प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 24 अक्टूबर को बिहार के समस्तीपुर में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए आरजेडी और कांग्रेस पर करारा हमला बोला और एनडीए सरकार की उपलब्धियों को विस्तार से गिनाया।
अपने भाषण की शुरुआत में उन्होंने भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि आज का दिन उनके जीवन का बहुत महत्वपूर्ण दिन है। उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर जैसे जननायक के आशीर्वाद से ही आज गरीब और पिछड़े परिवारों के लोग नेतृत्व की भूमिका में हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए सरकार कर्पूरी ठाकुर के विचारों से प्रेरित होकर वंचितों को वरीयता, पिछड़ों को प्राथमिकता और गरीब की सेवा के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है।

प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से संवाद करते हुए पूछा कि गरीब को पक्का घर देना, मुफ्त राशन देना, शौचालय और नल से जल देना, क्या यह गरीब की सेवा नहीं है? भीड़ ने जोरदार समर्थन में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने गरीबों और वंचितों के सम्मानजनक जीवन के लिए हर सुविधा उपलब्ध कराई है।
उन्होंने बताया कि भाजपा-एनडीए ने सामाजिक न्याय के दिखाए रास्ते को सुशासन का आधार बनाया है। सामान्य वर्ग के गरीबों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने से लेकर ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा देने और एससी-एसटी आरक्षण को दस साल के लिए बढ़ाने जैसे बड़े फैसले एनडीए सरकार ने ही किए हैं।

उन्होंने लोगों से कहा कि अपने मोबाइल फोन की लाइट जलाइए और जब पूरा मैदान रोशनी से चमक उठा तो बोले – “जब हर हाथ में लाइट है, तो लालटेन की क्या जरूरत?” उन्होंने कहा कि आज बिहार में हर घर में उजाला है और हर हाथ में मोबाइल की लाइट है, तो लालटेन की राजनीति का कोई भविष्य नहीं बचा। उन्होंने बताया कि एनडीए सरकार ने गांव-गांव इंटरनेट पहुंचाया है और डेटा इतना सस्ता कर दिया है कि अब एक जीबी डेटा एक कप चाय से ज्यादा महंगा नहीं है। उन्होंने कहा कि बिहार के युवा इस सस्ते इंटरनेट से रील्स बना रहे हैं, ऑनलाइन कमाई कर रहे हैं, और यह भी एनडीए की नीतियों की देन है।
मोबाइल लाइट के जमाने में लालटेन की क्या ज़रूरत…
लालटेन युग से आगे बढ़ा बिहार. pic.twitter.com/FYHgs8NdVJ
— Dr. Swadesh Singh (@swadesh171) October 24, 2025
प्रधानमंत्री ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर मातृभाषा में शिक्षा के प्रबल समर्थक थे और एनडीए सरकार की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति ने स्थानीय भाषा में पढ़ाई पर विशेष बल दिया है। अब गरीब और वंचित परिवारों के बेटे-बेटियां अपनी भाषा में पढ़ सकते हैं और परीक्षा दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार जननायक की प्रेरणा से सुशासन को समृद्धि में बदल रही है, जबकि आरजेडी और कांग्रेस वाले केवल भ्रष्टाचार और घोटालों में डूबे हुए हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग हजारों करोड़ के घोटालों में जमानत पर हैं, वे अब जननायक की उपाधि चुराने में जुटे हैं, लेकिन बिहार के लोग कर्पूरी बाबू का अपमान कभी नहीं सहेंगे।
उन्होंने कहा कि जब नीयत साफ हो, नीतियां जनहित में हों और नेतृत्व का विजन स्पष्ट हो, तो जनता भरपूर आशीर्वाद देती है। पिछले 11 वर्षों में देश ने यह देखा है कि एक के बाद एक राज्यों में जनता ने भाजपा और एनडीए को दोबारा मौका दिया है। महाराष्ट्र, हरियाणा, मध्यप्रदेश, गुजरात और उत्तराखंड के उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि जनता ने एनडीए की सुशासन नीति को सराहा है और अब बिहार में भी नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए अपने पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ने वाला है।

