प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तमिलनाडु के दौरे के दौरान राज्य को विकास परियोजनाओं की ढेरों सौगात दी। प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को मदुरै में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की आधारशिला रखी। नया एम्स मदुरै में थोप्पुर के निकट बनाया जाएगा। यह क्षेत्र में उन्नत स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान में नेतृत्व प्रदान करेगा। यह स्थान मुख्य रूप से तमिलनाडु के दक्षिणी पिछड़े जिलों में रहने वाले लोगों को लाभान्वित करेगा। प्रधानमंत्री ने मदुरै में एक जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, ‘एक प्रकार से आज मदुरै में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान का शिलान्यास ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के हमारे विजन को परिलक्षित करता है। दिल्ली में एम्स ने स्वास्थ्य देखभाल में अपने लिए एक ब्रांड नाम स्थापित कर लिया है। मदुरै में एम्स के साथ हम यह कह सकते हैं कि स्वास्थ्य देखभाल के इस ब्रांड को अब देश के सभी कोनों में- कन्याकुमारी से कश्मीर से मदुरै और गुवाहाटी से गुजरात तक विस्तारित कर दिया गया है। इससे तमिलनाडु के सभी लोगों को लाभ पहुंचेगा।’
प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना, जिसका लक्ष्य देशभर में 73 चिकित्सा महाविद्यालयों का उन्नयन करना है, के एक हिस्से के रूप में मदुरै के राजाजी चिकित्सा महाविद्यालय के सुपर स्पेशिएलिटी ब्लॉक्स, तंजावुर चिकित्सा महाविद्यालय एवं तिरुनेलवेल्ली चिकित्सा महाविद्यालयों का भी उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने तीन सरकारी चिकित्सा महाविद्यालयों में सुपर स्पेशिएलिटी ब्लॉक्स का उद्घाटन करने पर प्रसन्नता जताई।
स्वास्थ्य क्षेत्र पर सरकार के जोर को दोहराते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना है कि सभी स्वस्थ हों और स्वास्थ्य देखभाल किफायती हो। उन्होंने कहा, ‘जिस गति एवं परिमाण से मिशन इंद्रधनुष कार्य कर रहा है, वह बचाव संबंधी स्वास्थ्य देखभाल में एक नया उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है। प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान सुरक्षित गर्भावस्था को एक जन आंदोलन बना रहे हैं। पिछले साढे चार वर्षों में पूर्व स्नातक मेडिकल सीटों की संख्या में लगभग 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।’
आयुष्मान भारत के बारे में उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी लोगों को सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज की प्राप्ति हो सके, यह एक बड़ा कदम है। प्रधानमंत्री ने संतोष जताया कि तमिलनाडु के 1 करोड़ 57 लाख व्यक्ति इस योजना के तहत शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने इस बात की सराहना की कि केवल तीन महीनों की अवधि के भीतर ही लगभग 89 हजार लाभार्थियों को भर्ती किया गया और तमिलनाडु में भर्ती मरीजों के लिए 200 करोड़ रुपए से अधिक की राशि अधिकृत की गई है। उन्होंने कहा कि ‘‘मुझे यह जानकर भी प्रसन्नता हुई है कि तमिलनाडु में पहले ही 1320 स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र आरंभ कर दिए गए हैं।’’
रोग नियंत्रण मोर्चे पर, उन्होंने कहा कि सरकार 2025 तक तपेदिक उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘‘हम राज्यों को तकनीकी एवं विततीय सहायता प्रदान कर रहे हैं। मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि राज्य सरकार तपेदिक मुक्त चेन्नई पहल को बढ़ावा दे रही है और 2023 तक राज्य से तपेदिक उन्मूलन की कोशिश कर रही है।’’
उन्होंने राष्ट्रीय तपेदिक नियंत्रण कार्यक्रम के कार्यान्वयन में तमिलनाडु सरकार की भूमिका की सराहना की। प्रधानमंत्री ने राज्य में 12 डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्रों का भी उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि ‘‘यह हमारे नागरिकों के ‘जीवन की सुगमता’ को बेहतर बनाने का एक और उदाहरण है।’’