देने का काम करेगा। Salaried Class हो या फिर व्यापार-कारोबार से जुड़ा Middle Class, यह दोनों की उम्मीदों पर खरा उतरने वाला है। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले तक क्या हाल था। जो भी व्यक्ति साल में 2 लाख रुपए से ज्यादा कमाता था, उस पर टैक्स लग जाता था। भाजपा सरकार ने पहले 5 लाख रुपए तक की कमाई पर टैक्स में छूट दी और इस बजट में इसे 7 लाख रुपए तक पहुंचा दिया है। आज जिस कमाई पर मिडिल क्लास परिवार का टैक्स जीरो है, उस पर यूपीए सरकार 20 प्रतिशत टैक्स लेती थी। पीएम मोदी ने कहा कि अब वे युवा साथी जिनकी नई-नई नौकरी लगी है, जिनकी मासिक आय 60-65 हज़ार रुपए तक है, वे अब ज्यादा निवेश कर पाएंगे। गरीब और मध्यम वर्ग के हित में काम करने वाली सरकार, ऐसे ही निर्णय लेती है।