प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देश-विदेश में मिले 1300 से अधिक उपहारों की ऑनलाइन नीलामी की जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से इन उपहारों की ऑनलाइन नीलामी में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा है कि पिछले कुछ दिनों से, मेरे विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान मुझे मिले विभिन्न उपहारों की ऑनलाइन नीलामी चल रही है। इस नीलामी में भारत की संस्कृति और रचनात्मकता को दर्शाने वाली बेहद रोचक कृतियां शामिल हैं। नीलामी से प्राप्त राशि नमामि गंगे के लिए जाएगी। नीलामी में अवश्य भाग लें।
Over the past few days, the online auction for the various gifts I have received during my different programmes has been underway. The auction includes very interesting works which illustrate the culture and creativity of India. The proceeds from the auction will go towards… pic.twitter.com/ONOq88XOXZ
— Narendra Modi (@narendramodi) September 24, 2025
प्रधानमंत्री मोदी को मिले उपहारों की नीलामी उनके जन्मदिन के अवसर पर 17 सितंबर, 2025 को शुरू हुई है। यह ई-नीलामी 02 अक्टूबर, 2025 तक https://pmmementos.gov.in पर जारी रहेगी। प्रधानमंत्री के स्मृति चिन्हों की इस ई-नीलामी के 7वें संस्करण में पेंटिंग, कलाकृतियां, मूर्तियां, देवी-देवताओं की प्रतिमाएं और कुछ खेल संबंधी सामान शामिल हैं।
पहली नीलामी जनवरी 2019 में हुई थी। तब से अब तक प्रधानमंत्री मोदी को भेंट किए गए हजारों अद्वितीय उपहारों की नीलामी की जा चुकी है। इनसे नमामि गंगे परियोजना के लिए 50 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाई गई है।
यह नीलामी न केवल सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने का अवसर प्रदान करती है, बल्कि गंगा सफाई के लिए जन सहभागिता को भी बढ़ावा देती है। पीएम मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने इस नेक काम के लिए उन्हें मिले सभी स्मृति चिन्हों को समर्पित किया है।
इस नीलामी के माध्यम से नागरिक न केवल इतिहास का हिस्सा बनेंगे, बल्कि देश की पर्यावरण संरक्षण जैसी महत्वपूर्ण पहल में भी योगदान देंगे। पीएम मोदी की यह पहल एक समर्पित और पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से जनता को जोड़ने का भी एक उदाहरण है।
यह संग्रह भारत की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाता है, जिसमें पारंपरिक कला, पेंटिंग, मूर्तियां, हस्तशिल्प और आदिवासी कलाकृतियों से लेकर सम्मान और आदर के औपचारिक उपहार शामिल हैं। कुछ प्रमुख वस्तुओं में शामिल हैं: जम्मू और कश्मीर से एक जटिल रूप से कढ़ाई वाली पश्मीना शॉल, राम दरबार की एक तंजौर पेंटिंग, नटराज की एक धातु की मूर्ति, एक हाथ से बुनी हुई नागा शॉल और गुजरात की रोगन कला, जिसमें ट्री ऑफ लाइफ को दर्शाया गया है।
इस संस्करण का एक विशेष आकर्षण भारत के पैरा-एथलीटों द्वारा उपहार में दी गई खेल यादगार वस्तुएं हैं, जिन्होंने पेरिस पैरालंपिक 2024 में भाग लिया था। ये प्रतीक भारतीय खेल की सहनशीलता, उत्कृष्टता और अदम्य भावना का प्रतीक हैं।
नई दिल्ली के नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट (NGMA-एनजीएमए) में उपहारों और स्मृति चिन्हों को प्रदर्शनी के लिए रखा गया है। ऑनलाइन बोली लगाने से पहले आप उन्हें यहां देख सकते हैं। आप https://pmmementos.gov.in वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन नीलामी में शामिल हो सकते हैं।