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बिहार के लोग जंगलराज झेलने को विवश, तेजस्वी ने कहा- दिल्ली वाले नहीं बचा पाएंगे, उपमुख्यमंत्री की भाषा से अपराधियों के हौसले बुलंद

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बिहार की जनता ने लालू यादव और उनके परिवार के जंगलराज से मुक्ति दिलाने के लिए भाजपा और नीतीश कुमार गठबंधन को बहुमत दिया था। लेकिन नीतीश कुमार ने अपने स्वार्थ के लिए जनता की भावनाओं को दरकिनार कर आरजेडी से गठबंधन कर लिया। गठबंधन की सरकार बनते ही बिहार में जंगलराज रिटर्न का ट्रेलर दिखने लगा। प्रदेश में हत्या, लूट, अपहरण की वारदातें अब आम होने लगी हैं। इसी बीच उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की सड़कछाप भाषा ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है। इसमें वह जिस तरह से धमकी भरे अंदाज में बोल रहे हैं, लग ही नहीं रहा है कि किसी प्रदेश का उपमुख्यमंत्री बोल रहा है। जब उपमुख्यमंत्री इस तरह की भाषा बोलेगा तो अपराधियों के हौसले बुलंद होना जायज है। ऐसे में यही कहा जा सकता है कि बिहार के लोग अब अगले चुनाव तक जंगलराज को झेलने के लिए अभिशप्त हैं। अगले विधानसभा चुनाव में ही जनता जंगलराज को नकार पाएंगे।

तेजस्वी ने कहा- दिल्ली वाले नहीं बचा पाएंगे

तेजस्वी यादव ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बीजेपी के एक केंद्रीय मंत्री को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि वो बिहार में भी महाराष्ट्र जैसा खेला करना चाह रहे थे। तेजस्वी यादव ने कहा- “भाजपा के एक केंद्र में मंत्री हैं न जो बिहार में खेला करना चाह रहे थे महाराष्ट्र वाला वो जरा लाइन में रहें सबके ठंडा दिया जाएगा। इधर-उधर जो कर रहे हैं न, जिनका सपना टूटा है न मुख्यमंत्री बनने का वो समझ जाएं, ज्यादा ख्वाब न देखें। दिल्ली वाले नहीं बचा पाएंगे। ये बिहार है।” तेजस्वी इस प्रेस कांफ्रेंस के दौरान भारी गुस्से में दिख रहे थे। उन्होंने सीबीआई के छापे को लेकर भी केंद्र पर निशाना साधा। राजद नेता ने कहा कि सीबीआई को 15-15 साल बाद सपना आता है और छापा मारना शुरू कर देती है। सीबीआई अपने ऊपर बैठे लोगों की राजनीतिक मजबूरियों, बौखलाहट और आदेश के अनुसार नए-नए आधारहीन एफआईआर करती है।

नित्यानंद राय ने कहा- ठंडा तू करहीं कि भैंसी तोड़ा

तेजस्वी यादव के इस बयान पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि हम कोई मुख्यमंत्री के उम्मीदवार नहीं हैं। पूरे देश और दुनिया का काम मुझे प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री ने दिया है। हमको लगता है आज तेजस्वी इसलिए गठबंधन कर लिया कि उसे लग रहा था कि भारतीय जानता पार्टी नित्यानंद राय को शायद मुख्यमंत्री बनाने वाली है। यह हम नहीं कह सकते। यह तो पार्टी की बात है। तेजस्वी यादव ने एक बात और कहा कि ठंडा कर देंगे। हम त कहे कि ठंडा तू करिएदे। यह कहने के बाद नित्यानंद राय ने एक शर्त रखकर तेजस्वी यादव को चैलेंज कर दिया। राय ने कहा कि जरूरत पड़ी तो तेजस्वी से पूछने पटना चलेंगे कि ठंडा तू करहीं कि भैंसी तोड़ा। जो ज्यादा दुहेगा वह जीत जाएगा, जो कम दुहेगा उ ठंडा हो जाएगा। तेजस्वी यादव भैंसी के बदला भेड़ी दुहने के लिए आएंगे तो हम नहीं कह सकते हैं। भैंसी और गाय दुहना कठिन काम है। जो टीवी पर चल रहा है कि नित्यानंद राय को ठंडा कर देंगे। हम तो ऐसे ही ठंडा आदमी हैं। तोड़ा (तेजस्वी यादव) से मुंह कौन लगावे जाए। हमरा त देश की सीमा के सुरक्षा करना है।

बिहार में नई सरकार में 72 प्रतिशत मंत्री दागी

नीतीश कुमार ने राजद के साथ जिस नई सरकार का गठन किया है उसमें 72 प्रतिशत मंत्री दागदार हैं। कुल 33 मंत्रियों में से 23 पर मुकदमे दर्ज हैं। 17 मंत्रियों पर तो गंभीर आपराधिक मामले हैं। अब जहां सरकार में ही अपराधियों का बोलबाला हो वहां की जनता का क्या हाल होगा इसकी कल्पना ही की जा सकती है। भाजपा के शासनकाल में बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर हो गई थी और हत्या, लूट, अपहरण जैसी वारदातों पर लगाम लग गई थी। लेकिन अब इसकी कोई गारंटी नहीं है बिहार में लोग शांति और सुकून से रह सकेंगे। राजद के शासनकाल में अपहरण उद्योग इस कदर फला-फूला था कि लोग डर के मारे शाम के बाद घर से नहीं निकलते थे और अब यही डर लोगों के मन में समाने लगा है।

33 में से 23 मंत्रियों पर केस चल रहा

बिहार में महागठबंधन सरकार के मंत्रिमंडल गठन के बाद Association for Democratic Reforms (ADR) ने बिहार के नए मंत्रियों की आपराधिक कुंडली खंगाली है। ADR की रिपोर्ट के अनुसार बिहार के 33 में से 23 मंत्रियों पर केस चल रहा है। इनमें से 17 मंत्री तो ऐसे हैं जिनपर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज है। एडीआर की रिपोर्ट बताती है कि नीतीश कुमार की नई सरकार के 72 प्रतिशत मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। एडीआर की यह रिपोर्ट चुनाव आयोग को विधान सभा या विधान परिषद चुनाव के वक्‍त दिए गए शपथ पत्र के आधार पर तैयार की गई है। यहां यह भी स्‍पष्‍ट कर दें कि खबर एडीआर की रिपोर्ट के आधार पर दी जा रही है। संभव है कि इस रिपोर्ट में दर्ज कुछ मुकदमे अब समाप्‍त हो चुके हों।

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