पीएम मोदी ने कहा कि 2005 में बिहार ने जंगलराज से मुक्ति पाई थी और नीतीश जी के नेतृत्व में सुशासन की शुरुआत हुई थी, लेकिन उस समय केंद्र में कांग्रेस-आरजेडी की सरकार ने बिहार के विकास में लगातार अड़चनें डालीं। आरजेडी ने नीतीश जी की सरकार को समर्थन रोकने की धमकियों के जरिए राज्य के विकास को रोकने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार, स्वर्गीय सुशील मोदी, रामविलास पासवान, जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा और चिराग पासवान ने मिलकर बिहार को उस कठिन दौर से बाहर निकाला। 2014 के बाद से बिहार में विकास का नया युग शुरू हुआ है और अब राज्य के हर कोने में सड़क, पुल, बिजली, रेल और उद्योगों के काम तेजी से हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए सरकार सड़क, बिजली, पानी, इंटरनेट और गैस कनेक्शन को केवल सुविधा नहीं मानती, बल्कि सशक्तिकरण और समृद्धि के साधन मानती है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के समय में बिहार को जितना पैसा मिला था, उससे तीन गुना अधिक राशि भाजपा-एनडीए की सरकार ने दी है। उन्होंने कहा कि समस्तीपुर से पूर्णिया तक सिक्स लेन हाईवे बन रहा है, दरभंगा में एयरपोर्ट तैयार हुआ है, नई रेल लाइनें और वंदे भारत ट्रेनें बिहार में चल रही हैं।

मिथिला क्षेत्र की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि कभी मछली उत्पादन में पिछड़ा बिहार अब पीएम मत्स्य संपदा योजना के चलते आत्मनिर्भर बन गया है। बिहार अब मछली मंगवाने वाला नहीं, बल्कि दूसरे राज्यों को मछली भेजने वाला राज्य बन गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने मखाना के लिए अलग बोर्ड बनाया है ताकि बिहार का मखाना पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हो सके। उन्होंने कहा कि छोटे किसानों के लिए पहली बार बैंकों के दरवाजे खोले गए हैं और पीएम किसान सम्मान निधि के तहत बिहार के किसानों के खातों में अब तक 28 हजार करोड़ रुपये भेजे जा चुके हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर जंगलराज वालों की सरकार होती तो किसानों के पैसे खातों तक नहीं पहुंचते, बीच में ही चोरी हो जाते। उन्होंने कहा कि आरजेडी और कांग्रेस का विकास से छत्तीस का आंकड़ा है। कानून व्यवस्था उनके शासन में चरमरा जाती है। रंगदारी, हत्या, अपहरण और फिरौती का उद्योग फलता-फूलता है। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने बिहार में नक्सलवाद की कमर तोड़ दी है और बहुत जल्द राज्य पूरी तरह माओवादी आतंक से मुक्त होगा।

पीएम मोदी ने महिलाओं के सशक्तिकरण की बात करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने मुफ्त गैस कनेक्शन, शौचालय, पांच लाख रुपये तक मुफ्त इलाज और पीएम आवास योजना के तहत घर महिलाओं के नाम पर दिए हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में लखपति दीदी योजना और मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत लाखों बहनों को दस-दस हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी गई है। महिलाएं अब दीये, सूप और खाने-पीने के सामान बनाकर अपना व्यवसाय शुरू कर रही हैं और आत्मनिर्भर बन रही हैं। मोदी ने आश्वासन दिया कि 14 नवंबर के बाद जब फिर से एनडीए सरकार बनेगी, तो महिलाओं के रोजगार और उद्यम को और बढ़ावा दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण का समापन यह कहते हुए किया कि बिहार के लोगों के सपने ही मोदी का संकल्प हैं। उन्होंने कहा कि एनडीए का मतलब सुशासन, जनता की सेवा और विकास की गारंटी है। जिस तरह हरियाणा, महाराष्ट्र, गुजरात और यूपी की जनता ने एनडीए पर भरोसा किया है, उसी तरह बिहार भी इस बार नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए को अब तक का सबसे बड़ा जनादेश देगा। उन्होंने कहा कि जब हर घर में उजाला है और हर हाथ में लाइट है, तो लालटेन की जरूरत अब नहीं बचती।









